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सालेड़ी गांव में हुई युवक की मौत के बाद परिजनों ने शव उठाने से किया इनकार - महात्मा गांधी अस्पताल

जोधपुर के राजीव गांधी नगर थाना इलाके के सालेड़ी गांव में बजरी माफियाओं में बजरी खनन को लेकर विवाद हुआ. जिसमें महेंन्द्र सिंह की निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. वहीं युवक की मौत के बाद युवक के परिजनों ने मगंलवार को महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना दिया.

जोधपुर की खबर, Rajiv Gandhi Nagar police station area
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Published : Nov 5, 2019, 3:40 PM IST

जोधपुर. जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के राजीव गांधी नगर थाना इलाके के सालेड़ी गांव में बजरी माफिया में बजरी खनन को लेकर हुए विवाद में फायरिंग और मारपीट में घायल युवक महेंद्र सिंह की निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. युवक की मौत की सूचना के बाद समाज के लोग और परिवारों के लोगों की ओर से मगंलवार को महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना दिया गया.

बजरी माफिया में बजरी खनन को लेकर हुआ विवाद

इसके साथ ही मोर्चरी के बाहर राजपूत समाज के लोग भी जमा हो गए. परिजनों ने नामजद आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है. परिजनों और समाज के लोगों का आरोप है कि मृतक महेंद्र सिंह की ओर से करीब 10 दिन पहले राजीव गांधी नगर पुलिस थाना में युवक महबूब और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था. लेकिन, राजीव गांधी नगर थाना पुलिस ने लापरवाही के चलते मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. इसी का नतीजा रहा कि महबूब खान और उसके साथ होने सादड़ी गांव में महेंद्र सिंह और उसके दोस्तों पर हमला किया. जिसमें महेंद्र सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई.

समाज के लोग और परिजनों ने मामले में पुलिस की लापरवाही बताते हुए राजीव गांधी नगर पुलिस थाने को लाइन हाजिर करने और मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने, परिवार में से किसी एक को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक उनकी यह सभी मांगे पूरी नहीं की जाएगी तब तक परिजनों और समाज के लोगों की ओर से महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी से शव को नहीं उठाया जाएगा.

पढ़ें- जोधपुर हाइकोर्ट में वकीलों का कार्य बहिष्कार, वाड्रा मामले की सुनवाई टली

बता दें कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इतिहास के तौर पर महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी के बाहर और अंदर पुलिस का भारी जाब्ता भी तैनात किया गया है. फिलहाल मृतक के परिजनों राजपूत समाज के लोगों के साथ पुलिस की वार्ता चल रही है.

जोधपुर. जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के राजीव गांधी नगर थाना इलाके के सालेड़ी गांव में बजरी माफिया में बजरी खनन को लेकर हुए विवाद में फायरिंग और मारपीट में घायल युवक महेंद्र सिंह की निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. युवक की मौत की सूचना के बाद समाज के लोग और परिवारों के लोगों की ओर से मगंलवार को महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना दिया गया.

बजरी माफिया में बजरी खनन को लेकर हुआ विवाद

इसके साथ ही मोर्चरी के बाहर राजपूत समाज के लोग भी जमा हो गए. परिजनों ने नामजद आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है. परिजनों और समाज के लोगों का आरोप है कि मृतक महेंद्र सिंह की ओर से करीब 10 दिन पहले राजीव गांधी नगर पुलिस थाना में युवक महबूब और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था. लेकिन, राजीव गांधी नगर थाना पुलिस ने लापरवाही के चलते मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. इसी का नतीजा रहा कि महबूब खान और उसके साथ होने सादड़ी गांव में महेंद्र सिंह और उसके दोस्तों पर हमला किया. जिसमें महेंद्र सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई.

समाज के लोग और परिजनों ने मामले में पुलिस की लापरवाही बताते हुए राजीव गांधी नगर पुलिस थाने को लाइन हाजिर करने और मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने, परिवार में से किसी एक को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक उनकी यह सभी मांगे पूरी नहीं की जाएगी तब तक परिजनों और समाज के लोगों की ओर से महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी से शव को नहीं उठाया जाएगा.

पढ़ें- जोधपुर हाइकोर्ट में वकीलों का कार्य बहिष्कार, वाड्रा मामले की सुनवाई टली

बता दें कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इतिहास के तौर पर महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी के बाहर और अंदर पुलिस का भारी जाब्ता भी तैनात किया गया है. फिलहाल मृतक के परिजनों राजपूत समाज के लोगों के साथ पुलिस की वार्ता चल रही है.

Intro:जोधपुर
जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के राजीव गांधी नगर थाना इलाके के सालेड़ी गांव में बजरी माफिया में बजरी खनन को लेकर हुए विवाद में फायरिंग ओर मारपीट में घायल युवक महेंद्र सिंह की निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। युवक की मौत की सूचना के बाद समाज के लोग और परिवारों के लोगों द्वारा आज महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी में धरना दिया गया। साथ ही मोर्चरी के बाहर राजपूत समाज के लोग भी जमा हो गए। परिजनों ने नामजद आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। परिजनों और समाज के लोगों का आरोप है कि मृतक महेंद्र सिंह की ओर से करीब 10 दिन पहले राजीव गांधी नगर पुलिस थाना में युवक महबूब व अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था लेकिन राजीव गांधी नगर थाना पुलिस ने लापरवाही के चलते मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। इसी का नतीजा रहा कि महबूब खान और उसके साथ होने सादड़ी गांव में महेंद्र सिंह और उसके दोस्तों पर हमला किया जिसमें महेंद्र सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई।



Body:समाज के लोग और परिजनों ने मामले में पुलिस की लापरवाही बताते हुए राजीव गांधी नगर पुलिस थाने को लाइन हाजिर करने मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने बत्तख के परिवार में से किसी एक को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक उनकी यह सभी मांगे पूरी नहीं की जाएगी तब तक परिजनों और समाज के लोगों द्वारा महात्मा गांधी अस्पताल की मूर्ति से शव को नहीं उठाया जाएगा। मामले की गंभीरता को देखते हुए इतिहास के तौर पर महात्मा गांधी अस्पताल की मूर्ति के बाहर व अंदर पुलिस का भारी जाब्ता भी तैनात किया गया है। फिलहाल मृतक के परिजनों राजपूत समाज के लोगों के साथ पुलिस की वार्ता चल रही है।


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