झुंझुनू. तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार सुबह हुए हेलिकॉप्टर क्रैश (Bipin Rawat Chopper Crash) में झुंझुनू के स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप राव का भी निधन (Co pilot Kuldeep rao died) हुआ है. वे घलड़ाना गांव के रहने वाले थे. इंडियन एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर (Mi-17V5) को ग्रुप कैप्टन पीएस चौहान और को-पायलट कुलदीप राव उड़ा रहे थे. इस हादसे में सीडीएस बिपिन रावत की पत्नी समेत 13 अन्य अफसरों और जवानों का निधन हो गया है. इसमें ब्रिगेडियर स्तर के अधिकारी मौजूद थे.
बता दें कि, झुंझुनू जिले के जवान कुलदीप सिंह राव बुधवार को सीडीएस बिपिन रावत के साथ सहायक पायलट के रूप में कोयंबटूर से कुन्नूर के लिए जा रहे थे. इसी दौरान रास्ते में हेलीकॉप्टर हादसा हो गया. हादसे में सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 13 अन्य अफसरों और जवानों का निधन हो गया.
2 साल पहले हुई थी शादी
कुलदीप सिंह राव (Squadron Leader Kuldeep Rao) 2013 में एयरफोर्स में भर्ती हुए थे. इससे पहले उन्होंने अपने पिता रणधीर सिंह राव जो भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं, उनके साथ रहकर मुंबई में ही बीएससी आईटी की पढ़ाई की. 2 साल पहले उनकी शादी मेरठ में यशवनी ढाका के साथ 19 नवंबर 2019 को हुई थी. उनकी एक बहन अभीता इंडियन कोस्ट गार्ड में डिप्टी कमांडेंट (Deputy Commandant In Indian Coast Guard) के पद पर कार्यरत हैं.
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सरल और मिलनसार स्वभाव के थे कुलदीप
फिलहाल, कुलदीप सिंह राव का परिवार जयपुर में रह रहे हैं. निधन की सूचना के बाद गांव घरडाना खुर्द का माहौल गमगीन हो गया है. परिजनों का कहना है कि उनका पार्थिव शरीर (Squadron Leader Kuldeep Rao Funeral) आज देर शाम तक गांव पहुंच सकता है. कुलदीप सिंह के चचेरे भाई राजेंद्र राव ने बताया कि उनका स्वभाव बहुत ही सरल और मिलनसार था. कोई भी उनके पास जाता था तो वापस आने का मन नहीं करता था. उनको क्रिकेट खेलने का भी शौक था.
सीडीएस रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत कई अफसरों की गई जान
हेलिकॉप्टर हादसे में CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के साथ साथ ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक साई तेजा और हवालदार सतपाल का निधन हो गया. वहीं, इस हेलीकॉप्टर क्रैश में केवल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जिंदा बचे हैं, जिनका वेलिंगटन में आर्मी हॉस्पिटल (Army Hospital In Wellington) में इलाज चल रहा है.