झुंझुनू. जिला प्रशासन की गंभीर लापरवाहियों ने ना केवल अधिकारियों और कर्मचारियों का जीवन संकट में डाल दिया है, बल्कि आम जनता की जान भी सांसत में ला दी है. अतिरिक्त जिला कलेक्टर सहित करीब 10 कर्मचारियों के संक्रमित पाए जाने के बावजूद ना तो अभी जिला कलेक्टर और ना ही सहायक जिला कलेक्टर ने सैंपल दिया है.
दरअसल, राज्य सरकार के जागरूकता कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में उदयपुरवाटी विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा और पिलानी विधायक जेपी चंदेलिया बिना मास्क के कार्यक्रम में शामिल रहे. उसके बाद सूचना केंद्र में जब प्रदर्शनी का उद्घाटन हुआ तो इसमें भी सोशल डिस्टेंस के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ी. वहीं, इसके बाद जिला पुलिस अधीक्षक और जिला कलेक्टर की ओर से जन सूचना केंद्र के ही सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में भी राज्य सरकार की गाइडलाइन का कोई ध्यान नहीं रखा गया. उस समय तो जिला प्रशासन ने इस तरह की गंभीर लापरवाही कर दी, लेकिन अब करीब 10 कर्मचारियों के भी संक्रमित पाए जाने के बाद आम जनता को जिला प्रशासन ने जिला कलेक्ट्रेट में आने से रोक दिया है.
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कर्मचारी संगठन उतरा विरोध में...
इस तरह की गंभीर लापरवाहियों के बाद कर्मचारी संगठन विरोध में उतर गए हैं. कर्मचारी महासंघ ने जिला कलेक्टर से पूछा है कि वे अपना सैंपल क्यों नहीं दे रहे हैं. उनकी ओर से यह भी कहा गया है कि इस तरह के हालात रहे तो कोई भी कर्मचारी अपनी सीट पर नहीं बैठेगा. जब तक सभी कर्मचारियों के सैंपल नहीं लिए जाते कर्मचारी काम नहीं करेंगे. उनकी ओर से कहा गया है कि अतिरिक्त जिला कलेक्टर की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, पॉजिटिव कर्मचारी कार्यालय के अन्य कर्मचारियों के संपर्क में रहते हैं और कार्यालय समय में उनके संपर्क में रहने की वजह से उन्हें भय का माहौल पैदा हो गया है.