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जेल प्रहरी भर्ती पेपर लीक का फरार आरोपी बन गया लाइब्रेरियन, SOG ने सरकारी स्कूल से दबोचा - RAJASTHAN PAPER LEAK

जेल प्रहरी भर्ती के पेपर लीक मामले में वांछित दान सिंह पर एसओजी ने रखा था 10 हजार का इनाम. सरकारी स्कूल से गिरफ्तार.

Rajasthan Paper Leak
जेल प्रहरी भर्ती पेपर लीक का आरोपी गिरफ्तार (ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 28, 2025, 9:32 PM IST

जयपुर: जेल प्रहरी भर्ती-2018 के पेपर लीक मामले में जिस दान सिंह की एसओजी को तलाश थी. वह पिछले साल परीक्षा में चयनित होकर लाइब्रेरियन बन गया. अब एसओजी ने उसे पकड़ लिया है. उसकी एसओजी को लंबे समय से तलाश थी, उस पर 10 हजार रुपए का इनाम भी था. एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि डीग के खूंटेला निवासी दान सिंह जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा-2018 के पेपर लीक मामले में आरोपी था.

उसने मुख्य सरगना अनिल कुमार के संपर्क में रहकर स्थानीय स्तर पर अभ्यर्थी हरेंद्र सिंह व अन्य अभ्यर्थियों को कोटपूतली स्थित होटल हाईवे च्वॉइस, कोटपुतली ले जाकर परीक्षा पहले पेपर की उत्तर कुंजी मुहैया करवाकर उसका चयन करवाया था. इस मामले में वह लंबे समय से फरार चल रहा था. जिसकी गिरफ्तारी पर एसओजी ने 10 हजार रुपए का इनाम भी रखा था.

पढ़ें : आरयूएचएस से बड़ी खबर, बीएससी नर्सिंग का पेपर आउट - RUHS PAPER LEAK

बांसवाड़ा के बसला गांव में कर रहा नौकरी : उन्होंने बताया कि दान सिंह का जुलाई, 2024 में लाइब्रेयियन के पद पर चयन हो गया. वह बांसवाड़ा जिले के बसला स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में कार्यरत था. उसे उदयपुर एटीएस की टीम ने स्कूल से दबोचा है. इस मामले में उससे पूछताछ और अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा. इसके साथ ही पेपर लीक से चयनित अन्य अभ्यर्थियों और गिरोह के अन्य गुर्गों को लेकर एसओजी अनुसंधान में जुटी है.

मुखबिर की सूचना पर की गई थी कार्रवाई : एडीजी वीके सिंह ने बताया कि जेल प्रहरी सीधी भर्ती-2018 की ऑनलाइन कंप्यूटर आधारित परीक्षा 27-28 अक्टूबर 2018 में हुई थी. 28 अक्टूबर को मुखबिर की सूचना पर एसओजी टीम ने कूकस स्थित आर्या कॉलेज के बाहर परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों के मोबाइल की जांच की थी. जांच में सामने आया कि अभ्यर्थी ओमवीर व राधेश्याम के मोबाइल में परीक्षा से पहले रात में ही इस परीक्षा के पेपर की उत्तर कुंजी आ चुकी थी. इस संबंध में एसओजी थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई.

अब तक 15 आरोपी हो चुके गिरफ्तार : उन्होंने बताया कि इस प्रकरण में अनुसंधान कर पेपर लीक करने वाले सरगना, दलाल एवं जेल प्रहरियों सहित अब तक कुल 15 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. अनुसंधान में सामने आया कि पेपर लीक करने वाले सरगना सोनीपत निवासी अनिल कुमार व दिल्ली निवासी आशीष जाट अपनी टीम के साथ होटल हाईवे च्वॉइस, कोटपूतली गए थे. जहां उन्होंने इस परीक्षा के अभ्यर्थियों को अपने स्थानीय दलालों के माध्यम से इकठ्ठा किया और परीक्षा से पहले ही पेपर की उत्तर कुंजी मुहैया करवाई थी.

दो दिन की सभी पारियों के पेपर लीक : एडीजी वीके सिंह ने बताया, जांच में सामने आया कि इस गैंग ने 27 और 28 अक्टूबर की सभी पारियों के पेपर लीक किए हैं. इस भर्ती परीक्षा में चयनित जेल प्रहरी हरेंद्र सिंह, दीपक मेहता और योगेश कुमार पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं. पेपर लीक से चयनित अन्य अभ्यर्थियों को लेकर एसओजी अनुसंधान में जुटी है.

जयपुर: जेल प्रहरी भर्ती-2018 के पेपर लीक मामले में जिस दान सिंह की एसओजी को तलाश थी. वह पिछले साल परीक्षा में चयनित होकर लाइब्रेरियन बन गया. अब एसओजी ने उसे पकड़ लिया है. उसकी एसओजी को लंबे समय से तलाश थी, उस पर 10 हजार रुपए का इनाम भी था. एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि डीग के खूंटेला निवासी दान सिंह जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा-2018 के पेपर लीक मामले में आरोपी था.

उसने मुख्य सरगना अनिल कुमार के संपर्क में रहकर स्थानीय स्तर पर अभ्यर्थी हरेंद्र सिंह व अन्य अभ्यर्थियों को कोटपूतली स्थित होटल हाईवे च्वॉइस, कोटपुतली ले जाकर परीक्षा पहले पेपर की उत्तर कुंजी मुहैया करवाकर उसका चयन करवाया था. इस मामले में वह लंबे समय से फरार चल रहा था. जिसकी गिरफ्तारी पर एसओजी ने 10 हजार रुपए का इनाम भी रखा था.

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बांसवाड़ा के बसला गांव में कर रहा नौकरी : उन्होंने बताया कि दान सिंह का जुलाई, 2024 में लाइब्रेयियन के पद पर चयन हो गया. वह बांसवाड़ा जिले के बसला स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में कार्यरत था. उसे उदयपुर एटीएस की टीम ने स्कूल से दबोचा है. इस मामले में उससे पूछताछ और अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा. इसके साथ ही पेपर लीक से चयनित अन्य अभ्यर्थियों और गिरोह के अन्य गुर्गों को लेकर एसओजी अनुसंधान में जुटी है.

मुखबिर की सूचना पर की गई थी कार्रवाई : एडीजी वीके सिंह ने बताया कि जेल प्रहरी सीधी भर्ती-2018 की ऑनलाइन कंप्यूटर आधारित परीक्षा 27-28 अक्टूबर 2018 में हुई थी. 28 अक्टूबर को मुखबिर की सूचना पर एसओजी टीम ने कूकस स्थित आर्या कॉलेज के बाहर परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों के मोबाइल की जांच की थी. जांच में सामने आया कि अभ्यर्थी ओमवीर व राधेश्याम के मोबाइल में परीक्षा से पहले रात में ही इस परीक्षा के पेपर की उत्तर कुंजी आ चुकी थी. इस संबंध में एसओजी थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई.

अब तक 15 आरोपी हो चुके गिरफ्तार : उन्होंने बताया कि इस प्रकरण में अनुसंधान कर पेपर लीक करने वाले सरगना, दलाल एवं जेल प्रहरियों सहित अब तक कुल 15 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. अनुसंधान में सामने आया कि पेपर लीक करने वाले सरगना सोनीपत निवासी अनिल कुमार व दिल्ली निवासी आशीष जाट अपनी टीम के साथ होटल हाईवे च्वॉइस, कोटपूतली गए थे. जहां उन्होंने इस परीक्षा के अभ्यर्थियों को अपने स्थानीय दलालों के माध्यम से इकठ्ठा किया और परीक्षा से पहले ही पेपर की उत्तर कुंजी मुहैया करवाई थी.

दो दिन की सभी पारियों के पेपर लीक : एडीजी वीके सिंह ने बताया, जांच में सामने आया कि इस गैंग ने 27 और 28 अक्टूबर की सभी पारियों के पेपर लीक किए हैं. इस भर्ती परीक्षा में चयनित जेल प्रहरी हरेंद्र सिंह, दीपक मेहता और योगेश कुमार पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं. पेपर लीक से चयनित अन्य अभ्यर्थियों को लेकर एसओजी अनुसंधान में जुटी है.

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