झुंझुनू. राजस्थान में खींवसर और मंडावा विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव हो रहा है. राजनीतिक समीकरणों के लिहाज से ये चुनाव अहम है. इसके नतीजे प्रदेश की राजनीति पर निश्चित तौर पर असर डालेंगे. इस बीच ईटीवी भारत की टीम जब मंडावा विधानसभा सीट के मतदाताओं के बीच पहुंची तो उन्होंने अपनी समस्याओं का बखान शुरू कर दिया. अपनी समस्या बताते हुए कई लोगों ने शासन-प्रशासन के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की. हालांकि उन्हें उपचुनाव को लेकर इस बात की उम्मीद है कि इस बहाने ही उनकी समस्याओं का समाधान होगा.
वहीं, इस विधानसभा क्षेत्र के कुछ बुजुर्ग इस बात को लेकर भी दुखी नजर आते हैं कि देश में झूठी बात फैलाई जाती है. इस दौरान एक बुजुर्ग फौजी ऐसे भी मिले, जिन्होंने देश के खिलाफ हुई तीनों प्रमुख लड़ाइयों में हिस्सा लिया था. लेकिन अब वो गुस्से में कहते हैं कि इनदिनों तो नकली लड़ाइयां लड़ी जा रही हैं. वहीं, कुछ लोग भले ही किसी के भी समर्थक हों, लेकिन वो चुनाव में शराब और पैसा बांटने से दुखी नजर आते हैं. वो कहते हैं कि चुनाव में ऐसा नहीं होना चाहिए.
इसके अलावा मंडावा क्षेत्र के गरीब तबके मतदाता उसके बारे में खुलकर बोलते हैं, जिसको वोट देना होता है. ऐसा इसलिए भी, क्योंकि वो डिप्लोमैटिक उत्तर नहीं जानते हैं. वहीं कई महिलाएं का कहना है कि सरकार किसी की भी हो, लेकिन कम से कम सामान्य समस्याओं के समाधान के तरीके में बदलाव आना चाहिए. जाहिर है, उपचुनाव राज्य सरकार के लिए एक लिटमस टेस्ट की तरह भी होगा. ये उपचुनाव सरकार की लोकप्रियता की गवाही देगा.