ETV Bharat / state

नवंबर माह बीतने को है, फिर भी सर्दी का कोई असर नहीं, यहां 'गर्म कपड़ा' व्यवसाय ठप

झुंझुनू के उदयपुरवाटी में इस बार अभी तक सर्दी नहीं पड़ने के कारण सर्दी के कपड़े बेचने वाले दुकानदार का व्यवसाय ठप है. वहीं दुकानदारों का कहना है कि नोटबंदी और जीएसटी का भी व्यवसाय पर असर पड़ रहा है.

jhunjhunu news, woolen cloth business, झुंझुनू समाचार, गर्म कपड़ा व्यवसाय
झुंझुनू में सर्दी नहीं पड़ने से 'गर्म कपड़ा' व्यवसाय थप
author img

By

Published : Nov 28, 2019, 1:56 PM IST

उदयपुरवाटी (झुंझुनू). उदयपुरवाटी दीपावली जाने के बाद अपना रंग दिखाना शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार नवंबर माह पूरा होने के बाद भी सर्दी का कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है, जिसके चलते दुकानों के बाहर लगे रजाई, तकिया और सर्दी के कपड़े इत्यादि शो फीस बनकर रह गए हैं. इस बार बाजारों में भी सर्दी के कपड़े की दुकानों पर भी ग्राहक की संख्या देखने को नहीं मिल रही है.

झुंझुनू में सर्दी नहीं पड़ने से 'गर्म कपड़ा' व्यवसाय "प

जानकारी के अनुसार दीपावली जाने के बाद बाजारों में गर्म कपड़ों की दुकानों पर ग्राहकों की लाइन नहीं टूटती थी, लेकिन इस बार सर्दी नहीं पड़ने के कारण सर्दी के कपड़े बेचने वाले दुकानदार भी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं और सर्दी बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं.

वहीं ऊनी कपड़े, गद्दे और तकिया बेचने वाले दुकानदार ने बताया कि इस बार नोटबंदी और जीएसटी का भी असर देखने को मिल रहा है. साथ-साथ इस बार सर्दी भी अभी तक नहीं पड़ी है. जिसके चलते ग्राहक गर्म कपड़ों की दुकान पर आना पसंद नहीं कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें- भीलवाड़ा नगर परिषद सभापति के भाग्य का फैसला होगा कल, प्रशासन ने कसी कमर

दुकानदारों ने बताया कि इस समय पिछले वर्ष सर्दी की सीजन में 5 से 7 लाख रुपए के गर्म कपड़े बेचे जाते थे, लेकिन इस बार सर्दी नहीं बढ़ने के चलते लोग गर्म कपड़ों की दुकानों पर आना पसंद नहीं कर रहे हैं.

उदयपुरवाटी (झुंझुनू). उदयपुरवाटी दीपावली जाने के बाद अपना रंग दिखाना शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार नवंबर माह पूरा होने के बाद भी सर्दी का कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है, जिसके चलते दुकानों के बाहर लगे रजाई, तकिया और सर्दी के कपड़े इत्यादि शो फीस बनकर रह गए हैं. इस बार बाजारों में भी सर्दी के कपड़े की दुकानों पर भी ग्राहक की संख्या देखने को नहीं मिल रही है.

झुंझुनू में सर्दी नहीं पड़ने से 'गर्म कपड़ा' व्यवसाय "प

जानकारी के अनुसार दीपावली जाने के बाद बाजारों में गर्म कपड़ों की दुकानों पर ग्राहकों की लाइन नहीं टूटती थी, लेकिन इस बार सर्दी नहीं पड़ने के कारण सर्दी के कपड़े बेचने वाले दुकानदार भी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं और सर्दी बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं.

वहीं ऊनी कपड़े, गद्दे और तकिया बेचने वाले दुकानदार ने बताया कि इस बार नोटबंदी और जीएसटी का भी असर देखने को मिल रहा है. साथ-साथ इस बार सर्दी भी अभी तक नहीं पड़ी है. जिसके चलते ग्राहक गर्म कपड़ों की दुकान पर आना पसंद नहीं कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें- भीलवाड़ा नगर परिषद सभापति के भाग्य का फैसला होगा कल, प्रशासन ने कसी कमर

दुकानदारों ने बताया कि इस समय पिछले वर्ष सर्दी की सीजन में 5 से 7 लाख रुपए के गर्म कपड़े बेचे जाते थे, लेकिन इस बार सर्दी नहीं बढ़ने के चलते लोग गर्म कपड़ों की दुकानों पर आना पसंद नहीं कर रहे हैं.

Intro:उदयपुरवाटी झुंझुनू

नवंबर माह पूरा होने के बाद भी नहीं हो रहा सर्दी का एहसास

इस बार नहीं है गर्म कपड़े खरीदने वाले ग्राहकों की संख्या


Body:एंकर...

उदयपुरवाटी लगभग सर्दी दीपावली जाने के बाद अपना रंग दिखाना शुरू हो जाती है।लेकिन इस बार नवंबर माह पूरा होने के बाद भी सर्दी का कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है। जिसके चलते लोगों की दुकानों के बाहर लगे रजाई सोड़ियां तकिया इत्यादि शो फीस बनकर रह गए इस बार बाजारों में सर्दी के कपड़े की दुकानों पर भी ग्रह की संख्या देखने को नहीं मिल रही है। गौरतलब है कि दीपावली जाने के बाद बाजारों में गर्म कपड़ों की दुकानों पर गर्म कपड़े खरीदने वाले ग्राहकों की लाइन नहीं टूटते थी लेकिन इस बार सर्दी नहीं पढ़ने से सर्दी ले कपड़े रखने वाले दुकानदार भी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। और सर्दी बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं सर्दी बढ़ने के साथ ही अब ऊनी कपड़े बिकना शुरू होंगे। हर बार उन्नी कपड़े सोडिया गद्दे तकिया बेचने वाले दुकानदार ने बताया कि इस बार नोटबंदी और जीएसटी का भी असर देखने को मिल रहा है। वही साथ-साथ इस बार सर्दी भी अभी तक नहीं पड़ी है।जिसके चलते ग्राहक गर्म कपड़ों की दुकान पर आना पसंद नहीं कर रहे।दुकानदारों ने बताया कि इस समय पिछले वर्षों की तुलना में सर्दी की सीजन में 5 लाख से ₹7 लाख के गर्म कपड़े बेचे जाते थे लेकिन इस बार सर्दी नहीं बढ़ने के चलते हैं। लोग बाग गर्म कपड़ों की दुकानों पर आना पसंद नहीं करें।


Conclusion:1 बाईट.. दुकानदार रणजीत रेगर

2 बाईट.. दुकानदार सबीर तेली


उदयपुरवाटी से ईटीवी भारत के लिए विकास कनवा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.