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राजस्थान में सबसे ज्यादा सैनिक सर्विस वोटर यहां...जीत-हार में निभाते हैं बड़ी भूमिका

प्रदेश का झुंझुनूं जिला ऐसा जिला है जहां से राजस्थान में सबसे अधिक सैनिक सर्विस वोटर हैं. जो सीमा पर देश की हिफाजत में लगे हैं. ऐसे में ये वोट हार-जीत को तय करने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.

डिजाइन फोटो.
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Published : Mar 11, 2019, 5:57 PM IST

झुंझुनूं. प्रदेश का झुंझुनूं जिला ऐसा जिला है जहां से राजस्थान में सबसे अधिक सैनिक सर्विस वोटर हैं. जो सीमा पर देश की हिफाजत में लगे हैं. ऐसे में ये वोट हार-जीत को तय करने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.


बता दें, प्रशासन के पास जो सैनिक सर्विस वोटों का आंकड़ा है वो 25327 है. जो किसी भी उम्मीदवार को हराना और जीतने के लिए काफी है. ऐसे में इस बार लोकसभा चुनाव में इनका वोट ऑनलाइन के माध्य से डलवाया जाएगा.


बता दें, 2018 के विधानसभा चुनाव में सैनिक सर्विस वोटरों ने हार-जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी. खेतड़ी विधानसभा में तो पूर्व मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ईवीएम काउंटिंग में काफी पीछे रह गए थे. इसके बाद सैनिक सर्विस वोटों ने ही हार को जीत में तब्दील कर दिया था. जितेंद्र सिंह नजदीकी मुकाबले में केवल 957 वोटों से जीतने में सफल रहे थे.

डिजाइन फोटो.


जिला निर्वाचन अधिकारी रवि जैन ने बताया कि इस बार सैनिकों की यूनिट को ऑनलाइन वोट भेजा जाएगा. जहां उसके बारकोड स्कैन करने पर प्रिंट निकलेगा. हालांकि इसके बाद वोट कास्ट कर सैनिक को वोट लिफाफे में ही वापस जिला निर्वाचन अधिकारी को भेजना होगा.

वहीं चुनाव आयोग की ओर से पिछले दिनों मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए चलाए गए अभियान में जिले में 24144 मतदाता बढ़ गए हैं. यह संख्या मृत व्यक्तियों के नाम कटने के बाद बढ़ी है.


अब भी है मौका
वहीं, जिला कलेक्टर ने बताया कि मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया गया है लेकिन, जो लोग अभी तक अपना नाम नहीं जुड़वा पाए हैं वो अब भी जुड़वा सकते हैं. कलेक्टर ने जानकारी दी की नामांकन से 10 दिन पहले तक इस मतदाता सूची में अपना नाम लिखवा सकते हैं.

झुंझुनूं. प्रदेश का झुंझुनूं जिला ऐसा जिला है जहां से राजस्थान में सबसे अधिक सैनिक सर्विस वोटर हैं. जो सीमा पर देश की हिफाजत में लगे हैं. ऐसे में ये वोट हार-जीत को तय करने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.


बता दें, प्रशासन के पास जो सैनिक सर्विस वोटों का आंकड़ा है वो 25327 है. जो किसी भी उम्मीदवार को हराना और जीतने के लिए काफी है. ऐसे में इस बार लोकसभा चुनाव में इनका वोट ऑनलाइन के माध्य से डलवाया जाएगा.


बता दें, 2018 के विधानसभा चुनाव में सैनिक सर्विस वोटरों ने हार-जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी. खेतड़ी विधानसभा में तो पूर्व मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ईवीएम काउंटिंग में काफी पीछे रह गए थे. इसके बाद सैनिक सर्विस वोटों ने ही हार को जीत में तब्दील कर दिया था. जितेंद्र सिंह नजदीकी मुकाबले में केवल 957 वोटों से जीतने में सफल रहे थे.

डिजाइन फोटो.


जिला निर्वाचन अधिकारी रवि जैन ने बताया कि इस बार सैनिकों की यूनिट को ऑनलाइन वोट भेजा जाएगा. जहां उसके बारकोड स्कैन करने पर प्रिंट निकलेगा. हालांकि इसके बाद वोट कास्ट कर सैनिक को वोट लिफाफे में ही वापस जिला निर्वाचन अधिकारी को भेजना होगा.

वहीं चुनाव आयोग की ओर से पिछले दिनों मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए चलाए गए अभियान में जिले में 24144 मतदाता बढ़ गए हैं. यह संख्या मृत व्यक्तियों के नाम कटने के बाद बढ़ी है.


अब भी है मौका
वहीं, जिला कलेक्टर ने बताया कि मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया गया है लेकिन, जो लोग अभी तक अपना नाम नहीं जुड़वा पाए हैं वो अब भी जुड़वा सकते हैं. कलेक्टर ने जानकारी दी की नामांकन से 10 दिन पहले तक इस मतदाता सूची में अपना नाम लिखवा सकते हैं.

Intro:

झुंझुनू। राजस्थान का झुंझुनू जिला ऐसा जिला है जहां से राजस्थान में सबसे अधिक सैनिक सर्विस वोटर हैं। यह सैनिक सीमा पर देश की हिफाजत में लगे हैं और प्रशासन के पास सैनिकों के सर्विस वोटों का जो आंकड़ा है , उसके हिसाब से 25327 सर्विस वोटर है। अब यह वोट हार-जीत को तय करने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं क्योंकि इस बार के लोकसभा चुनाव में उनका वोट कास्ट करवाने के लिए बड़ा हिस्सा ऑनलाइन होगा। गौरतलब है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में सैनिक सर्विस वोटरों ने हार जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी। खेतड़ी विधानसभा में तो पूर्व मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ईवीएम काउंटिंग में काफी पीछे रह गए थे। इसके बाद सैनिक सर्विस वोटों ने ही हार को जीत में तब्दील कर दिया था। जितेंद्र सिंह नजदीकी मुकाबले में केवल 957 वोटों से जीतने में सफल रहे थे





Body:जिला निर्वाचन अधिकारी रवि जैन ने बताया कि इस बार सैनिकों की यूनिट को ऑनलाइन वोट भेजा जाएगा ,जहां उसके बारकोड स्कैन करने पर प्रिंट निकलेगा । हालांकि इसके बाद वोट कास्ट कर सैनिक को वोट लिफाफे में ही वापस जिला निर्वाचन अधिकारी को भेजना होगा। वहीं चुनाव आयोग की ओर से गत दिनों मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए चलाए गए अभियान में जिले में 24144 मतदाता बढ़ गए हैं। यह संख्या मृत व्यक्तियों के नाम कटने के बाद बढे हैं। वहीं यदि नव मतदाताओं की बात करें तो जिले में 44732 ऐसे भी मतदाता है जिनकी आयु 18 से 19 वर्ष है। झुंझुनू लोकसभा में सीकर जिले के फतेहपुर विधानसभा भी आती है , लेकिन मतदाता सूची के कार्य सीकर जिला निर्वाचन अधिकारी के पास ही है। ऐसे में मतदाताओं में फतेहपुर विधानसभा के मतदाताओं की संख्या शामिल नहीं है।





Conclusion:अब भी है मौका
वहीं जिला कलेक्टर ने बताया कि मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया गया है लेकिन अभी वंचित लोग अपना नाम जुड़वा सकते हैं। नामांकन से 10 दिन पहले तक इस मतदाता सूची में अपना नाम लिखवा सकते हैं ।
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