झुंझुनू. जिले के नवलगढ़ में 72 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुए का रेस्क्यू ऑपरेशन आखिरकार सफल रहा और उसे खिरोड़-बेरी सीमा से पकड़ लिया गया. ग्रामीणों की मदद से वन विभाग की टीम ने उसे ट्रेंक्यूलाइज किया, जिसके बाद सभी ने राहत की सांस ली. वन कर्मचारियों ने बताया कि उनका रेस्क्यू ऑपरेशन सफल रहा है और अब वो तेंदुए को सुरक्षित स्थान पर छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं. पिछले तीन दिन से नवलगढ़ क्षेत्र में ये तेंदुआ घूम रहा था और इसने दो लोगों समेत कई पशुओं को जख्मी कर दिया था.
वहीं, वन विभाग ने खेतड़ी क्षेत्र के बांसियाल और उदयपुरवाटी के मनसा माता कंजर्वेशन रिजर्व में करीब दो दर्जन से अधिक तेंदुए को बाहर से लाकर छोड़े जाने की बात कही. इनके साथ ही कई छोटे-मोटे खतरनाक जानवर भी यहां हैं. जिनके खाने पीने की व्यवस्था सहित आबादी क्षेत्र में इनके प्रवेश की संभावनाओं को देखते हुए तारबंदी कराई गई है, ताकि कोई भी बाहर निकल कर आबादी वाले इलाकों में न जाए. बावजूद इसके पिछले एक साल से आबादी वाले क्षेत्र में जानवरों ने रुख किया है और वहां कई पशुओं को शिकार बनाया है. यही कारण है कि आसपास के इलाकों में आज भी दहशत का माहौल बना हुआ है.
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गौरतलब है कि नवलगढ़ क्षेत्र के गौठड़ा मे तीन दिन पहले श्री सीमेंट के निर्माणाधीन प्लांट में तेंदुए के घुसने की सूचना पर हड़कंप मच गया था. इस दौरान तेंदुए ने प्लांट में काम कर रहे दो कर्मचारियों को जख्मी कर दिया था. जिसका कुछ लोगों ने वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया था. वहीं, कंपनी के कर्मचारियों की ओर से वन विभाग को उक्त घटना की सूचना दी गई थी. जिसके बाद वन विभाग के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और तेंदुए के रेस्क्यू ऑपरेशन में लग गए थे. इधर, तेंदुए के हमले में जख्मी एक शख्स का नवलगढ़ अस्पताल में इलाज चल रहा है.