ETV Bharat / state

विधानसभा उपचुनाव: मंडावा विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने दी ये प्रतिक्रिया

खींवसर और मंडावा विधानसभा सीट के लिए हो रहा उपचुनाव राज्य सरकार के लिए एक लिटमस टेस्ट की तरह होगा. ये उपचुनाव सरकार की लोकप्रियता की गवाही देगा. वहीं, जब ईटीवी भारत की टीम जब मंडावा विधानसभा सीट के मतदाताओं के बीच पहुंची तो उन्होंने अपनी समस्याओं का बखान शुरू कर दिया. हालांकि उन्हें उपचुनाव को लेकर इस बात की उम्मीद है कि इस बहाने ही उनकी समस्याओं का समाधान होगा.

Mandawa Assembly Constituency, मतदाताओं की प्रतिक्रिया
author img

By

Published : Oct 9, 2019, 1:16 PM IST

झुंझुनू. राजस्थान में खींवसर और मंडावा विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव हो रहा है. राजनीतिक समीकरणों के लिहाज से ये चुनाव अहम है. इसके नतीजे प्रदेश की राजनीति पर निश्चित तौर पर असर डालेंगे. इस बीच ईटीवी भारत की टीम जब मंडावा विधानसभा सीट के मतदाताओं के बीच पहुंची तो उन्होंने अपनी समस्याओं का बखान शुरू कर दिया. अपनी समस्या बताते हुए कई लोगों ने शासन-प्रशासन के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की. हालांकि उन्हें उपचुनाव को लेकर इस बात की उम्मीद है कि इस बहाने ही उनकी समस्याओं का समाधान होगा.

मंडावा विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं की प्रतिक्रिया

वहीं, इस विधानसभा क्षेत्र के कुछ बुजुर्ग इस बात को लेकर भी दुखी नजर आते हैं कि देश में झूठी बात फैलाई जाती है. इस दौरान एक बुजुर्ग फौजी ऐसे भी मिले, जिन्होंने देश के खिलाफ हुई तीनों प्रमुख लड़ाइयों में हिस्सा लिया था. लेकिन अब वो गुस्से में कहते हैं कि इनदिनों तो नकली लड़ाइयां लड़ी जा रही हैं. वहीं, कुछ लोग भले ही किसी के भी समर्थक हों, लेकिन वो चुनाव में शराब और पैसा बांटने से दुखी नजर आते हैं. वो कहते हैं कि चुनाव में ऐसा नहीं होना चाहिए.

पढ़ें: भाजपा विधायक ने की मां दुर्गा से अजीबो-गरीब प्रार्थना...कचरा फैलाने वालों के हाथ-पैर तोड़ देना, VIDEO वायरल

इसके अलावा मंडावा क्षेत्र के गरीब तबके मतदाता उसके बारे में खुलकर बोलते हैं, जिसको वोट देना होता है. ऐसा इसलिए भी, क्योंकि वो डिप्लोमैटिक उत्तर नहीं जानते हैं. वहीं कई महिलाएं का कहना है कि सरकार किसी की भी हो, लेकिन कम से कम सामान्य समस्याओं के समाधान के तरीके में बदलाव आना चाहिए. जाहिर है, उपचुनाव राज्य सरकार के लिए एक लिटमस टेस्ट की तरह भी होगा. ये उपचुनाव सरकार की लोकप्रियता की गवाही देगा.

झुंझुनू. राजस्थान में खींवसर और मंडावा विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव हो रहा है. राजनीतिक समीकरणों के लिहाज से ये चुनाव अहम है. इसके नतीजे प्रदेश की राजनीति पर निश्चित तौर पर असर डालेंगे. इस बीच ईटीवी भारत की टीम जब मंडावा विधानसभा सीट के मतदाताओं के बीच पहुंची तो उन्होंने अपनी समस्याओं का बखान शुरू कर दिया. अपनी समस्या बताते हुए कई लोगों ने शासन-प्रशासन के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की. हालांकि उन्हें उपचुनाव को लेकर इस बात की उम्मीद है कि इस बहाने ही उनकी समस्याओं का समाधान होगा.

मंडावा विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं की प्रतिक्रिया

वहीं, इस विधानसभा क्षेत्र के कुछ बुजुर्ग इस बात को लेकर भी दुखी नजर आते हैं कि देश में झूठी बात फैलाई जाती है. इस दौरान एक बुजुर्ग फौजी ऐसे भी मिले, जिन्होंने देश के खिलाफ हुई तीनों प्रमुख लड़ाइयों में हिस्सा लिया था. लेकिन अब वो गुस्से में कहते हैं कि इनदिनों तो नकली लड़ाइयां लड़ी जा रही हैं. वहीं, कुछ लोग भले ही किसी के भी समर्थक हों, लेकिन वो चुनाव में शराब और पैसा बांटने से दुखी नजर आते हैं. वो कहते हैं कि चुनाव में ऐसा नहीं होना चाहिए.

पढ़ें: भाजपा विधायक ने की मां दुर्गा से अजीबो-गरीब प्रार्थना...कचरा फैलाने वालों के हाथ-पैर तोड़ देना, VIDEO वायरल

इसके अलावा मंडावा क्षेत्र के गरीब तबके मतदाता उसके बारे में खुलकर बोलते हैं, जिसको वोट देना होता है. ऐसा इसलिए भी, क्योंकि वो डिप्लोमैटिक उत्तर नहीं जानते हैं. वहीं कई महिलाएं का कहना है कि सरकार किसी की भी हो, लेकिन कम से कम सामान्य समस्याओं के समाधान के तरीके में बदलाव आना चाहिए. जाहिर है, उपचुनाव राज्य सरकार के लिए एक लिटमस टेस्ट की तरह भी होगा. ये उपचुनाव सरकार की लोकप्रियता की गवाही देगा.

Intro:मंडावा विधानसभा में उपचुनाव है और माना जा रहा है कि यह चुनाव राज्य सरकार के लिए एक लिटमस टेस्ट की तरह होगा। जो सरकार की लोकप्रियता की गवाही देगा, जनता से जब उपचुनाव के बारे में बात करते हैं तो वे चुनाव के बारे में बाद में बात करते हैं, अपनी समस्याएं पहले बताते हैं।


Body:झुंझुनू। जब कैमरा जनता के सामने आता है तो इसके बाद समस्याओं का बखान ऐसे शुरू होता है, कि संभवतया कुछ भड़ास निकलती है। कुछ उम्मीद जागती है कि चुनाव के बहाने उनके समस्याओं का समाधान होगा, कुछ बुजुर्ग दुखी भी नजर आते हैं कि चुनाव है लेकिन देश में एक झूठ फैलाया जा रहा है। कवरेज के दौरान एक बुजुर्ग फौजी तो ऐसे भी मिले जिन्होंने देश के खिलाफ हुई तीनों प्रमुख लड़ाइयों में हिस्सा लिया, लेकिन वे गुस्से में आकर कह देते हैं कि अब तो नकली लड़ाइयां लड़ी जा रही है। वहीं कुछ लोग भले ही किसी के भी समर्थक हो लेकिन वे चुनाव में शराब और पैसा बांटने से दुखी नजर आते हैं वे कहते हैं कि चुनाव में ऐसा नहीं होना चाहिए।

सरकार किसी की हो, बदलाव चाहिए
वही मंडावा के वो मतदाता जो मजदूरी करते हैं, गरीब तबके से हैं वे मुखर नजर आते हैं, क्योंकि वे डिप्लोमैटिक उत्तर नहीं जानते हैं और जिसको वोट देना होता है, उसके बारे में खुलकर बोलते हैं। वहीं यदि महिलाओं की बात की जाए तो उनको भी वही समस्याएं है कि ई-मित्र वाले सामान्य समस्याओं के लिए चक्कर कटवाते हैं हर बार एक ही बात बोलते हैं कि सर्वर डाउन है। उनका कहना है कि सरकार किसी की भी हो लेकिन कम से कम यह सामान्य समस्याओं के समाधान के तरीके में बदलाव आना चाहिए।



बाइट वन सरजीत सिंह
वाइट दो अब्बास
व्हाइट तीन द्रोण
वाइट 4 पुष्पा कवर
वाइट 5 मदनलाल


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.