जोधपुर. जिले के डांगियावास थाना अंतर्गत मंगलवार को बजरी ठेकेदार के कर्मचारियों और ग्रामीणों के बीच जोरदार झड़प हो गई. दोनों पक्षों के बीच बीच लाठी भाटा जंग हुई. मामला इतना बढ़ गया कि कुछ लोगों ने आगजनी कर दी. जिसमें जेसीबी, ट्रैक्टर (JCB tractor set on fire) जला दिए गए.
सूचना पर डांगियावास थाना पुलिस और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. फिलहाल लोगों को वहां से हटाया गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी डॉक्टर अमृता दुहन, एडीसीपी नाजिम अली भी मौके पर पहुंचे हैं. पुलिस के मुताबिक डांगियावास थाना अंतर्गत खारी कला गांव में सुबह ग्रामवासी और वहां लगे बजरी रॉयल्टी नाका के कर्मचारियों के बीच विवाद हो गया. बजरी ठेकेदार के कर्मचारी और ग्रामीणों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि कुछ लोगों ने एक ट्रैक्टर और जेसीबी को आग लगा दी.
दोनों पक्षों में हुए लाठी-भाटा जंग में कुछ लोगों के घायल होने की सूचना है. घायलों को एमडीएम अस्तापल भिजवाया गया है. वाहनों में लगी आग को बुझाने के लिए मौके पर दमकल भेजी गई है. जिससे आग बुझाने के प्रयास किए जा रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि बजरी रॉयल्टी ठेकेदार के समर्थन से अवैध बजरी का खनन हो रहा है. इसको लेकर विवाद हुआ. आरोप है कि ठेकदार के लोगों ने ग्रामीणों पर गाड़ियां चढ़ाने की कोशिश की.
दो दिन पहले सीएम को ज्ञापन दिया थाः जिस अवैध खनन की शिकायत डांगियावास थाना क्षेत्र के खारी कलां गांव के आस पास के लोगों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन देकर की थी. उसी अवैध खनन से जुड़े लोगों ने मंगलवार को ग्रामीणों पर हमला कर दिया. इस हमले में कई ग्रामीण घायल हो गया. घायलों का कहना है कि डांगियावास थाना पुलिस की मिलीभगत से लूणी में यहां अवैध खनन हो रहा है.
उन्होंने आरोप लगाया कि बजरी रॉयल्टी ठेकेदार के आदमी गांव के शमशान में अवैध बजरी खनन कर रहे हैं. इसे रोकने के लिए सुबह ग्रामीण शमशान में बोर्ड लगा रहे थे. उस समय अचानक गाड़ियों में सवार ठेकेदार के आदमियों ने हमला बोल दिया. इस दौरान आरटीआई कार्यकर्ता महेंद्र सिंह के साथ मारपीट की गई. इसके अलावा बलदेवराम पर भी वार किए. अन्य ग्रामीणों ने भागकर जान बचाई. दोनों पक्षों में जमकर लाठी भाटा जंग हुई. इसके बाद ठेकेदार के वाहनों में आग लगा दी गई.
जिसे बुझाने के लिए फायर बिग्रेड बुलाई गई. सूचना पर पहुंची पुलिस घायलों को लेकर अस्पताल गई. जिनका एमडीएम अस्पताल में इलाज चल रहा है. घायलों का कहना है कि वाहनों को आग ठेकेदार के आदमियों ने ही लगाई है. मामले की गंभीरता देखते हुए डीसीपी डॉ अमृता दुहन भी मौक पर गई और पूरी जानकारी ली. डांगियावास पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है. उन्होंने बताया की इस मामले में कुल सात लोगों को डिटेन किया है. मामले भी दर्ज हो रहे हैं. डीसीपी ने ग्रामीणों से बात की. इस दौरान भी पुलिस और माइनिंग विभाग की शिकायतें सामने आई हैं.
लगातार अवैध बजरी खनन के खिलाफ सक्रियः एमडीएम ट्रामा अस्पताल में भर्ती आरटीआई कार्यकर्ता महेंद्र सिंह ने बताया कि हम लगातार अवैध बजरी खनन के खिलाफ सक्रिय हैं. इसको लेकर दो नवंबर को कलेक्टर, चार नवंबर को पुलिस आयुक्त को और 13 नवंबर को अवैध खनन को रोकने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन दिया था. उन्होंने बताया कि शमशान से बजरी का खनन रोकने के लिए हम वहां गए थे. लेकिन वहां पर पचास- साठ लोग आ गए और हमला कर दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि हमलावरों ने हमारे साथ मारपीट की. उसके बाद खुद ने ही अपने वाहनों को आग लगा दी. ग्रामीणों को तो इसका पता ही नहीं है. इसी तरह से बलदेवराम का कहना है कि हमें तो पुलिस यहां लेकर आई. आग हमने नहीं लगाई थी.