झुंझुनू. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 150वीं जयंती वर्ष और स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में चल रहे आजादी का अमृत महोत्सव के तहत मंगलवार को शहीद दिवस के अवसर पर अहिंसा यात्रा को जिला कलेक्टर उमरदीन खान ने शहीद कर्नल जेपी जानू राउमावि से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
कलेक्टर खान ने कहा कि मौन जुलूस गांधीवादी तरीके से निकाला जा रहा है, इसका मुख्य उदेश्य ये है कि समाज में अहिंसात्मक तरीके से लोगों में परिवर्तन लाने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने शहीद ए आजम भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव सिंह के बारे में बताते हुए कहा कि देश के ऐसे महान क्रांतिकारियों ने अपने प्राण न्यौछावर किए. शहीद स्मारक पर तीनों महान क्रांतिकारियों को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
अहिंसा यात्रा में मौन जुलूस के साथ अतिरिक्त जिला कलेक्टर जगदीश प्रसाद गौड़, झुंझूनूं एसडीएम शैलेष खैरवा, गांधी जीवन दर्शन समिति के मुरारी सैनी ने अहिंसा यात्रा में शहीद स्मारक पहुंचे. जिला उपभोक्ता मंच के सदस्य मनोज मील ने शहीद स्मारक में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि आम जनमानस में ये भ्रांति फैली है कि तीनों अमर शहीदों को फांसी की सजा से बचाने के लिए महात्मा गांधी ने प्रयास नहीं किया, जबकि वास्तविकता मे ऐसा नहीं था. विभिन्न दस्तावेजों का अध्ययन करने पर ये साबित होता है कि मात्मा गांधी ने तत्कालीन वायसराय से तीनों को बचाने के लिए भरसक प्रयास किए.
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शहीद दिवस के मौके पर गांधी और तीनों अमर शहीदो के आपसी संबंधों को समझने की आवश्यकता है. इस अवसर पर नेहा महेश्वरी, कैलाश सूया ने देश भक्ति से ओतप्रोत गीत की प्रस्तुति दी. मौन जुलूस में स्काउट गाइड सहित अनेक छात्र-छात्राओं ने रैली में हिस्सा लिया.
इस अवसर पर नगर परिषद आयुक्त अनीता खीचड़, सीओ स्काउट महेश कालावत, सीओ गाइड सुभिता गिल, महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक विप्लव न्यौला, जिला खेल अधिकारी राजेश ओला सहित अनेक प्रशासनिक अधिकारी एवं गांधी दर्शन समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन सत्यवीर झाझड़िया ने किया.