झुंझुनू. भारत से मेडिकल की पढ़ाई करने गए बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स फिलीपींस में फंसे हुए हैं और उनको अब एयरपोर्ट से भी बाहर कर दिया गया है. कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर छात्र जल्द से जल्द भारत वापस आना चाह रहे हैं. इस मामले को सदन में भी उठाया जा चुका है. साथ ही पूरा मामला भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के ध्यान में है.
वहीं, छात्रों का कहना है कि अभी तक उन्हें कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया जा रहा है. भारतीय दूतावास से भी कोई मदद नहीं मिल रही है, अब तक उनको एयरपोर्ट पर आए हुए 48 घंटे से ज्यादा का समय हो गया है. हालांकि, रात में उनको दूतावास की ओर से खाना भिजवाया गया. लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया गया कि वे कब तक भारत पहुंच सकते हैं.
छात्रों को मिल गए थे बोर्डिंग पास
गौरतलब है कि 48 घंटे पहले फ्लाइट के लिए एयरपोर्ट पर पहुंचे स्टूडेंट्स को टिकट सहित सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई थी, और उनको बोर्डिंग पास भी दिए दिए गए थे. इसके बाद उनको यह सूचना दी गई कि उनकी फ्लाइट कैंसिल हो चुकी है, क्योंकि मलेशिया में लॉक डाउन हो चुका है.
ऐसे में स्टूडेंट्स 48 घंटे तक एयरपोर्ट पर बैठे रहे लेकिन बाद में कुछ ही समय पहले उनको पुलिस बुलाकर एयरपोर्ट से बाहर कर दिया गया है, और उनको कहा गया है कि वे जल्द से जल्द वापस अपने हॉस्टल चले जाएं. राजस्थान के भी कई छात्र फिलीपींस में फंसे हुए हैं, जिसके चलते भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल सहित अन्य नेताओं ने विदेश मंत्री को सारे मामले से अवगत करवाया है. लेकिन अभी तक उनको वापस लाने की व्यवस्था नहीं हो पाई है. इसमें राजस्थान के झुंझुनू और नागौर के कई छात्र वहां फंसे हुए हैं.