झुंझुनू. राजस्थान में भीलवाड़ा के बाद कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या के मामले में झुंझुनू में सबसे ज्यादा केस पाए गए हैं. हालांकि अब जयपुर में भी केस लगातार बढ़ रहे हैं. लेकिन वहां पर पहले से ही जांच की सुविधा उपलब्ध है. वहीं अब झुंझुनू में भी सरकार ने कोरोना वायरस की जांच शुरू करने का फैसला किया है.
गौरतलब है कि झुंझुनू में विदेशों से लौटे आठ लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है और यहां पर अब तक 836 सैंपल लिए जा चुके हैं. जिनकी जांच के लिए सभी सैंपल को जयपुर भेजना पड़ता है. ऐसे में सरकार की मंशा है कि झुंझुनू में भी कोरोना जांच सुविधा शुरू हो जानी चाहिए. जिससे कि जल्द से जल्द रिपोर्ट मिलनी शुरू हो जाएगी और इससे कहीं ना कहीं कोरोना पर लगाम लगाने में सफलता मिलेगी.
जिले के सबसे बड़े बीडीके अस्पताल में जल्द ही कोरोना जांच की सुविधा शुरू होने वाली है. पीसीआर लैब के लिए अस्पताल परिसर के रेडक्रास भवन के इस्तेमाल की स्वीकृति दी गई है. इसके लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग को सीविल वर्क के लिए 10 लाख रूपए की राशि दे दी गई है और 10 दिनों में लैब का काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं.
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सरकार के निर्देश पर जल्द ही मशीन आने वाली है और जाचं की सुविधा शुरू हो जाएगी. मेडिकल कॉलेजों के बाद राजस्थान में पहली लैब झुंझुनू में बनने जा रही है. बता दें कि जिले में अब तक 836 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं और इनमें से 117 की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. समय लगने की वजह से कोरोना पॉजिटिव लोगों के घरों और आसपास के सर्वे का काम प्रभावित हो रहा है. इससे संक्रमण की आशंका भी बढ़ रही है. इसलिए सरकार ने यहां पर लैब खोलने का फैसला किया है.