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झुंझुनूः खेतड़ी में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 40 फ्लैट धारकों को दि गई फ्लैट की चाबी...

झुंझुनू के खेतड़ी में प्रधानमंत्री जन आवास योजना के अंतर्गत 40 फ्लैट धारकों को फ्लैट की चाबी दी गई. निर्माण कंस्ट्रक्शन कंपनी जयपुर के तत्वावधान में निर्माणाधीन फ्लैट की चाबी पाकर फ्लैट धारकों के चेहरे खिल उठे.

बुहाना में बेटी का जन्म, Birth of daughter in Buhana
बेटी के जन्म पर खुशियां मनाते परिजन
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Published : Nov 11, 2020, 7:39 PM IST

खेतड़ी (झुंझुनू). प्रधानमंत्री जन आवास योजना के अंतर्गत सस्ती दर पर घर बना कर हर इस बार दिवाली का सुनहरा तोहफा दिया जा रहा है. हर व्यक्ति के घर के सपने को पूरा करने की मुहिम के तहत जिले की खेतड़ी नगर पालिका ने 40 फ्लैट धारकों को फ्लैट की चाबी दी.

बुधवार को प्रधानमंत्री जन आवास योजना के अंतर्गत खेतड़ी कस्बे में साईं बाबा मंदिर के पास 30 करोड़ की लागत से बन रहे 640 फ्लैट में से 40 फ्लैट धारकों को फ्लैट के कागज और मिठाई खिलाकर फ्लैट की चाबी सुपुर्द की गई. निर्माण कंस्ट्रक्शन कंपनी जयपुर के तत्वाधान में निर्माणाधीन फ्लैट की चाबी पाकर फ्लैट धारकों के चेहरे खिल उठे और फ्लैट में मिलने वाली सुविधाओं को देख कर दिन भर फ्लैट धारकों में चर्चा का माहौल रहा. उन्होंने फ्लैट की गुणवत्ता पर खुशी जताई. इस मौके पर नगर पालिका उदय सिंह, निर्माण कंस्ट्रक्शन कंपनी के महेंद्र सिंह निर्वाण, गजेंद्र जालंधरा सहित अन्य नगरपालिका कर्मचारी मौजूद रहे.

पढ़ेंः कोटा में कांग्रेसियों पर लाठीचार्ज मामले में अजय माकन ने डोटासरा से मांगी रिपोर्ट

बेटे की तरह बेटी के जन्म पर भी मना जश्न, दशोठन और छूछक की परंपरा भी निभाई...

बुहाना (झुंझुनू). बेटियों पर अभिमान करने और बेटियों के सम्मान में समाज का जागरूक वर्ग पुरातन कूरीतियों के खिलाफ अंधविश्वास की दीवार तोड़कर आईना दिखाने के लिए सामने आने लगा है. अब वो पुराने जमाने की बात हो चुकी है जब बेटी के जन्म पर लोग उदास हो जाया करते थे. आज खुद परिवार की बुजुर्ग महिलाएं बेटी जन्म पर थाली पीट-पीटकर मोहल्ले में मिठाइयां बांटकर हर किसी को पोती होने की खुशी साझा करती हैं.

बेटा-बेटी के बीच असमानता के भेद को खत्म करके बेटों की भांति बेटियों के जन्म पर दशोठन और छूछक की परंपरा चल पड़ी है. बेटा और बेटी में कोई भेद नहीं होता है. इस बात का साक्षात उदाहरण पेश करते हुए बुहाना कस्बे के स्वर्गीय शेरमल रांगेय की पत्नी कमला देवी ने नवजात पोती छवि के जन्म पर जश्न मनाकर नवजात पोती का अभिमान बढ़ाया है. पोता पोतियों को समानता का दर्जा दिया.

पढ़ेंः कोविड की दृष्टि से आगामी 3 महीने चुनौतीपूर्ण, व्यवस्थाओं में नहीं रहे कोई कमी: CM गहलोत

विद्युत विभाग में कार्यरत दिनेश रांगेय की धर्मपत्नी मंजू देवी ने बेटी छवि रांगेय को 9 अक्टूबर 2020 को जन्म दिया. नवजात शिशु के जन्म की खुशी में बच्चे के परिवार में उसी तरीके से अभिमान बढ़ाया जैसे भारतीय समाज में बेटे जन्म पर दशोठन उत्सव मनाने की रीति है.

नवजात बेटी के ननिहाल पक्ष से रेंजर विभाग में कार्यरत नाना माडूराम सिंघल, नानी रुकमणी देवी अपने रिश्तेदार और परिवार के सदस्यों के साथ नवजात लाडली छवि रांगेय का छूछक भरने 2 नवंबर को बुहाना आए. नवजात शिशु के चाचा महेश रांगेय ,चाची पूनम, बुआ शीलू ,फूफा गोपाल सिंह व छोटी बुआ ममता, भाई प्रणीत यक्ष और लक्ष्य ने खुशियां जाहिर की.

खेतड़ी (झुंझुनू). प्रधानमंत्री जन आवास योजना के अंतर्गत सस्ती दर पर घर बना कर हर इस बार दिवाली का सुनहरा तोहफा दिया जा रहा है. हर व्यक्ति के घर के सपने को पूरा करने की मुहिम के तहत जिले की खेतड़ी नगर पालिका ने 40 फ्लैट धारकों को फ्लैट की चाबी दी.

बुधवार को प्रधानमंत्री जन आवास योजना के अंतर्गत खेतड़ी कस्बे में साईं बाबा मंदिर के पास 30 करोड़ की लागत से बन रहे 640 फ्लैट में से 40 फ्लैट धारकों को फ्लैट के कागज और मिठाई खिलाकर फ्लैट की चाबी सुपुर्द की गई. निर्माण कंस्ट्रक्शन कंपनी जयपुर के तत्वाधान में निर्माणाधीन फ्लैट की चाबी पाकर फ्लैट धारकों के चेहरे खिल उठे और फ्लैट में मिलने वाली सुविधाओं को देख कर दिन भर फ्लैट धारकों में चर्चा का माहौल रहा. उन्होंने फ्लैट की गुणवत्ता पर खुशी जताई. इस मौके पर नगर पालिका उदय सिंह, निर्माण कंस्ट्रक्शन कंपनी के महेंद्र सिंह निर्वाण, गजेंद्र जालंधरा सहित अन्य नगरपालिका कर्मचारी मौजूद रहे.

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बेटे की तरह बेटी के जन्म पर भी मना जश्न, दशोठन और छूछक की परंपरा भी निभाई...

बुहाना (झुंझुनू). बेटियों पर अभिमान करने और बेटियों के सम्मान में समाज का जागरूक वर्ग पुरातन कूरीतियों के खिलाफ अंधविश्वास की दीवार तोड़कर आईना दिखाने के लिए सामने आने लगा है. अब वो पुराने जमाने की बात हो चुकी है जब बेटी के जन्म पर लोग उदास हो जाया करते थे. आज खुद परिवार की बुजुर्ग महिलाएं बेटी जन्म पर थाली पीट-पीटकर मोहल्ले में मिठाइयां बांटकर हर किसी को पोती होने की खुशी साझा करती हैं.

बेटा-बेटी के बीच असमानता के भेद को खत्म करके बेटों की भांति बेटियों के जन्म पर दशोठन और छूछक की परंपरा चल पड़ी है. बेटा और बेटी में कोई भेद नहीं होता है. इस बात का साक्षात उदाहरण पेश करते हुए बुहाना कस्बे के स्वर्गीय शेरमल रांगेय की पत्नी कमला देवी ने नवजात पोती छवि के जन्म पर जश्न मनाकर नवजात पोती का अभिमान बढ़ाया है. पोता पोतियों को समानता का दर्जा दिया.

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विद्युत विभाग में कार्यरत दिनेश रांगेय की धर्मपत्नी मंजू देवी ने बेटी छवि रांगेय को 9 अक्टूबर 2020 को जन्म दिया. नवजात शिशु के जन्म की खुशी में बच्चे के परिवार में उसी तरीके से अभिमान बढ़ाया जैसे भारतीय समाज में बेटे जन्म पर दशोठन उत्सव मनाने की रीति है.

नवजात बेटी के ननिहाल पक्ष से रेंजर विभाग में कार्यरत नाना माडूराम सिंघल, नानी रुकमणी देवी अपने रिश्तेदार और परिवार के सदस्यों के साथ नवजात लाडली छवि रांगेय का छूछक भरने 2 नवंबर को बुहाना आए. नवजात शिशु के चाचा महेश रांगेय ,चाची पूनम, बुआ शीलू ,फूफा गोपाल सिंह व छोटी बुआ ममता, भाई प्रणीत यक्ष और लक्ष्य ने खुशियां जाहिर की.

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