झुंझुनू. कोरोना संक्रमण को लेकर झुंझुनू में फिलहाल प्रतिदिन करीब 500 सैंपल लिए जा रहे हैं, लेकिन अब यह तय किया गया है कि इसके दोगुने सैंपल लिए जाएंगे और प्रतिदिन करीब एक हजार के आस-पास कोरोना के सैंपल लेने का निर्णय किया गया है. चिकित्सा विभाग की समीक्षा बैठक को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की अध्यक्षता में हुई और इसमें ये निर्णय किया गया. इसमें सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने जिले के आठ ब्लॉक के चिकित्सा अधिकारियों को कोरोना सैंपल बढ़ाने को लेकर निर्देश देते हुए विभागीय योजनाओं की समीक्षा की.
डॉ. गुर्जर ने बताया कि आठ ब्लॉक से जुड़े बीसीएमओ के साथ सीएचसी और पीएचसी प्रभारी बैठक में शामिल हुए. इसमें कोरोना सैंपल बढ़ाने के निर्देश देते हुए हर दिन आरआरटी टीमों को गांवों में भेजने और मोबाइल यूनिट वैन को हर दिन सैंपल लेने के निर्देश दिए. इसके अलावा कोरोना वैक्सीन की तैयारियों को लेकर भी निर्देश दिए. साथ ही मातृ और शिशु दर में कमी लाने के लिए अभियान की समीक्षा की गई.
इन पर भी की गई चर्चा
सीएमएचओ डॉ. गुर्जर ने बताया कि बैठक में वैक्सीन लगाने के प्लान, मातृ मृत्यु समीक्षा, कोरोना सैम्पलिंग बढ़ाने, सर्वे की समीक्षा, कायाकल्प और परिवार कल्याण कार्यक्रमों की समीक्षा की गई. बैठक में आरसीएचओ डॉ. दयानंद सिंह ने कोरोना बचाव के लिए लगने वाली वैक्सीन के प्लान पर चर्चा कर शीघ्र माइक्रोप्लान तैयार कर देने के निर्देश दिए. साथ ही मातृ और शिशु मृत्यु की समीक्षा की.
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सीएमएचओ डॉ. गुर्जर ने फील्ड में सैम्पल बढ़ाने के लिए निर्देश दिए. साथ ही सैम्पलिंग के कार्य में इस्तेमाल ली जा रही मेडिकल मोबाइल वैन के कार्यों की समीक्षा की. बैठक में नगर पालिका क्षेत्रों में किए जा रहे सर्वे की रिपोर्ट पर चर्चा की गई. जिले में ऑक्सीजन बेड बढ़ाने की बात की गई.
सीएमएचओ ने कहा कि कोरोना के मध्यम नजर ऑक्सीजन बेड की जरूरत को शीघ्रता से पूरा करें. बैठक में डिप्टी सीएमएचओ परिवार कल्याण डॉ. नरोत्तम जांगिड़ ने परिवार कल्याण कार्यक्रम और कायाकल्प योजना की समीक्षा की. उन्होंने निर्देश दिए कि इस संक्रमण काल में परिवार कल्याण के साधनों और सेवाओं की उपलब्धता में कमी नहीं आनी चाहिए. सभी अपने लक्ष्य के अनुरूप परिवार कल्याण करवाने के लिए आमजन को प्रेरित करें. बैठक में सभी ब्लॉक स्तर के अधिकारी बीसीएमओ, बीपीएम, बीएएफ सहित अनेक कार्मिक मौजूद रहे.
झुंझुनू जिला कलेक्टर ने की लोगों से मुलाकात
झुंझुनू जिला कलेक्टर उमरदीन खान पालनहार, विधवा पेंशन योजना, वृद्धावस्था पेंशन योजना सहित दिव्यांगजन पेंशन योजना से लाभ प्राप्त करने वाले लाभार्थियों से मिलने उनके घर पहुंचे. सर्वप्रथम उन्होंने पालनहार योजना के तहत लाभ ले रहे इण्ड़ाली के सोहनलाल मीणा के घर गए. जहां उन्होंने पूरे परिवार से सरकार की ओर से दिए जा रहे लाभ और उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली.
दिव्यांग सोहनलाल ने बताया कि उनके तीन बच्चे हैं, जिन्हें राज्य सरकार की ओर से पालनहार योजना के तहत तीनों बच्चों को प्रतिमाह एक हजार रूपए दिए जा रहे हैं. कलेक्टर खान ने पालनहार योजना का लाभ ले रहे बच्चों से उनकी शिक्षा के बारे में जानकारी लेते हुए परिजनों से कहा कि इन बच्चों को पढ़ना हैं, राज्य सरकार की ओर से बेटी कि शादी पर भी मदद की जाएगी. इसके साथ ही इन बच्चों को उच्च शिक्षा देने के लिए सरकार की ओर से मदद कि जाएगी. सोहनलाल ने खुशी जाहिर करते हुए कलेक्टर उमरदीन खान से घर आकर मिलने और परिवार समस्याओं को जानने पर उनका आभार व्यक्त किया.
लोगों ने ने बताई पानी की समस्या, पानी कनेक्शन के दिए निर्देश
इण्ड़ाली गांव की विधवा पेंशन योजना लाभार्थी अनिता कुमावत के घर जाकर मिल सरकार की ओर से दिए जा रहे लाभ के बारे में जानकारी ली तो अनिता ने बताया कि उसके 2 बच्चे हैं, जिन्हें पालनहार योजना के तहत लाभान्वित किया जा रहा हैं. साथ ही उनको विधवा पेंशन योजना के तहत प्रतिमाह 500 रूपए की मदद दी जा रही है.
कलेक्टर खान ने अनिता से किसी भी प्रकार की समस्या सामने आने पर संबंधित अधिकारी से मिलने के लिए कहा तो अनिता ने बताया कि उसके घर में पानी की समस्या हैं, कनेक्शन दिया गया हैं लेकिन पानी नहीं आता हैं तो उन्होंने संबंधित अधिकारी को मौके पर ही समस्या का समाधान करवाने के निर्देश दिए.
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पुरोहितों की ढ़ाणी की दिव्यांग सुनीता से बोले कलेक्टर बेटी को दिलाना उच्च शिक्षा सरकार से मिलेगी मदद
ग्राम पंचायत पुरोहितों की ढ़ाणी कि दिव्यांगजन पेंशन योजना के तहत लाभार्थी सुनीता के घर जाकर पहुंचे, जहां उन्होंने सुनीता को राज्य सरकार की ओर से दिए जा रहे लाभ के बारे में जानकारी ली. उसने बताया कि राज्य सरकार की ओर से दिव्यांगजन पेंशन मिल रही हैं. साथ ही पालनहार के तहत दो बच्चों को 2 हजार रूपए मिल रहे हैं. इसके साथ ही एक बेटे को भी दिव्यांगजन योजना के तहत पेंशन मिल रही है. कलेक्टर खान ने राशन निरंतर मिलने, किसी भी प्रकार की परेशानी सहित उनके परिजनो से बात की. उन्होंने दोनों बेटियों को पढ़ाने सहित उन्हें उच्च शिक्षा दिलाने के लिए कहा तो सुनीता ने बताया कि वो कलेक्टर खान के निर्देश पर बेटियों को उच्च शिक्षा दिलवाएगी.