जोधपुर. जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के राजीव गांधी नगर थाना इलाके के सालेड़ी गांव में बजरी माफिया में बजरी खनन को लेकर हुए विवाद में फायरिंग और मारपीट में घायल युवक महेंद्र सिंह की निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. युवक की मौत की सूचना के बाद समाज के लोग और परिवारों के लोगों की ओर से मगंलवार को महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना दिया गया.
इसके साथ ही मोर्चरी के बाहर राजपूत समाज के लोग भी जमा हो गए. परिजनों ने नामजद आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है. परिजनों और समाज के लोगों का आरोप है कि मृतक महेंद्र सिंह की ओर से करीब 10 दिन पहले राजीव गांधी नगर पुलिस थाना में युवक महबूब और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था. लेकिन, राजीव गांधी नगर थाना पुलिस ने लापरवाही के चलते मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. इसी का नतीजा रहा कि महबूब खान और उसके साथ होने सादड़ी गांव में महेंद्र सिंह और उसके दोस्तों पर हमला किया. जिसमें महेंद्र सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई.
समाज के लोग और परिजनों ने मामले में पुलिस की लापरवाही बताते हुए राजीव गांधी नगर पुलिस थाने को लाइन हाजिर करने और मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने, परिवार में से किसी एक को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक उनकी यह सभी मांगे पूरी नहीं की जाएगी तब तक परिजनों और समाज के लोगों की ओर से महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी से शव को नहीं उठाया जाएगा.
पढ़ें- जोधपुर हाइकोर्ट में वकीलों का कार्य बहिष्कार, वाड्रा मामले की सुनवाई टली
बता दें कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इतिहास के तौर पर महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी के बाहर और अंदर पुलिस का भारी जाब्ता भी तैनात किया गया है. फिलहाल मृतक के परिजनों राजपूत समाज के लोगों के साथ पुलिस की वार्ता चल रही है.