झुंझुनू. जिले के सिंघाना थाना क्षेत्र के चितोसा में करंट लगने से एक युवक-युवती की मौत हो गई. जिसके बाद शनिवार को आक्रोशित ग्रामीण मुआवजे की मांग को लेकर थाने में ही धरने पर बैठ गए हैं. ग्रामीणों ने दोनों मृतकों के परिजनों को मुआवजे के साथ ही सरकारी नौकरी देने की मांग की है. साथ ही चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगों को नहीं मान लिया जाता तब तक शवों का पोस्टमार्टम नहीं होने दिया जाएगा.
ग्रामीणों ने बताया कि बिजली विभाग की लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ है. इस हादसे में दो परिवारों के एक युवती और युवक की मौत गई. ऐसे में बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई किए जाने की भी मांग की जा रही है. उन्होंने बताया कि जिस बिजली सप्लाई से यह हादसा हुआ है, वो लाइन एक कुएं से होकर गुजरती है, जिसका पिछले 10 साल से कनेक्शन कटा हुआ है. इसके बावजूद भी बिजली विभाग ने लाइन को वहां से नहीं हटाया.
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वहीं, लटकते तारों और संभावित खतरों से कई बार ग्रामीणों ने बिजली विभाग को अवगत भी कराया, बावजूद इसके विभाग ने ग्रामीणों की बातों को गंभीरता से नहीं लिया. यही कारण है कि एक युवक और युवती हादसे के शिकार हो गए. विरोध कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि मृतक प्रवीण सिंह निवासी चितोसा व रविना निवासी पुहानियां दोनों ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे, जो भविष्य में अपने परिवार का सहारा बनने वाले थे.
इस दौरान ग्रामीणों ने दोनों मृतकों के परिवारों को 50-50 लाख रुपए का मुआवजा और दोनों परिवारों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए सरकारी नौकरी देने की मांग की है. ग्रामीणों ने बताया कि जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जाती, तब तक दोनों के शवों का पोस्टमार्टम नहीं होगा.
घटना की सूचना पर सूरजगढ़ विधायक सुभाष पूनिया, पूर्व प्रधान नीता यादव, बुहाना बार अध्यक्ष गुलशन डांगी, एसडीएम सुनील चौहान भी सिंघाना थाने में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने पुलिस विभाग व बिजली विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर उक्त मामले में आवश्यक कदम उठाने की बात कही है.