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इस भाजपा नेता के समर्थन में आईं दिव्या मदेरणा, कहा- आलाकमान से जो टकराएगा, चूर-चूर हो जाएगा - Congress Crisis

ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ के बयान का समर्थन (Divya Maderna supports Rajendra Rathore) किया है. साथ ही आलाकमान को ललकारने वालों पर जमकर बरसीं. उन्होंने कहा कि आलाकमान से जो टकराएगा, चूर चूर हो जाएगा.

Divya Maderna supports Rajendra Rathore
Divya Maderna supports Rajendra Rathore
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Published : Oct 19, 2022, 10:32 AM IST

जोधपुर. 25 सितंबर को राजस्थान की राजनीति में आया भूचाल (Rajasthan Political Crisis) थमने का नाम नहीं ले रहा है. कांग्रेस के विधायकों की ओर से विधानसभा अध्यक्ष को सौंपे गए इस्तीफों को लेकर भाजपा अब आक्रामक हो गई है. भाजपा विधानसभा अध्यक्ष से मांग कर रही है कि वह इस्तीफा स्वीकार करें क्योंकि जो लोग विधायक पद का इस्तीफा देकर मंत्री बने हुए हैं और तबादले कर रहे हैं, यह गलत है.

राठौड़ का समर्थन- इस बीच कांग्रेस की तेजतर्रार नेता और ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ के बयान का समर्थन (Divya Maderna supports Rajendra Rathore) किया है. राठौड़ ने कहा था कि विधायकों को इस्तीफा देने की गलती के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए. जो आलाकमान से टकराएगा चूर-चूर हो जाएगा. दिव्या मदेरणा ने ट्वीट कर कहा कि उपनेता प्रतिपक्ष ने मेरी बात को दोहराया है, जिन्होंने आलाकमान को ललकारा वह आज बैकफुट पर है.

Divya Maderna supports Rajendra Rathore
दिव्या मदेरणा का ट्वीट

पढ़ें- AICC के कारण बताओ नोटिस का शांति धारीवाल ने दिया जवाब, दिव्या बोली- तोबा! तोबा!

ये अवसरवाद की श्रेणी में आता है- दिव्या मदेरणा ने कहा कि त्यागपत्र देना भारी गलती थी, इस बात को सार्वजनिक रूप से स्वीकार करें. इतिहास गवाह है आलाकमान से जो टकराएगा, चूर-चूर हो जाएगा. अपने हित के लिए पार्टी बदलना अवसरवाद की श्रेणी में आता है तो अपने हित के लिए इस्तीफा नौटंकी से दबाव की राजनीति करना भी अवसरवाद की समांतर श्रेणी में ही आता है.

पढ़ें- दिव्या मदेरणा बोलीं- 'बकरीद में बचेंगे तो ही मोहर्रम में नाचेंगे'...महेश जोशी पर सटीक बैठता है

गौरतलब है कि 25 सितम्बर को बतौर कांग्रेस पर्यवेक्षक अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे जयपुर आए थे. वे विधायक दल से रायशुमारी करने के लिए आए थे, लेकिन मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित इस बैठक (Congress Legislature Party Meeting) में ज्यादातर विधायक गैरहाजिर रहे. वे मंत्री शांति धारीवाल के घर पर गए और उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप (Congress MLA Resignation) दिया था. उसके बाद से कांग्रेस में मचा घमासान थम नहीं रहा है.

जोधपुर. 25 सितंबर को राजस्थान की राजनीति में आया भूचाल (Rajasthan Political Crisis) थमने का नाम नहीं ले रहा है. कांग्रेस के विधायकों की ओर से विधानसभा अध्यक्ष को सौंपे गए इस्तीफों को लेकर भाजपा अब आक्रामक हो गई है. भाजपा विधानसभा अध्यक्ष से मांग कर रही है कि वह इस्तीफा स्वीकार करें क्योंकि जो लोग विधायक पद का इस्तीफा देकर मंत्री बने हुए हैं और तबादले कर रहे हैं, यह गलत है.

राठौड़ का समर्थन- इस बीच कांग्रेस की तेजतर्रार नेता और ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ के बयान का समर्थन (Divya Maderna supports Rajendra Rathore) किया है. राठौड़ ने कहा था कि विधायकों को इस्तीफा देने की गलती के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए. जो आलाकमान से टकराएगा चूर-चूर हो जाएगा. दिव्या मदेरणा ने ट्वीट कर कहा कि उपनेता प्रतिपक्ष ने मेरी बात को दोहराया है, जिन्होंने आलाकमान को ललकारा वह आज बैकफुट पर है.

Divya Maderna supports Rajendra Rathore
दिव्या मदेरणा का ट्वीट

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ये अवसरवाद की श्रेणी में आता है- दिव्या मदेरणा ने कहा कि त्यागपत्र देना भारी गलती थी, इस बात को सार्वजनिक रूप से स्वीकार करें. इतिहास गवाह है आलाकमान से जो टकराएगा, चूर-चूर हो जाएगा. अपने हित के लिए पार्टी बदलना अवसरवाद की श्रेणी में आता है तो अपने हित के लिए इस्तीफा नौटंकी से दबाव की राजनीति करना भी अवसरवाद की समांतर श्रेणी में ही आता है.

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गौरतलब है कि 25 सितम्बर को बतौर कांग्रेस पर्यवेक्षक अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे जयपुर आए थे. वे विधायक दल से रायशुमारी करने के लिए आए थे, लेकिन मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित इस बैठक (Congress Legislature Party Meeting) में ज्यादातर विधायक गैरहाजिर रहे. वे मंत्री शांति धारीवाल के घर पर गए और उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप (Congress MLA Resignation) दिया था. उसके बाद से कांग्रेस में मचा घमासान थम नहीं रहा है.

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