बिलाड़ा (जोधपुर). जिले के बिलाड़ा क्षेत्र में गुरुवार को लांबा-भावी गांव की सरहद में काले हिरण के छोटे-छोटे अवशेष मिले थे. इसके साथ ही एक संदिग्ध व्यक्ति को भी गिफ्तार किया गया था, जिसके बाद हिरण शिकार घटना का खुलासा बिलाड़ा वन विभाग के लिए अब चुनौती बन गया है.
इस घटना के बाद भावी निवासी महेन्द्र सिंह पर संदेह होने से पर्यावरण प्रेमियों और ग्रामीणों ने बिलाड़ा पुलिस और वन विभाग को घटना की लिखित शिकायत दी है. इसके साथ ही मामले का जल्द से जल्द पर्दाफाश करने की भी मांग की गई है. घटना के बाद पर्यावरण प्रेमियों में रोष व्याप्त होने पर शुक्रवार को भावी पशु चिकित्सालय में हिरण के अवशेषों का पोस्टमार्टम कराकर अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है.
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चिकित्सालय के बाहर तीखी नोक झोंक
पर्यावरण प्रेमियों को इस घटना की जानकारी मिलने से आक्रोशित पर्यावरण प्रेमी भावी पशु अस्पताल में चल रहे हिरणों के अवशेषो के पोस्टमार्टम कार्रवाई को देखने भावी पंहुच गए. वहीं, घटनास्थल से वन विभाग की ओर से संदिग्ध पकड़े गए महेंद्र सिंह के बचाव में स्थानीय लोग रोष में आ गए और अधिकारीयों की उपस्थिति में ही पर्यावरण प्रेमियों के साथ तीखी नोक झोंक होने लगी. वहीं, बाद में आपसी समझाइश से मामला शांत हुआ. प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्रीय वन अधिकारी जवानाराम ने बताया कि संदेह के आधार पर पकड़े गए व्यक्ति महेंद्र सिंह से पुछताछ कर शुक्रवार शाम को 21 हजार के जमानती मुचलके पर छोड़ दिया गया है.
प्रशासन के लिए चुनौती
एक तरफ पर्यावरण प्रेमियों का आक्रोश तो दुसरी तरफ संदेह के आधार पर पकड़े गए व्यक्ति से कोई खास जानकारी नहीं मिली है, जिससे बिलाड़ा वन विभाग के सामने शिकार प्रकरण खुलासा बड़ी चुनौती बना गया है. वहीं, घटनास्थल के पास से ही संदिग्ध की बाइक भी मिली है और साथ ही वहां पर एक थैली और पानी का बोतल भी मिला है.