उदयपुरवाटी (झुंझुनू). उदयपुरवाटी दीपावली जाने के बाद अपना रंग दिखाना शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार नवंबर माह पूरा होने के बाद भी सर्दी का कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है, जिसके चलते दुकानों के बाहर लगे रजाई, तकिया और सर्दी के कपड़े इत्यादि शो फीस बनकर रह गए हैं. इस बार बाजारों में भी सर्दी के कपड़े की दुकानों पर भी ग्राहक की संख्या देखने को नहीं मिल रही है.
जानकारी के अनुसार दीपावली जाने के बाद बाजारों में गर्म कपड़ों की दुकानों पर ग्राहकों की लाइन नहीं टूटती थी, लेकिन इस बार सर्दी नहीं पड़ने के कारण सर्दी के कपड़े बेचने वाले दुकानदार भी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं और सर्दी बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं.
वहीं ऊनी कपड़े, गद्दे और तकिया बेचने वाले दुकानदार ने बताया कि इस बार नोटबंदी और जीएसटी का भी असर देखने को मिल रहा है. साथ-साथ इस बार सर्दी भी अभी तक नहीं पड़ी है. जिसके चलते ग्राहक गर्म कपड़ों की दुकान पर आना पसंद नहीं कर रहे हैं.
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दुकानदारों ने बताया कि इस समय पिछले वर्ष सर्दी की सीजन में 5 से 7 लाख रुपए के गर्म कपड़े बेचे जाते थे, लेकिन इस बार सर्दी नहीं बढ़ने के चलते लोग गर्म कपड़ों की दुकानों पर आना पसंद नहीं कर रहे हैं.