झुंझुनू. जिला प्रशासन की छुट्टी के दिन स्कूल की वेशभूषा पहने दो छात्र जिला कलेक्ट्री पर घूम रहे थे. हाथ में स्वलिखित श्रुतिलेखन की तरह की लिखा हुआ आवेदन था. पूछने पर उन्होंने जवाब दिया कि कृषि विज्ञान के 12वीं के छात्र हैं सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं सीनियर सेकेंडरी पास करने के बाद भी कृषि विज्ञान करना चाहते हैं. उन्होंने कहा की जिले में कोई इसका कॉलेज नहीं है और यहां से बाहर पढ़ने घर वाले भेजना नहीं चाहते, इसलिए जिला कलेक्टर को एप्लीकेशन देने आए हैं कि जिले में कृषि महाविद्यालय खुलवाया जाए.
कृषि विज्ञान केंद्र है लेकिन कॉलेज नहीं:
शेखावाटी के तीनों जिले सीकर, चूरू और झुंझुनूं तीनों ही कृषि प्रधान है, लेकिन यह विडंबना ही है कि इन तीनों ही जिलों में एग्रीकल्चर कॉलेज नहीं है. झुंझुनूं जिले में तो स्वामी केशवानंद कृषि विश्वविद्यालय से संबंध कृषि विज्ञान केंद्र भी है लेकिन यहां कॉलेज नहीं है.
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राज्य सरकार की ओर से गत सालों में थोक के भाव यानी लगभग 50 कॉलेज खोले गए थे, लेकिन तीनों ही जिलों के खाते में एक भी कॉलेज नहीं आया था. ऐसे में यहां के छात्र और लोगों के लिए कृषि महाविद्यालय की खासी जरूरत है यदि 12वीं के बाद छात्रों को कृषि की पढ़ाई करनी है तो उन्हें कम से कम 200 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है क्योंकि जोबनेर ही यहां निकटवर्ती कॉलेज है.