जोधपुर. कांग्रेस छोड़ भाजपा की सदस्यता लेने के बाद ज्योति मिर्धा नागौर से भाजपा की तीसरी परिवर्तन यात्रा की हिस्सा बनी. ज्योति मिर्धा जोधपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हनुमान बेनीवाल मुझ पर परिवारवाद और पार्टी बदलने का आरोप लगाते हैं जबकि उनको अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए. उनके पिता ने कभी एक पार्टी से हमेशा चुनाव नहीं लड़ा, खुद ने भी पार्टी और पाला बदला. पिता की जगह विधायक बने खुद सांसद बने तो भाई को विधायक बना दिया. परिवारवाद तो खुद बढ़ा रहे हैं और आरोप हम पर लगा रहे हैं.
मिर्धा ने कहा कि कहते है कि जो शीशे के घरों में रहते है वो दूसरों पर पत्थर नहीं फेंका करते है. उनको आरोप लगाने से पहले सोचना चाहिए. भाजपा की तीसरी परिवर्तन यात्रा की सभा में शामिल होने आई ज्योति मिर्धा ने बेनीवाल की कांग्रेस से नजदकियों के सवाल पर कहा कि मेरे भाजपा में आने के बाद से वो कांग्रेस और इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनने के लिए काफी उत्सुक हैं. क्योंकि उनका अस्तित्व ही अब खतरे में है.
भाजपा को मारवाड़ में मिला नया चेहरा : भाजपा के पास पहले हनुमान बेनीवाल जाट चेहरा था. आरएलपी बनाने के बाद भी एनडीए से जुड़े रहे. लेकिन किसान आंदोलन के बाद वे भाजपा से अलग हो गए. हाल ही में भाजपा ने ज्योति मिर्धा को पार्टी में शामिल कर नया चेहरा उतार दिया. ज्योति मिर्धा कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे स्वर्गीय नाथूराम मिर्धा की पोती है. मारवाड़ में मिर्धा परिवार का किसानों में डंका बजता रहा है. वह नागौर से कांग्रेस की टिकट पर सांसद चुनी जा चुकी हैं. भाजपा को मारवाड़ में बड़े जाट परिवार का चेहरा मिल गया है. जो विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है. यही कारण है कि ज्योति मिर्धा की सदस्यता के बाद से वह लगातार परिवर्तन यात्रा का हिस्सा बनी रही. नागौर में जगह-जगह पर गई. इसके अलावा जोधपुर जिले में भी जाट बेल्ट में गुरुवार को पूरे दिन वह परिवर्तन यात्रा के साथ घूमी.