झुंझुनूं. वन विभाग की टीम के सामने एक शख्स ने पेट्रोल डाल खुद को आग लगा ली. जिसके बाद मौका देखकर टीम फरार हो गई. वन विभाग व राजस्व विभाग की संयुक्त टीम को रविवार को मौका निरीक्षण व वस्तु स्थिति रिपोर्ट बनाने जाना महंगा पड़ गया. टीम के सामने ही एक शख्स ने अपने आप को आग लगा ली और वन विभाग के गार्ड के लिपट गया. वन विभाग व राजस्व विभाग के अधिकारी और गार्ड भी युवक को बचाने की जगह मौके से भाग खड़े हुए. हालांकि वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पीछे से पथराव भी हो रहा था और इसलिए मौके से उन्हें भागना पड़ा.
गंभीर हालत में जयपुर रेफर
मामले के अनुसार गुड़ा गांव में वन विभाग की जमीन पर कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर रखा था. वन विभाग की टीम अपने साथ तो राजस्व के कर्मचारियों को साथ लेकर जमीन की मौका वस्तुस्थिति रिपोर्ट तैयार करने गई थी. इसी दौरान बाबूलाल सैनी नाम के शख्स ने खुद के आग लगा ली और दौड़ पड़ा. देखते ही देखते उसके कपड़ों ने आग पकड़ ली. इस दौरान उसने वन विभाग के गार्ड से लिपटने का भी प्रयास किया. लेकिन वन विभाग व राजस्व की टीम मौके से भाग निकली. आसपास के लोगों ने युवक के कपड़े फाड़े और बाद में स्थानीय पीएचसी में भर्ती करवाया. वहां से गंभीर स्थिति होने पर पहले झुंझुनूं व बाद में जयपुर रेफर कर दिया गया.
घटना पर आलाधिकारियों का बयान
वहीं इस पूरे मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेश मीणा का कहना है कि पुलिस की टीम मौके पर नहीं थी. हालांकि सूचना मिलने के बाद जाकर वस्तु स्थिति को संभाला था. वहीं दूसरी ओर वन विभाग के डीएफओ आरके हुड्डा ने बताया कि अफवाह फैलाई गई की टीम अतिक्रमण हटाने आई है. जबकि वास्तविक स्थिति में टीम केवल मौका देखने गई थी. हमारे पास पूरा रिकॉर्ड है कि विभाग की जमीन पर अतिक्रमण कर रखा है और लगातार मकान बनाने का कार्य जारी था. विभाग के कर्मचारियों व गार्ड पर पत्थरबाजी भी की गई, इसलिए मौके से जान बचाकर भागना पड़ा.