झुंझुनू. जिले के पिलानी कस्बे में 5 वर्षीय बालिका के साथ 19 फरवरी को हुए दुष्कर्म में पीड़िता के परिवार को 18 मार्च को अंतिम प्रतिकर राशि पांच लाख रुपए स्वीकृत की गई. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव मधु हिसारिया ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष अरुण कुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में 18 मार्च 2021 को जरिए सर्कुलेशन अर्जेन्ट बैठक में आयोजन किया गया. जिसमें जिले के पिलानी के नजदीक 05 वर्षीय बालिका के साथ हुए दुष्कर्म में पीडि़ता के परिवार को अंतिम प्रतिकर राशि पांच लाख रुपये स्वीकृत की गई है.
हिसारिया ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झुंझुनूं की ओर से 19 फरवरी 2021 को पिलानी कस्बे के पास रहने वाली नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना की खबर मिलने पर मामले में संज्ञान लेते हुए त्वरित कार्रवाई करते हुए राजस्थान पीड़ित प्रतिकर स्कीम 2011 के तहत दिनांक 20 फरवरी, 2021 को ढ़ाई लाख रुपए त्वरित अंतरिम सहायता प्रदान की गई थी. अब इस प्रकरण में मात्र 26 दिन में फैसला आने के बाद जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से फिर से त्वरित कार्रवाई करते हुए अंतिम प्रतिकर राशि रुपये पांच लाख स्वीकृत की गई.
पीड़िता के निवास स्थान पर पहुंचा प्रशासन, तैयार करवाया आवेदन
हिसारिया ने बताया कि पोक्सो न्यायालय का फैसला आने के तुरंत बाद महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक विप्लव न्यौला और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कर्मचारी सुरेश कुमार की ओर से पीड़िता के निवास स्थान पर जाकर पीड़िता की ओर से पीड़ित परिवार को पीड़ित प्रतिकर स्कीम 2011 के तहत अंतिम प्रतिकर के लिए आवेदन तैयार करवाया गया. आवेदन प्राप्त होते ही संपूर्ण कार्यालयी औपचारिकताएं अविलम्ब पूर्ण करते हुए अरुण कुमार अग्रवाल अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जिला एवं सेशन न्यायाधीश झुंझुनूं के समक्ष पीड़िता का आवेदन पत्र अवलोकन के लिए प्रस्तुत किया गया.
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अग्रवाल की ओर से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की मीटिंग जरिए सर्कुलेशन आहूत करने के निर्देश प्रदान किये गए. उक्त निर्देशों की पालना में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की जरिए सर्कूलेशन मीटिंग का आयोजन किया गया. अवयस्क के साथ बलात्संग की स्थिति में पीड़ितों को राजस्थान पीड़ित प्रतिकर स्कीम 2011 के तहत अधितम अंतिम सहायता राशि ढ़ाई लाख रुपए तत्काल जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से स्वीकृत की गई. जिसमें से ढ़ाई लाख रुपए पहले अंतरिम सहायता राशि पहले ही दिए चुके हैं.