जोधपुर. जिले के डांगियावास थाना क्षेत्र में मंगलवार को बजरी ठेकेदार के लोगों और ग्रामीणों के बीच भिडंत हो गई. घटना के बाद से ही ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर है और मंगलवार देर रात से ही थाने के बाहर धरना प्रदर्शन (picketing outside police station) जारी है. थाने के सामने धरने पर बैठे सर्व समाज के लोगों की मांग है कि पुलिस अविलंब गिरफ्तार किए गए चारों ग्रामीणों को रिहा करे, जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं. हालांकि, इसको लेकर प्रशासन व पुलिस संग वार्ता भी हो चुकी है, जिसमें ग्रामीणों ने अपनी मांगों से उन्हें अवगत कराया है. दूसरी ओर सर्व समाज के लोग अभी भी धरने पर डटे हुए हैं.
वहीं, ग्रामीणों के धरने का आरएलपी के कार्यकर्ताओं ने भी समर्थन (RLP support villagers) किया है. साथ ही ग्रामीणों ने डांगियावास थानाधिकारी को हटाने की भी मांग रखी है. आरएलपी के संपत पूनिया ने बताया कि घटना के दिन घरों से लाकर गिरफ्तार किए गए ग्रामीणों को छोड़े जाने के साथ ही अवैध खनन को रोकने के लिए खनन विभाग व प्रशासन से खनन क्षेत्र में पत्थरगढ़ी की मांग की गई है.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा बिना महिला पुलिस के महिलाओं को गिरफ्तार करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की गई. वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि रविवार को सीईओ के साथ मिटिंग हुई थी. जिसमें एसएचओ को निर्देशित किया गया था कि बिना नंबर वाले ठेकेदार की गाडियां सीज की जाए. साथ ही उसके लोगों का वेरिफिकेशन भी करवाया जाए. लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया, जिसके चलते सोमवार को उक्त घटना पेश आई.