झुंझुनू. जिला प्रशासन उन महिलाओं के लिए खैरख्वाह बनकर आगे आया है, जो हर महीने महंगे सेनेटरी पैड का खर्च नहीं उठा सकती. जिला कलेक्टर उमरदीन खान ने निर्देश दिए हैं कि शहरी क्षेत्र के तकरीबन 12 हजार से अधिक गरीब परिवार की महिलाओं को हर महीने नि:शुल्क सेनेटरी पैड वितरित किए जाएं.
उन्होंने आज जिला कलेक्ट्रेट सभागार में हुई महिला अधिकारिता विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक में ये फैसला लिया. महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक विप्लव न्यौला ने बताया कि सीडीपीओ की ओर से शहरी क्षेत्र के गरीब परिवारों का सर्वे कर लिया गया है. इन्हें निशुल्क पैड वितरित किए जाएंगे. वहीं जिले की महिलाओं को एनिमिया मुक्त बनाने के अभियान में भी तेजी लाई जाएगी.
जिला कलेक्टर ने इस संबंध में किचन गार्डन और न्यूट्री गार्डन में उगी सब्जियों का सदुपयोग करने के निर्देश दिए. उन्होंने इन सब्जियों धात्री महिलाओं को देने के निर्देश भी दिए. लाडों सम्मान निधि योजना की हुई समीक्षा इसके अलावा बैठक जिले में न्यूरी गार्डन, किचन गार्डन पर जोर शोर से कार्य किया जा रहा है. बैठक में एकल पुत्री वाले परिवार के लिए चल रही लाडों सम्मान निधि योजना की भी समीक्षा की गई.
बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक बिजेन्द्र सिंह राठौड़ ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मानदेय भुगतान स्थिति, केंद्रों की आधारभूत संरचना की स्थिति, पोषाहार की गुणवत्ता, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना समेत विभिन्न मुद्दों पर जानकारी दी.
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जिला कलक्टेर यूडी खान ने इस दौरान जर्जर पड़े आंगनबाड़ी केंद्रों को अन्य जगह शिफ्ट करवाने के निर्देश भी दिए. वहीं महिला सुरक्षा और सलाह केंद्र पर शौचालय र्निमाण करवाने के मुद्दे पर भी उन्होंने सहमति दी. बैठक में सीईओ जयप्रकाश नारायण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक नरेश बारोठिया, कोषाधिकारी दीपिका सोहू, आईसीडीएस के उपनिदेशक विजेन्द्र सिंह राठौड़, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम दत्त जाट, सभी सीडीपीओ, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद आबुसरिया, राजेश अग्रवाल सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे.