जोधपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव में अब कम समय बचा है. भाजपा और कांग्रेस प्रमुख प्रतिद्वंदी के रूप में आमने-सामने चुनाव लड़ते आए हैं, लेकिन इस बार प्रदेश के चुनाव काफी रोचक होते नजर आ रहे हैं. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और आम आदमी पार्टी ने चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. अब ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानी असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम पार्टी (AIMIM) मैदान में उतरने की तैयारी में है. ओवैसी प्रदेश में कई दौरे कर चुके हैं, लेकिन अब वे पश्चिमी राजस्थान में सक्रिय हो रहे हैं. इसके तहत वे 11 मार्च को पहली बार जोधपुर आ रहे हैं. यहां वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विधानसभा क्षेत्र बंबा मोहल्ला, जो अल्पसंख्यकों का क्षेत्र है वहां पर लोगों के बीच जाएंगे.
गहलोत के गढ़ में करेंगे जनसंपर्क : असदुद्दीन ओवैसी ने चुनाव को लेकर सीधे मुख्यमंत्री के घर को निशाना बनाया है. बंबा मोहल्ला मुख्यमंत्री का गढ़ है. यहां से गहलोत को बड़ा समर्थन मिलता है. असदुद्दीन ओवैसी ने इस क्षेत्र में अपना पहला कार्यक्रम रखा है. बाद में वे यहां पर जोहर की नमाज भी अदा करेंगे. एआईएमआईएम प्रमुख के दौरे को लेकर भी लोग सक्रिय हो गए हैं, जिन पर कांग्रेसियों की नजर है. जोधपुर कांग्रेस उत्तर के जिलाध्यक्ष सलीम खान इस पर नजर बनाए हुए हैं. उनका कहना है कि यहां ओवैसी को कुछ नहीं मिलने वाला है.
सरदारपुरा और सूरसागर पर नजर : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विधानसभा क्षेत्र सरदारपुरा में बंबा मोहल्ला, खेतानाडी, उदय मंदिर जैसे अल्पसंख्यक बाहुल्य इलाके आते हैं. सरदारपुरा में करीब 10 हजार से ज्यादा मतदाता हैं. गहलोत के पिछले तीन चुनावों में जीत का अंतर 15 से 18 हजार से ऊपर नहीं गया है. अगर ओवैसी यहां मतदाताओं को प्रभावित करते हैं तो परेशानी खड़ी कर सकते हैं. इसके अलावा सूरसागर विधानसभा क्षेत्र जहां कांग्रेस हमेशा अल्पसंख्यक को टिकट देती है, लेकिन उनको जीत अभी नसीब नहीं हो रही है. अलबत्ता इस हार के टिकट का फायदा गहलोत को सरदारपुरा में और अन्य कांग्रेस के उम्मीदवारों को अपने अपने क्षेत्र में मिलता है. ओवैसी की इस पर भी नजर रहेगी, क्योंकि वे कहते रहे हैं कि अल्पसंख्यकों के वोट सब लेते हैं, लेकिन कुछ देते नहीं हैं.
जाएंगे बालोतरा और बाड़मेर : ओवैसी जोधपुर में बंबा मोहल्ला में लोगों से मिलकर मिलने दोपहर की जोहर नमाज यहां पढ़ेंगे. इसके बाद वे बालोतरा जाएंगे. बालोतरा में कुछ देर रुकने के बाद वे बाड़मेर जाएंगे. बाड़मेर में सोडियार दरगाह में जाकर चादर पेश करेंगे. बाड़मेर जिले में भी अल्पसंख्यक मतदाताओं की बड़ी संख्या है. यहां पर भी ओवैसी अल्पसंख्यकों की राजनीतिक नब्ज टटोलेंगे.