ETV Bharat / state

Special: शहीदों की कलाइयों पर सजती हैं राखियां...बहनें 'अमर' भाइयों के लिए मांगती हैं दुआ

रक्षाबंधन पर भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधकर बहनें लंबी उम्र की कामना करती हैं. राजस्थान के शेखावाटी में मातृभूमि की रक्षा में शहीद हुए भाइयों की कलाइयां भी सूनी नहीं रहतीं. इन शहीदों की बहनें आम बहनों की तरह राखी का त्योहार मनाती हैं और अपने 'अमर' भाइयों से आशीर्वाद लेती हैं. देखिये झुंझुनू से ये खास रिपोर्ट...

jhunjhunu rakhi news, राजस्थान न्यूज
शहीदों की बहनें प्रतिमाओं को राखी बांध मनाती हैं त्योहार
author img

By

Published : Aug 3, 2020, 12:07 PM IST

झुंझुनू. अपने रक्त से मां भारती का तिलक करने वाले शहीद कभी मरते नहीं, वह तो अमर होते हैं. उस रक्त की एक-एक बूंद का देश कर्जदार है, लेकिन सीमा की रक्षा करने वाले उन शहीदों की बहनें भी यह त्योहार आम बहनों की तरह ही मनाती हैं. शहीदों की बहनों का कहना है कि उनके भाई देश की रक्षा में शहीद हुए हैं और आज भी अमर हैं. इसीलिए उनकी लंबी उम्र की दुआ करती हैं.

शहीदों की बहनें प्रतिमाओं को राखी बांध मनाती हैं त्योहार

शेखावाटी में शहीदों को देवता का दर्जा प्राप्त है. शहीद की बहनें वैसे ही राखी का त्योहार मनाती हैं जैसे पहले छुट्टियों में रक्षाबंधन पर उनके भाई घर आया करते थे. शहीद की बहनें हर साल रक्षाबंधन पर शहीद की प्रतिमाओं पर रक्षा सूत्र बांधती हैं. इन बहनों का कहना है कि उनके भाई मरे नहीं हैं, अजर-अमर हैं. वैसे झुंझुनू जिला शहीद और सैनिक के लिए पूरे हिंदुस्तान में अपनी एक पहचान रखता है. शहीदों की बात करें तो अकेले झुंझुनू जिले से 467 वीर जवान शहीद हो चुके हैं. ऐसे में रक्षाबंधन के त्योहार पर शहीद की बहनें अपने भाई की प्रतिमाओं पर रक्षा सूत्र बांधती हैं.

यह भी पढ़ें. राखी बांधने का क्या है शुभ मुहूर्त ?

बहनों का कहना है कि हमारे भाई ने घर का ही नहीं पूरे देश का नाम रोशन किया है. उन्होंने मां भारती की सीमाओं की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है. हमें अपने भाइयों पर गर्व है कि वह देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है. हम रक्षाबंधन के त्योहार पर उन्हें बहुत याद करते हैं और उनकी प्रतिमाओं पर रक्षा सूत्र बांधकर उनकी लंबी उम्र की दुआएं करती हैं.

jhunjhunu rakhi news, राजस्थान न्यूज
पहले आकर बांधती हैं राखी

शहीदों के लिए लंबी उम्र की दुआ...

वहीं ढिगाल गांव के शहीद अजय की बहन कहती हैं कि रक्षाबंधन के त्योहार पर गांव आकर अपने शहीद भाई की प्रतिमा पर रक्षा सूत्र बांधती हूं. शहीद अजय की बहन अनिता कहती हैं कि रक्षाबंधन के त्योहार पर वह उन सभी शहीद भाइयों के लिए व जो सीमाओं पर देश की रक्षा में लगे हुए हैं, उन सभी की लंबी उम्र की दुआ करती हैं.

jhunjhunu rakhi news, राजस्थान न्यूज
अपने भाई की प्रतिमा पर राखी बांधती बहन

आशीर्वाद लेकर मनाती हैं त्योहार...

जिले के अणगासर गांव के शहीद थाकन की बहन सुनीता कहती हैं कि रक्षाबंधन त्योहार पर सबसे पहले अपने शहीद भाई थाकन की प्रतिमा पर आकर रक्षा सूत्र बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र की दुआ करती हैं. साथ ही कहती हैं भाई तो शहीद हो गया पर वह आज भी अमर है. इसीलिए उनकी लंबी उम्र की दुआ करती हूं और उनसे आशीर्वाद लेकर ही रक्षाबंधन का त्योहार मनाती हूं.

झुंझुनू. अपने रक्त से मां भारती का तिलक करने वाले शहीद कभी मरते नहीं, वह तो अमर होते हैं. उस रक्त की एक-एक बूंद का देश कर्जदार है, लेकिन सीमा की रक्षा करने वाले उन शहीदों की बहनें भी यह त्योहार आम बहनों की तरह ही मनाती हैं. शहीदों की बहनों का कहना है कि उनके भाई देश की रक्षा में शहीद हुए हैं और आज भी अमर हैं. इसीलिए उनकी लंबी उम्र की दुआ करती हैं.

शहीदों की बहनें प्रतिमाओं को राखी बांध मनाती हैं त्योहार

शेखावाटी में शहीदों को देवता का दर्जा प्राप्त है. शहीद की बहनें वैसे ही राखी का त्योहार मनाती हैं जैसे पहले छुट्टियों में रक्षाबंधन पर उनके भाई घर आया करते थे. शहीद की बहनें हर साल रक्षाबंधन पर शहीद की प्रतिमाओं पर रक्षा सूत्र बांधती हैं. इन बहनों का कहना है कि उनके भाई मरे नहीं हैं, अजर-अमर हैं. वैसे झुंझुनू जिला शहीद और सैनिक के लिए पूरे हिंदुस्तान में अपनी एक पहचान रखता है. शहीदों की बात करें तो अकेले झुंझुनू जिले से 467 वीर जवान शहीद हो चुके हैं. ऐसे में रक्षाबंधन के त्योहार पर शहीद की बहनें अपने भाई की प्रतिमाओं पर रक्षा सूत्र बांधती हैं.

यह भी पढ़ें. राखी बांधने का क्या है शुभ मुहूर्त ?

बहनों का कहना है कि हमारे भाई ने घर का ही नहीं पूरे देश का नाम रोशन किया है. उन्होंने मां भारती की सीमाओं की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है. हमें अपने भाइयों पर गर्व है कि वह देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है. हम रक्षाबंधन के त्योहार पर उन्हें बहुत याद करते हैं और उनकी प्रतिमाओं पर रक्षा सूत्र बांधकर उनकी लंबी उम्र की दुआएं करती हैं.

jhunjhunu rakhi news, राजस्थान न्यूज
पहले आकर बांधती हैं राखी

शहीदों के लिए लंबी उम्र की दुआ...

वहीं ढिगाल गांव के शहीद अजय की बहन कहती हैं कि रक्षाबंधन के त्योहार पर गांव आकर अपने शहीद भाई की प्रतिमा पर रक्षा सूत्र बांधती हूं. शहीद अजय की बहन अनिता कहती हैं कि रक्षाबंधन के त्योहार पर वह उन सभी शहीद भाइयों के लिए व जो सीमाओं पर देश की रक्षा में लगे हुए हैं, उन सभी की लंबी उम्र की दुआ करती हैं.

jhunjhunu rakhi news, राजस्थान न्यूज
अपने भाई की प्रतिमा पर राखी बांधती बहन

आशीर्वाद लेकर मनाती हैं त्योहार...

जिले के अणगासर गांव के शहीद थाकन की बहन सुनीता कहती हैं कि रक्षाबंधन त्योहार पर सबसे पहले अपने शहीद भाई थाकन की प्रतिमा पर आकर रक्षा सूत्र बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र की दुआ करती हैं. साथ ही कहती हैं भाई तो शहीद हो गया पर वह आज भी अमर है. इसीलिए उनकी लंबी उम्र की दुआ करती हूं और उनसे आशीर्वाद लेकर ही रक्षाबंधन का त्योहार मनाती हूं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.