सिंघाना (झुंझुनू). सिंघाना क्षेत्र के थली पंचायत के कुम्हारों की ढाणी के ग्रामीणों ने शुक्रवार को गांव के बीच से ईंट भट्ठों पर जा रहे मिट्टी से भरे ओवरलोड डंपरों को रोक दिया. सरपंच प्रतिनिधि रमेश गुर्जर के नेतृत्व में गांव के करीब दो दर्जन महिला और पुरुषों ने सड़क के बीच में पत्थर लगा कर डंपरों को रोककर विरोध प्रदर्शन किया.
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कई दिनों से भोदन की तरफ से मिट्टी से भरे डंपर आ रहे हैं, जो तेज गति से गांव के बीच में से जा रहे हैं, जिससे कई बार बच्चे और पशु हादसे का शिकार होते-होते बचे हैं.
उनका कहना है कि गांव की सड़क मकानों से एकदम सटकर गुजरती है. जब, डंपर तेज गति से निकलते हैं तो भूकंप जैसा कंपन होता है, जिससे मकानों में दरारें आ रही हैं. वहीं ओवरलोड डंपर की वजह से बच्चे और वृद्ध लोगों का बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है.
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यही नहीं ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पानी की टंकी सड़क के किनारे बनी हुई है, जब पशुओं को पानी पिलाने के लिए लाते हैं, तो हादसा होने की आशंका रहती है.
खेतों से मिट्टी खोदकर ईट भट्ठों पर ले जाते हैं
जानकारी के अनुसार भोदन के पास किसानों की जमीन चिकनी मिट्टी की है, ईंट भट्ठों के ठेकेदार बीघा के हिसाब से जमीन ले लेते हैं, जिसकी खुदाई करके ईंट भट्ठों पर ले जाते हैं. खुदाई में भी ईंट भट्ठों के ठेकेदार नियमों की अवहेलना करते हैं. ग्रामीणों का कहना है ठेकेदार प्रलोभन देकर किसानों के खेतों को उजाड़ रहे हैं और प्रशासनिक अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. वहीं सड़क की बात करें तो यह सड़क छोटे वाहनों के गुजरने लायक सड़क है. लेकिन, इस पर ओवर लोड डंपर चलने से इसने टूटने का खतरा है.
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बता दें कि ग्रामीण पहले भी कई बार गांव के बीच से डंपर नहीं निकलने देने कि चेतावनी दे चुके हैं. लेकिन, उनकी चेतावनी का कोई असर नहीं हुआ. ग्रामीणों का कहना है कि वो अब किसी भी कीमत पर गांव के बीच से ओवरलोड डंपर नहीं गुजरने देंगे. प्रदर्शन के दौरान गोकल, घनश्याम, घीसा राम, पंच अनिल मोती, सुबे सिंह सहित अनेक ग्रामीण और महिलाएं मौजूद रहे.