उदयपुरवाटी ( झुंझुनू). उदयपुरवाटी कस्बे के वार्ड नंबर-14 में मानसिक रूप से बीमार युवक ने शुक्रवार देर रात कुएं में छलांग लगा दी. युवक को 2 घंटे की मशक्कत के बाद स्थानीय लोगों की मदद से बचाया जा सका और उसे राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया . प्राथमिक उपचार करने के बाद युवक को सीकर रेफर कर दिया गया है.
पढ़ें: प्रदेश में बढ़ते दलित अत्याचार के खिलाफ भाजपा का प्रदेश व्यापी विरोध प्रदर्शन
बताया जा रहा है कि मानसिक तौर पर बीमार होने की वजह से 25 साल का युवक समीर पुत्र रफीक काजी दो साल पहले भी युवक कुएं में छलांग लगाकर कूद गया था. जिसके बाद युवक को बचा लिया गया था. इसके बाद अब शुक्रवार की देर रात को भी उसने कुएं में छलांग लगा दी, जिसके बाद युवक को स्थानीय लोगों की मदद से दो घंटे की मशक्कत के बाद कुएं से बाहर निकाल लिया गया.
इस दौरान युवक के कुएं में गिरने की सूचना के बाद उदयपुरवाटी कस्बे में सनसनी फैल गई. वहीं, कुएं में गिरे युवक को देखने वाले लोगों की अस्पताल में भीड़ जमा हो गई और सूचना के दो घंटे बाद उदयपुरवाटी पुलिस पहुंची. देरी से पहुंचने पर एएसआई राजपाल सिंह से लोगों ने नाराजगी जताई.
पढ़ें: छात्र के दो गुटों में गैंगवार...फायरिंग में एक छात्र के सीने में लगी गोली, मौत
साथ ही बता दें कि युवक को कुएं में गिरने की सूचना के बाद उसे बाहर निकालने के लिए नगर पालिका प्रशासन के पास कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं थी. वहीं, पीडब्ल्यूडी विभाग के पास भी कोई रास्ते की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं मिली, युवक को दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद स्थानीय लोगों के प्रयास से निकाला जा सका.
जाहिर है, एक तरफ प्रशासन हर आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए हमेशा उचित व्यवस्था रहने की दावा करता है. लेकिन उदयपुरवाटी नगरपालिका और पीडब्ल्यूडी प्रशासन की युवक की कुएं में गिरने के बाद सूचना के दो घंटे बाद भी कोई व्यवस्था नहीं कर पाई. इससे प्रशासन की वैकल्पिक व्यवस्थाओं की व्यवस्था से संबंधित पोल खुल गई है.