बिलाड़ा: (जोधपुर). जिले की बिलाड़ा विधानसभा सीट की दो नगर पालिकाओं में 11 दिसबंर को हुए नगर पालिका चुनाव की मतगणना में बिलाड़ा नगर पालिका की 35 सीटों में से भाजपा ने 18 सीटें जीत कर बहुत हासिल किया. वहीं, पीपाड़ नगर पालिका में चुनाव नतीजे धीमी गति से आने के बाद डेढ़ दशक से काबिज भाजपा का पीपाड़ शहर नगर पालिका बोर्ड धवस्त हो गया. नगर पालिका के सभी 35 वार्डों के चुनाव परिणाम नतीजे घोषित होने के बाद पीपाड़ शहर नगर पालिका चुनाव में कांग्रेस का बोर्ड बनाना तय हो गया.
पीपाड़ नगर पालिका चुनाव के परिणाम
घोषित नतीजो के अनुसार 21 सीटों पर कांग्रेस, 10 सीटों पर भाजपा, 4 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार विजय होने के बाद पीपाड़ नगर पालिका बोर्ड कांग्रेस के पक्ष में बनना तय हो गया. बता दें कि यहां पिछले 17 साल से भाजपा का बोर्ड पर कब्जा था. जो इस चुनाव के बाद धवस्त हो गया. अब यहां कांग्रेस का बोर्ड बनेगा.
दिलचस्प चुनावी मुकाबले
नगर पालिका का सबसे दिलचस्प मुकाबला वार्ड नंबर 21 में देखने को मिला, जहां एक वोट से भाजपा के उमीदवार मोहम्मद अकरम जीत गए. पीपाड़ नगर पालिका के निर्वतमान चैयरमेन महेंद्र सिंह कच्छवाह ने दो वार्डों से चुनाव लड़ा थे, वे खुद चुनाव जीत गए लेकिन उनके परिवार के सदस्य को हार का सामना करना पड़ा. सबसे बड़ा दिलचस्प मुकाबला वार्ड न. 12 में देखने को मिला जहां दोनों प्रत्याशियों को 383-383 वोट मिले. इसके बाद लॉटरी निकाली गई जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी मंसूर अली को विजय घोषित किया गया.
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बिलाड़ा नगर पालिका चुनाव के परिणाम
बिलाड़ा नगर पालिका के चुनाव में भाजपा को 18, कांग्रेस को 9, और निर्दलीय प्रत्याशियों को 8 सीटों पर जीत मिली. परिणामों के मुताबिक बिलाड़ा में भाजपा का बोर्ड बनना लगभग तय है. जिससे भाजपाइयों में खुशी की लहर है.
जोधपुर के बिलाड़ा विधानसभा की बिलाड़ा और पीपाड़ शहर निकाय चुनाव 2020 के नतीजे रविवार को आने के बाद 20 दिसबंर को होने वाले पालिका अध्यक्ष चुनाव के लिए दोनों बड़े राजनैतिक दल काग्रेस और भाजपा बोर्ड बनाने की कवायद में जुट गए हैं. दोनों राजनैतिक दल ने पालिका के जीते अपने पार्षदों की बाड़ाबंदी कर अज्ञात जगह पर भेज दिए. बता दें कि बिलाड़ा और पीपाड़ शहर पालिका में कुल 35 - 35 वार्ड हैं. किसी भी दल को अपने पक्ष का पालिका अध्यक्ष बनाने के लिए 18-18 पार्षदों के समर्थन की जरूरत रहेगी. जबकि पीपाड़ शहर नगरपालिका बोर्ड बनाने के लिए कांग्रेस के पास कुल 21 पार्षद हैं. जो बहुमत के आकड़े 18 से ज्यादा है.
वहीं, दूसरी ओर बिलाड़ा नगरपालिका में भाजपा को अपना बोर्ड बनाने के लिए बहुमत का आकड़ा 18 के बराबर तो जीते पार्षद है. पर भाजपा पदाधिकारीयों की ओर से की जीते पार्षदों की बाड़ाबंदी में एक पार्षद शामिल नहीं होने पर बढ़ी मुश्किलों के बाद पुर्व मंत्री एवं विधायक अर्जुनलाल गर्ग, बिलाड़ा प्रधान सुमित्रा विश्नोई और संगठन पदाधिकारी निकाय चुनाव में पार्टी से बागी हो कर निर्दलीय चुनाव जीते करीब 5 पार्षद से सम्पर्क कर मनाने की कोशिश में जुटे हुऐ हैं. पीपाड़ शहर पालिका चुनाव में बहुमत आकड़ें 18 से ज्यादा पार्षद चुनाव जीतने से कांग्रेस को पुर्णतया बहुमत मिला हुआ है. फिर भी पार्टी ने जीते प्रत्याशियों को बाड़ाबंदी में रख डेढ़ दशक बाद हाथ में आए पालिका चुनाव के लिए पार्टी का योग्य और दबंग चैयरमेन बनाने की कोशिश में लगी हुई.