झुंझुनू. उदयपुरवाटी के मणकसास के रहने वाले नायब सूबेदार नरेश शर्मा की सड़क हादसे में मौत हो गई. नरेश पंजाब के बठिंडा में कार्यरत थे. शुक्रवार को उनकी राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. परिजनों ने बताया कि नायब सूबेदार नरेश शर्मा (36) आर्मी के एजुकेशन कोर में थे. वह गांव में छुट्टी बिताकर 6 मार्च को ही ड्यूटी पर लौटे थे.
नरेश शर्मा का बठिंडा से नागपुर में तबादला होने पर वे बच्चों को घर पर छोड़ कर गए थे. नागपुर एक-दो दिन में जाने ही वाले थे. नायब सूबेदार नरेश कुमार शर्मा के दो भाई हैं.. छोटा भाई सोनू शर्मा है. उनके पिता प्रभु दयाल शर्मा कई वर्षों पहले दिमागी संतुलन बिगड़ने पर घर से निकल गए थे, जिनका अभी तक कोई पता नहीं लगा.
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वहीं, माता विनोद देवी, पत्नी के छोटे दो बच्चों का पालन पोषण कर बड़ा किया था. पत्नी निशा शर्मा के दो बच्चे हैं. बड़ी लड़की खुशी 6 वर्ष की और छोटा बच्चा 4 वर्ष का है. छोटे भाई सोनू शर्मा की अभी शादी नहीं हुई है. नरेश शर्मा 2008 में आर्मी की भर्ती हुए थे, साथ में कई वर्षों से अपनी ननिहाल में रह रहा था, मूलनिवासी मंडावरा के हैं.
आज पहुंचेगा शहीद का पार्थिक देह...
शहीद नायब सूबेदार नरेश शर्मा 111 आरकेटी में पंजाब के बठिंडा में तैनात थे. 10 मार्च की रात वह सड़क हादसे में शहीद हो गए.