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जोधपुर: AIIMS में कार्डियोलॉजी विभाग की ओर से 2 दिवसीय सेमिनार का आयोजन

जोधपुर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में कार्डियोलॉजी विभाग की ओर से आयोजित दो दिवसीय कार्डियोलॉजी अपडेट सेमिनार शनिवार से शुरू हुआ. दो दिन तक चलने वाली इस सेमिनार में देश के विभिन्न हिस्सों से आए विशेषज्ञ चिकित्सक भाग ले रहे हैं.

AIIMS Department of Cardiology, एम्स में कार्डियोलॉजी विभाग
2 दिवसीय सेमिनार का हुआ आयोजन
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Published : Jan 18, 2020, 3:54 PM IST

जोधपुर. एम्स में दो दिवसीय कार्डियोलॉजी अपडेट सेमिनार शनिवार से शुरू हुआ. प्रथम दिन कार्यशाला में आठ सत्रों का आयोजन हुआ जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में हार्ट से संबंधित बीमारियों को लेकर चिकित्सा सुविधाएं किस प्रकार से बढ़ाई जाए. ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, हार्ट फैलियर के मरीजों को किस प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं दी जाए सहित इलाज की नवीन तकनीक पर मंथन हुआ. कार्यशाला में एम्स नई दिल्ली के प्रोफेसर डॉ संदीप एवं त्रिवेंद्रम के डॉ. हरीकृष्णनन सहित कई विशेषज्ञ चिकित्सको ने अपने अनुभव डेलीगेट्स को शेयर किए.

2 दिवसीय सेमिनार का हुआ आयोजन

डॉ. हरीकृष्णनन ने बताया कि इन दिनों युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है इसके चलते हार्ट फैलियर एवं हाल्ट से संबंधित बीमारियां बढ़ रही है जिस को नियंत्रित करना जरूरी है. साथ ही उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार किया जाना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के लिए स्कूली स्तर से ही प्रयास करने एवं स्टूडेंट को जागरूक करने की बात भी कही.

पढ़ें- जयपुरः झोटवाड़ा में सरपंच और पंच पद के लिए मतदान संपन्न, 65 प्रतिशत हुई वोटिंग

इसी के साथ उन्होंने कहा कि लाइफस्टाइल में बदलाव एवं स्वस्थ खानपान से ही बीमारियों से बचा जा सकता है इसके लिए कम उम्र से ही जागरूकता का होना बेहद जरूरी है. इस सेमिनार में डॉक्टर संजीव सिंघवी, डॉ.अमित खंडेलवाल डॉ विजय, डॉ एस.के शर्मा, डॉ. संदीप साहू, डॉ. सुरेंद्र देवड़ा सहित विशेषज्ञों चिकित्सकों ने अनुभव बताया जिसमें एम्स के फैकल्टी के डॉक्टर ने भाग लिया.

जोधपुर. एम्स में दो दिवसीय कार्डियोलॉजी अपडेट सेमिनार शनिवार से शुरू हुआ. प्रथम दिन कार्यशाला में आठ सत्रों का आयोजन हुआ जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में हार्ट से संबंधित बीमारियों को लेकर चिकित्सा सुविधाएं किस प्रकार से बढ़ाई जाए. ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, हार्ट फैलियर के मरीजों को किस प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं दी जाए सहित इलाज की नवीन तकनीक पर मंथन हुआ. कार्यशाला में एम्स नई दिल्ली के प्रोफेसर डॉ संदीप एवं त्रिवेंद्रम के डॉ. हरीकृष्णनन सहित कई विशेषज्ञ चिकित्सको ने अपने अनुभव डेलीगेट्स को शेयर किए.

2 दिवसीय सेमिनार का हुआ आयोजन

डॉ. हरीकृष्णनन ने बताया कि इन दिनों युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है इसके चलते हार्ट फैलियर एवं हाल्ट से संबंधित बीमारियां बढ़ रही है जिस को नियंत्रित करना जरूरी है. साथ ही उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार किया जाना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के लिए स्कूली स्तर से ही प्रयास करने एवं स्टूडेंट को जागरूक करने की बात भी कही.

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इसी के साथ उन्होंने कहा कि लाइफस्टाइल में बदलाव एवं स्वस्थ खानपान से ही बीमारियों से बचा जा सकता है इसके लिए कम उम्र से ही जागरूकता का होना बेहद जरूरी है. इस सेमिनार में डॉक्टर संजीव सिंघवी, डॉ.अमित खंडेलवाल डॉ विजय, डॉ एस.के शर्मा, डॉ. संदीप साहू, डॉ. सुरेंद्र देवड़ा सहित विशेषज्ञों चिकित्सकों ने अनुभव बताया जिसमें एम्स के फैकल्टी के डॉक्टर ने भाग लिया.

Intro:जोधपुर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स में कार्डियोलॉजी विभाग की ओर से आयोजित दो दिवसीय कार्डियोलॉजी अपडेट सेमिनार शनिवार से शुरू हुई दो दिन तक चलने वाली इस सेमिनार में देश के विभिन्न हिस्सों से आए विशेषज्ञ चिकित्सक भाग ले रहे हैं। Body: प्रथम दिन कार्यशाला में आठ सत्रों का आयोजन हुआ जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में हार्ट से संबंधित बीमारियों को लेकर चिकित्सा सुविधाएं किस प्रकार से बढ़ाई जाए। ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, हार्ट फैलियर के मरीजों को किस प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं दी जाए सहित इलाज की नवीन तकनीक पर मंथन हुआ। कार्यशाला में एम्स नई दिल्ली के प्रोफेसर डॉ संदीप एवं त्रिवेंद्रम के डॉक्टर हरीकृष्णनन सहित कई विशेषज्ञ चिकित्सको ने अपने अनुभव डेलीगेट्स को शेयर किए। डॉक्टर हरीकृष्णनन ने बताया कि इन दिनों युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है इसके चलते हार्ट फैलियर एवं हाल्ट से संबंधित बीमारियां बढ़ रही है जिस को नियंत्रित करना जरूरी है साथ ही उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार किया जाना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के लिए स्कूली स्तर से ही प्रयास करने एवं स्टूडेंट को जागरूक करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि लाइफस्टाइल में बदलाव एवं स्वस्थ खानपान से ही बीमारियों से बचा जा सकता है इसके लिए कम उम्र से ही जागरूकता का होना बेहद जरूरी है |इस सेमिनार में डॉक्टर संजीव सिंघवी, डॉ, अमित खंडेलवाल डॉ विजय डॉ एस के शर्मा, डॉक्टर संदीप साहू, डॉ सुरेंद्र देवड़ा सहित विशेषज्ञों चिकित्सकों ने अनुभव बताया जिसमें एम्स के फैकल्टी के डॉक्टर ने भाग लिया !
बाईट/ डॉ हरिकृष्णनान ऐम्स त्रिवेंद्रमConclusion:
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