जोधपुर. प्रदेश सरकार के मंत्री रामलाल जाट द्वारा पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को लेकर दिए गए बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस के अनुशासन की तारीफ पर प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने रामलाल जाट पर हमला बोलते हुए कहा है कि राहुल गांधी सहित पूरी कांग्रेस आरएसएस की खिलाफत करती है. लेकिन रामलाल जाट को आरएसएस के अनुशासन से प्रेम है. यह दुर्भाग्य है. अगर वो अनुशासन की बात करते हैं, तो उनको 25 सितंबर की घटना में अनुशासनहीनता क्यों नहीं याद आई, जिसमें वह खुद भी शामिल थे. उन्होंने भी इस्तीफा दिया था. चौधरी ने कहा कि अभी उस मामले में अभी दोषियों को क्लीन चिट नहीं मिली है.
गौरतलब है कि रामलाल जाट ने अपने बयान में पायलट का नाम लिए बगैर कहा था की वो राहुल गांधी के पक्ष में बयान देते हैं, लेकिन यहां सरकार की खिलाफत करते हैं. यह अनुशासनहीनता है. अगर अनुशासन नहीं रखेंगे, तो वापस सत्ता में कैसे आएंगे? जाट ने कहा कि दूसरी तरफ आरएसएस और नरेंद्र मोदी अनुशासन लागू करते हैं, जिसकी वजह से सफल हो रहे हैं. मंत्री रामलाल जाट के आरएसएस के प्रति नरम रुख पर पार्टी द्वारा कार्रवाई के सवाल पर पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी ने कहा कि जो पार्टी लगातार आरएसएस की मुखर विरोधी रही है. उसकी तारीफ करने वाले पार्टी के नेता व मंत्री के साथ कैसा व्यवहार होना चाहिए. यह प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा को तय करना है.
रामलाल के बयान पर चौधरी ने कहा कि सचिन पायलट अभी एक विधायक हैं, लेकिन उनकी लोकप्रियता जबरदस्त है. लोग उनके पास अपनी बातें लेकर आते हैं. वीरांगनाओं के मामले में जब मुख्यमंत्री नहीं मिले, तो वह लोग उनके पास पहुंचे और उन्होंने इसमें हस्तक्षेप किया. डॉक्टर भी उनसे मिले हैं. वह नेता हैं जनसुनवाई के लिए लोग आएंगे. इसे रोका नहीं जा सकता. प्रजातंत्र में जनसुवाई के रास्ते खुले होने चाहिए. आप सत्ता में हो तो रास्ते बंद नहीं कर सकते.
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अभी नहीं आया आलाकमान का फैसलाः चौधरी से जब पूछा गया कि गत वर्ष 25 सितंबर की घटना के बाद आलाकमान ने दोषियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की और यह कहा जा रहा है कि उनको दोषमुक्त कर दिया गया है, तो उन्होंने कहा कि जब यह बात सामने आई तो प्रदेश के प्रभारी रंधावा ने भी कहा कि अभी इस मामले में फैसला नहीं हुआ है. आलाकमान ने किसी को कोई क्लीयरेंस नहीं दी है. चौधरी ने कहा कि अभी कार्रवाई बाकी है और होगी.