जोधपुर. करीब एक साल पहले बाड़मेर में सामने आए सेक्सटॉर्शन मामले का जिन्न फिर से बाहर आ गया. उस वक्त एक तत्कालीन विधायक का नाम सामने आया था, जिसके बाद ये केस काफी चर्चा में आया था. पुलिस ने इस मामले में दो महिलाओं सहित कुछ अन्य लोगों को गिरफ्तार भी किया था. इस बीच अब सरकार बदलते ही सेक्सटॉर्शन के आरोपी महिला अब पीड़िता के रूप में सामने आई है. उस मामले में गिरफ्तार महिला ने पुलिस कमिश्नरेट के राजीव गांधी नगर थाने में पूर्व विधायक सहित 9 लोगों के खिलाफ बुधवार को दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया है. रिपोर्ट में महिला और नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म करने के आरोप लगाए गए हैं.
डीसीपी पश्चिम गौरव यादव ने बताया कि महिला ने जो रिपोर्ट दी थी उसके अनुरूप मामला दर्ज किया गया है. मामला गंभीर प्रवृति का होने से तुरंत दर्ज कर लिया गया. इसमें 9 आरोपी के नाम हैं. दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट सहित अन्य धाराएं जोड़ी गई हैं. जांच एडीसीपी सिकाऊ को दी गई है. उन्हें जल्द जांच के लिए निर्देशित किया गया है. घटना काफी लंबे से होना बताया गया है, जिसमें लगातार ऑफेंस का आरोप है.
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15 साल की नाबालिग से भी रेप : रिपोर्ट के अनुसार पूर्व विधायक सहित 9 के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पीड़िता ने अपनी रिपोर्ट में आरोप लगाया कि पांच वर्ष पहले एक आरोपी उससे मिला था. वह उसके जोधपुर निवास पर आने लगा. एक दिन उसने उसे नशीली दवा पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और उसके आपत्तिजनक फोटो और वीडियो ले लिए, जिसके आधार पर उसने कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया. 2 साल पहले पूर्व विधायक भी उसके घर आने लगे. तब दोनों ने किसी लड़की को बुलाने के लिए कहा, जिसके लिए पीड़िता ने इनकार कर दिया, लेकिन आरोपी ने पीड़िता के साथ रहने वाली 15 साल की किशोरी को झांसे में लेकर उसके साथ दुष्कर्म किया. आरोप है कि बाद में आरोपी के साथ पूर्व विधायक ने भी किशोरी के साथ रेप किया, जिसको लेकर आपत्ति जताई तो वो उसको अगवा कर एक फॉर्म हाउस पर ले गए, जहां मारपीट भी की गई.
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बंदूक की नोक पर कबूल करवाया : रिपोर्ट में पीड़िता ने बताया कि पूर्व विधायक और आरोपी की ओर से दुष्कर्म करने और उनका सहयोग करने वालों के खिलाफ जब आवाज उठाई तो पुलिस के अधिकारियों ने बंदूक की नोक पर कबूल करवाया कि हम उनको ब्लैकमेल करना चाहते हैं. इसकी एवज में पांच करोड़ रुपए मांग रहे हैं. इसका वीडियो भी बनाया. इसके बाद हमें गिरफ्तार भी कर लिया गया. जेल से छूटने के बाद भी पूर्व विधायक के कहने पर पुलिस अधिकारी हम पर नजर बनाए हुए थे. इन सब से हमें जान का खतरा था, इसलिए हमने देरी से रिपोर्ट दी है.
एक साल पहले चर्चा में आया था ब्लैकमेलिंग कांड : गत वर्ष 30 नवंबर को एक व्यक्ति ने बाड़मेर कोतवाली में ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज करवाया था. उस समय तत्कालीन विधायक का नाम भी मामले में जोड़ा गया था. इसके बाद पुलिस के आला अधिकारियों ने बाड़मेर में डेरा डाला और दोनों महिलाओं के अलावा जोधपुर के लूणी क्षेत्र में छापेमारी करते हुए कुछ लोगों को गिरफ्तार कर इस मामले को शांत कर दिया था.