झुंझुनू. नेपाली सांसद बिनोद चौधरी फिलहाल झुंझुनू में हैं, जहां उन्होंने नेपाल और भारत के रिश्ते पर ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत की. इस दौरान नेपाली सांसद बिनोद चौधरी ने कहा कि नेपाल और भारत के रिश्ते प्रगाढ़ हैं. उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक और धार्मिक रूप से दोनों देश इस तरह से जुड़े हुए हैं कि भारत का कौन नागरिक नहीं चाहेगा कि वह नेपाल जाकर पशुपतिनाथ के दर्शन करे और नेपाल के लोग यहां भारत में आकर महाकाल के दर्शन करें.
उन्होंने कहा कि हम भले ही मूल रूप से शेखावाटी के रहने वाले हैं, लेकिन अब हर तरह से नेपाली हैं. अब 5 पीढ़ियों का अंतर आ गया है, क्योंकि उनके परदादा यहां से नेपाल गए थे. चौधरी ने कहा कि उनका खुद का जन्म नेपाल में ही हुआ है और इसलिए वे सांस्कृतिक और धार्मिक हर तरह से नेपाल के नागरिक अपने आपको महसूस करते हैं.
नेपाल को ही बताया सीता की जन्म स्थली
सीता की जन्म स्थली के बारे में भी उन्होंने कहा कि बिना किसी शक के माता सीता की जन्म स्थली नेपाल में ही है. दरअसल, गत दिनों दोनों देश में माता सीता की जन्म स्थली को लेकर विवाद खड़ा हो गया था और दोनों तरफ से यह दावे किए गए थे की मां सीता का जन्म उनके यहां पर हुआ है. सांसद चौधरी के कुलदेवता सीकर जिले के फतेहपुर कस्बे में है. इसलिए वे हर दो-तीन साल पर यहां आते हैं, लेकिन उनकी गहरी आस्था झुंझुनू के रानी सती मंदिर में भी है और वे जब भी यहां आते हैं तो रानी सती के दर्शन जरूर करते हैं.
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अजमेर में बना रहे हैं फूड पार्क
कारोबारी के रूप में बिनोद चौधरी ने कहा कि वे राजस्थान के अजमेर में एक बड़ा फूड पार्क बना रहे हैं और इसके अलावा भी झुंझुनू जिले में भी निवेश के बारे में योजना बना रहे हैं. चौधरी की कंपनी का वाई वाई नूडल्स बेहद लोकप्रिय बताया जाता है. राजस्थान में निवेश की शुरुआत अपने गांव से ही करने वाले हैं. चूड़ी अजीतगढ़ में हवेली होटल और इस तरह के हॉस्पिटैलिटी में निवेश करेंगे.
बता दें, बिनोद चौधरी होटल चेन के भी मालिक हैं. चौधरी ने कहा कि शेखावाटी के और उद्योगपतियों से भी वे संपर्क करेंगे और उनसे आग्रह करेंगे कि वह भी अपने अपने गांव में इस तरह का निवेश करें. यह निवेश लाभ की दृष्टि से नहीं बल्कि अपने जड़ों की ओर लौटने का भी है. बिनोद चौधरी मूल रूप से शेखवाटी के झुंझुनू के रहने वाले हैं, वो झुंझुनू जिले के चूड़ी अजीतगढ़ गांव के रहने वाले हैं. हालांकि, पांच पीढ़ियों से उनका परिवार नेपाल में ही रह रहा है.