झुंझुनूं. कृषि बहुल क्षेत्र झुंझुनूं के लिए इस बार बड़ी खुशखबरी है. जिला मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र आबूसर ने इस बार रिकॉर्डतोड़ बीज का उत्पादन किया है. ऐसे में किसानों को इस बार रबी की फसल के दौरान बेहतरीन क्वालिटी का बीज मिल सकेगा. स्वामी केशवानंद कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर से संबंधित कृषि विज्ञान केंद्र आबूसर (झुंझुनूं) ने राजस्थान ही नहीं, बल्कि पूरे हिंदुस्तान के साथ 700 से ज्यादा कृषि विज्ञान केंद्रों को पछाड़कर यह कीर्तिमान स्थापित किया है.
पिछली बार से लगभग 600 क्विंटल अधिक हुआ बीज का उत्पादन
केवीके आबूसर ने इस बार गेहूं का 816.05 क्विंटल, चने का 338.86 क्विंटल, जौ का 454.46 क्विंटल और सरसों का 48.56 क्विंटल बीज का उत्पादन किया है. इस प्रकार केवीके ने वर्ष 2018-19 में कुल 1657.93 क्विंटल बीज का उत्पादन किया है. वहीं, पिछली बार केवीके में केवल 1070.21 क्विंटल बीज का उत्पादन किया गया था. कृषि विज्ञान केंद्र ने अपने मुख्य कार्य किसानों को प्रशिक्षण देने, प्रदर्शन और अन्य प्रसार गतिविधियों के अतिरिक्त क्वालिटी वाले बीज के उत्पादन के क्षेत्र में बेहतरीन कदम उठाया है. मौसम सही होने, उन्नत किस्म मिलने तथा वैज्ञानिक की मेहनत की वजह से इस बार इस तरह के रिकॉर्डतोड़ बीज का उत्पादन हुआ है.
गौरतलब है कि आबूसर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र की स्थापना 1990 में हुई थी. यहां 1996-97 में बीज उत्पादन का कार्य शुरू किया गया था, जिसमें रबी फसल में गेहूं, चना, सरसों, जौ तथा खरीफ में बाजरा, ग्वार, मूंग तथा चंवला के बीज का उत्पादन किया जाता है. कृषि विज्ञान केंद्र आबूसर के अध्यक्ष डॉ. दयानंद बताते हैं कि इस बार कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से अब तक का सर्वाधिक बीज उत्पादन किया गया है.