ETV Bharat / state

झुंझुनू में कृषि कॉलेज खुलवाने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे छात्र...सौंपा ज्ञापन - jhunjhunu news in hindi

राज्य सरकार की ओर से गत सालों में थोक के भाव यानी लगभग 50 कृषि कॉलेज खोले गए थे, लेकिन शेखावाटी के तीनों जिलों के खाते में एक भी कॉलेज नहीं आया था. कृषि विज्ञान 12वीं के दो छात्र जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और कृषि महाविद्यालय खुलवाए जाने की मांग की है.

DEMAND FOR AGRICULTURUL COLLAGE, कृषि कॉलेज खुलवाने की मांग
author img

By

Published : Aug 31, 2019, 7:42 PM IST

झुंझुनू. जिला प्रशासन की छुट्टी के दिन स्कूल की वेशभूषा पहने दो छात्र जिला कलेक्ट्री पर घूम रहे थे. हाथ में स्वलिखित श्रुतिलेखन की तरह की लिखा हुआ आवेदन था. पूछने पर उन्होंने जवाब दिया कि कृषि विज्ञान के 12वीं के छात्र हैं सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं सीनियर सेकेंडरी पास करने के बाद भी कृषि विज्ञान करना चाहते हैं. उन्होंने कहा की जिले में कोई इसका कॉलेज नहीं है और यहां से बाहर पढ़ने घर वाले भेजना नहीं चाहते, इसलिए जिला कलेक्टर को एप्लीकेशन देने आए हैं कि जिले में कृषि महाविद्यालय खुलवाया जाए.

जिला कलेक्ट्रेट पहुंच कर छात्रों ने कृषि कॉलेज खुलवाने की मांग की


कृषि विज्ञान केंद्र है लेकिन कॉलेज नहीं:
शेखावाटी के तीनों जिले सीकर, चूरू और झुंझुनूं तीनों ही कृषि प्रधान है, लेकिन यह विडंबना ही है कि इन तीनों ही जिलों में एग्रीकल्चर कॉलेज नहीं है. झुंझुनूं जिले में तो स्वामी केशवानंद कृषि विश्वविद्यालय से संबंध कृषि विज्ञान केंद्र भी है लेकिन यहां कॉलेज नहीं है.

ये भी पढ़ें: गहलोत के मंत्री का सेवाभाव, रामदेवरा जातरूओं के जख्मी पैरों पर मरहम-पट्टी करते दिखे बीडी कल्ला

राज्य सरकार की ओर से गत सालों में थोक के भाव यानी लगभग 50 कॉलेज खोले गए थे, लेकिन तीनों ही जिलों के खाते में एक भी कॉलेज नहीं आया था. ऐसे में यहां के छात्र और लोगों के लिए कृषि महाविद्यालय की खासी जरूरत है यदि 12वीं के बाद छात्रों को कृषि की पढ़ाई करनी है तो उन्हें कम से कम 200 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है क्योंकि जोबनेर ही यहां निकटवर्ती कॉलेज है.

झुंझुनू. जिला प्रशासन की छुट्टी के दिन स्कूल की वेशभूषा पहने दो छात्र जिला कलेक्ट्री पर घूम रहे थे. हाथ में स्वलिखित श्रुतिलेखन की तरह की लिखा हुआ आवेदन था. पूछने पर उन्होंने जवाब दिया कि कृषि विज्ञान के 12वीं के छात्र हैं सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं सीनियर सेकेंडरी पास करने के बाद भी कृषि विज्ञान करना चाहते हैं. उन्होंने कहा की जिले में कोई इसका कॉलेज नहीं है और यहां से बाहर पढ़ने घर वाले भेजना नहीं चाहते, इसलिए जिला कलेक्टर को एप्लीकेशन देने आए हैं कि जिले में कृषि महाविद्यालय खुलवाया जाए.

जिला कलेक्ट्रेट पहुंच कर छात्रों ने कृषि कॉलेज खुलवाने की मांग की


कृषि विज्ञान केंद्र है लेकिन कॉलेज नहीं:
शेखावाटी के तीनों जिले सीकर, चूरू और झुंझुनूं तीनों ही कृषि प्रधान है, लेकिन यह विडंबना ही है कि इन तीनों ही जिलों में एग्रीकल्चर कॉलेज नहीं है. झुंझुनूं जिले में तो स्वामी केशवानंद कृषि विश्वविद्यालय से संबंध कृषि विज्ञान केंद्र भी है लेकिन यहां कॉलेज नहीं है.

ये भी पढ़ें: गहलोत के मंत्री का सेवाभाव, रामदेवरा जातरूओं के जख्मी पैरों पर मरहम-पट्टी करते दिखे बीडी कल्ला

राज्य सरकार की ओर से गत सालों में थोक के भाव यानी लगभग 50 कॉलेज खोले गए थे, लेकिन तीनों ही जिलों के खाते में एक भी कॉलेज नहीं आया था. ऐसे में यहां के छात्र और लोगों के लिए कृषि महाविद्यालय की खासी जरूरत है यदि 12वीं के बाद छात्रों को कृषि की पढ़ाई करनी है तो उन्हें कम से कम 200 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है क्योंकि जोबनेर ही यहां निकटवर्ती कॉलेज है.

Intro:जब जरूरत होती है तो इच्छाशक्ति भी पैदा हो जाती है। ऐसे ही झुंझुनू जिले के कृषि विज्ञान के छात्रों का भले ही संगठन नहीं है। लेकिन उनकी इच्छा है कि किसी तरह से कृषि कॉलेज खुले, क्योंकि नहीं तो उनको पढ़ने बाहर जाना पड़ेगा।


Body:झुंझुनू। जिला प्रशासन की छुट्टी के दिन स्कूल की वेशभूषा पहने 2 छात्र जिला कलेक्ट्री पर घूम रहे थे। हाथ में स्वलिखित श्रुतिलेखन की तरह की जमा जमा कर लिखा हुआ आवेदन था। पूछा तो जवाब दिया कि कृषि विज्ञान के 12वीं के छात्र हैं सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं सीनियर सेकेंडरी पास करने के बाद भी कृषि विज्ञान करना चाहते हैं। लेकिन जिले में कोई इसका कॉलेज नहीं है और यहां से बाहर पढ़ने घर वाले भेजना नहीं चाहते। इसलिए जिला कलेक्टर को एप्लीकेशन देने आए हैं कि जिले में कृषि महाविद्यालय खुलवाया जाए।

कृषि विज्ञान केंद्र है लेकिन कॉलेज नहीं
शेखावाटी के तीनों जिले सीकर,चूरू और झुंझुनूं तीनों ही कृषि प्रधान है लेकिन यह विडंबना ही है कि इन तीनों ही जिलों में एग्रीकल्चर कॉलेज नहीं है झुंझुनू जिले में तो स्वामी केशवानंद कृषि विश्वविद्यालय से संबंध कृषि विज्ञान केंद्र भी है लेकिन यहां कॉलेज नहीं है। राज्य सरकार की ओर से गत सालों में थोक के भाव यानी लगभग 50 कॉलेज खोले गए थे लेकिन तीनों ही जिलों के खाते में एक भी कॉलेज नहीं आया था। ऐसे में यहां के छात्रों व लोगों के लिए कृषि महाविद्यालय की खासी जरूरत है यदि 12वीं के बाद छात्रों को कृषि की पढ़ाई करनी है तो उन्हें कम से कम 200 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है क्योंकि जोबनेर ही यहां निकटवर्ती कॉलेज है।

बाइट वन
नवीन झाझरिया छात्र

बाइट दो आशीष छात्र


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.