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3 Arrested in bribe case: उदयपुरवाटी प्रधान, देवर और सांख्यिकी विभाग के उपनिदेशक रिश्वत केस में गिरफ्तार

उदयपुरवाटी पंचायत समिति प्रधान माया गुर्जर, उसका देवर भोलाराम गुर्जर, पंचायत समिति के पूर्व वीडिओ और आर्थिक एवं सांख्यिक विभाग, चुरू के उपनदेशक बाबूलाल रैगर को सीकर एसीबी ने रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया (govt officer arrested taking bribe) है.

Sikar ACB action: 3 arrested including govt officer, Udaipurwati Pradhan and her relative
3 Arrested in bribe case: उदयपुरवाटी प्रधान, देवर और सांख्यिकी विभाग के उपनिदेशक रिश्वत केस में गिरफ्तार
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Published : Jan 20, 2023, 11:36 PM IST

झुंझुनूं. उदयपुरवाटी में सीकर एसीबी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रधान सहित तीन जनों को रिश्वत के आरोप में पकड़ा है. उदयपुरवाटी पंचायत समिति प्रधान माया गुर्जर, उसका देवर भोलाराम गुर्जर, पंचायत समिति के पूर्व वीडिओ और वर्तमान में चूरू में कार्यरत आर्थिक एवं सांख्यिक विभाग के उपनदेशक बाबूलाल रैगर एसीपी के हत्थे चढ़े हैं. मामले में 33 हजार की रिश्वत पहले ले ली गई थी. शुक्रवार को प्रधान के देवर को 50 हजार रुपए लेते धरा गया.

आरोपी ने यह राशि बिल पास करने की एवज में परिवादी से रिश्वत के रूप में मांगी थी. एसीबी सत्यापन में तीनों सही पाए गए. कार्रवाई के दौरान प्रधान के देवर भोलाराम ने रिश्वत की राशि दी. उसके बाद एसीबी ने कार्रवाई करते हुए प्रधान माया गुर्जर को तुरंत हिरासत में ले लिया. वहीं एक जेटीए एसीबी की कार्रवाई की भनक लगते ही फरार हो गया. जिसने पूर्व में ही मोबाइल ऐप के माध्यम से परिवादी से 33 हजार की रिश्वत ले ली थी. आरोपी को पकड़ने के लिए एसीबी आरोपी के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है. वही तीनों आरोपियों से उदयपुरवाटी थाने में पूछताछ की जा रही है.

पढ़ें: Judgement in Bribe case: रिश्वत लेने वाले अधिकारी को हुई जेल, 14 साल में आया फैसला

एसीबी टीम ने डीएसपी राजेश जांगिड़ के नेतृत्व में कार्रवाई की है. एसीबी टीम ने शिकायत का सत्यापन करवाया, तो प्रधान माया गुर्जर ने कहा कि लेन-देन की बात उसके देवर भोलाराम गुर्जर से कर लो. पीड़ित ने देवर भोलाराम से बात करके शुक्रवार को रिश्वत की रकम देना तय हुआ. इसके बाद देवर प्रधान को लेकर पंचायत समिति कार्यालय पहुंचा, जहां प्रधान अपने चेंबर में चली गईं. इसके बाद प्रधान के देवर ने पंचायत समिति के बाहर परिवादी से 50 हजार रुपए ले लिए. जिसके बाद एसीबी की टीम ने उसे पंचायत समिति के बाहर की पकड़ लिया. इसके बाद एसीबी टीम ने पंचायत समिति में कुर्सी पर बैठी प्रधान माया गुर्जर को हिरासत में ले लिया.

पढ़ें: Corrupt SOG ASP Divya Mittal : दो करोड़ की रिश्वत मांगने वाली दिव्या कोर्ट में पेश, ACB को मिला 20 जनवरी तक रिमांड

बाबूलाल का हुआ था प्रमोशन: झुंझुनू में सहायक निदेशक के तौर पर सांख्यिकी विभाग झुंझुनू में कार्यरत रहे बाबूलाल रैगर पिछले 3 वर्षों से उदयपुरवाटी वीडियो का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे थे. उन पर कई बार बगैर रुपयों के काम नहीं करने के आरोप भी लगे थे. अभी हाल ही में उनका प्रमोशन हुआ था. प्रमोशन के बाद भी रिश्वत का खेल जारी था. एसीबी सत्यापन के दौरान भी लगातार वह उदयपुरवाटी पंचायत समिति पर फोन के जरिए संपर्क में थे.

पढ़ें: बारां में 20 हजार की रिश्वत लेते वीडीओ चढ़ा ACB के हत्थे, बीकानेर में कांस्टेबल तो अजमेर में पटवारी गिरफ्तार

उदयपुरवाटी पूर्व प्रधान शुभकरण चौधरी ने प्रधान माया गुर्जर को षडयंत्रपूर्वक फंसाने का आरोप लगाते हुए समर्थकों संग थाने के बाहर प्रदर्शन किया. वहीं इस मामले को लेकर उन्होंने मंत्री राजेंद्र गुढ़ा पर भी आरोप लगाए. गुढ़ा भी पुलिस थाने पहुंचे और प्रधान को निर्दोष बताया. आरोपियों को कल एसीबी कोर्ट में पेश किया जाएगा.

झुंझुनूं. उदयपुरवाटी में सीकर एसीबी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रधान सहित तीन जनों को रिश्वत के आरोप में पकड़ा है. उदयपुरवाटी पंचायत समिति प्रधान माया गुर्जर, उसका देवर भोलाराम गुर्जर, पंचायत समिति के पूर्व वीडिओ और वर्तमान में चूरू में कार्यरत आर्थिक एवं सांख्यिक विभाग के उपनदेशक बाबूलाल रैगर एसीपी के हत्थे चढ़े हैं. मामले में 33 हजार की रिश्वत पहले ले ली गई थी. शुक्रवार को प्रधान के देवर को 50 हजार रुपए लेते धरा गया.

आरोपी ने यह राशि बिल पास करने की एवज में परिवादी से रिश्वत के रूप में मांगी थी. एसीबी सत्यापन में तीनों सही पाए गए. कार्रवाई के दौरान प्रधान के देवर भोलाराम ने रिश्वत की राशि दी. उसके बाद एसीबी ने कार्रवाई करते हुए प्रधान माया गुर्जर को तुरंत हिरासत में ले लिया. वहीं एक जेटीए एसीबी की कार्रवाई की भनक लगते ही फरार हो गया. जिसने पूर्व में ही मोबाइल ऐप के माध्यम से परिवादी से 33 हजार की रिश्वत ले ली थी. आरोपी को पकड़ने के लिए एसीबी आरोपी के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है. वही तीनों आरोपियों से उदयपुरवाटी थाने में पूछताछ की जा रही है.

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एसीबी टीम ने डीएसपी राजेश जांगिड़ के नेतृत्व में कार्रवाई की है. एसीबी टीम ने शिकायत का सत्यापन करवाया, तो प्रधान माया गुर्जर ने कहा कि लेन-देन की बात उसके देवर भोलाराम गुर्जर से कर लो. पीड़ित ने देवर भोलाराम से बात करके शुक्रवार को रिश्वत की रकम देना तय हुआ. इसके बाद देवर प्रधान को लेकर पंचायत समिति कार्यालय पहुंचा, जहां प्रधान अपने चेंबर में चली गईं. इसके बाद प्रधान के देवर ने पंचायत समिति के बाहर परिवादी से 50 हजार रुपए ले लिए. जिसके बाद एसीबी की टीम ने उसे पंचायत समिति के बाहर की पकड़ लिया. इसके बाद एसीबी टीम ने पंचायत समिति में कुर्सी पर बैठी प्रधान माया गुर्जर को हिरासत में ले लिया.

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बाबूलाल का हुआ था प्रमोशन: झुंझुनू में सहायक निदेशक के तौर पर सांख्यिकी विभाग झुंझुनू में कार्यरत रहे बाबूलाल रैगर पिछले 3 वर्षों से उदयपुरवाटी वीडियो का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे थे. उन पर कई बार बगैर रुपयों के काम नहीं करने के आरोप भी लगे थे. अभी हाल ही में उनका प्रमोशन हुआ था. प्रमोशन के बाद भी रिश्वत का खेल जारी था. एसीबी सत्यापन के दौरान भी लगातार वह उदयपुरवाटी पंचायत समिति पर फोन के जरिए संपर्क में थे.

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उदयपुरवाटी पूर्व प्रधान शुभकरण चौधरी ने प्रधान माया गुर्जर को षडयंत्रपूर्वक फंसाने का आरोप लगाते हुए समर्थकों संग थाने के बाहर प्रदर्शन किया. वहीं इस मामले को लेकर उन्होंने मंत्री राजेंद्र गुढ़ा पर भी आरोप लगाए. गुढ़ा भी पुलिस थाने पहुंचे और प्रधान को निर्दोष बताया. आरोपियों को कल एसीबी कोर्ट में पेश किया जाएगा.

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