भीलवाड़ा: जिले के दांथल गांव के इलाके में अवैध रूप से चल रही कोयले की भट्टियों को गुरुवार को जिला प्रशासन के आदेश पर जेसीबी से हटा दिया गया. यहां करीब 52 भट्टियां ध्वस्त की गई. इस दौरान पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे.
जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू ने बताया कि जिले में अधिकारियों को कोयले की अवैध भट्टियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे. उन्होंने स्वयं भी निरीक्षण के दौरान इन अवैध भट्टियों को देखा था. इसके बाद शुरूआत दाथल गांव से की गई. इस गांव के आसपास करीब 52 भट्टियां थी. यहां अवैध रूप से कोयला बनाया जा रहा था. इन भट्टियों को जेसीबी के माध्यम से ध्वस्त कर दिया गया. इनका निर्माण बिना किसी सक्षम अधिकारी की स्वीकृति के किया गया था.
पढ़ें: भीलवाड़ा में 740 अवैध रूप से संचालित कोयले की भट्टियों पर चला पीला पंजा
कोयले के लिए काट रहे थे पेड़: बता दें कि कोयला बनाने वाले माफिया जिले में वन क्षेत्र सहित सरकारी जमीन पर लगे हुए पेडों को की कटाई कर रहे थे. इससे पर्यावरण को नुकसान हो रहा था. सामाजिक संगठनों और पर्यावरण से जुड़े लोगों ने कई बार विरोध किया था, लेकिन कोई ठोस कारवाई नहीं हुई. अब इन भट्टियों के ध्वस्त करने से पर्यावरण को भी संबल मिलेगा.
भट्टीकांड रहा था सुर्खियों में: अगस्त 2023 में जिले के कोटड़ी क्षेत्र में एक नाबालिग बेटी के साथ गैंगरेप कर उसे कोयले की भट्टी में जलाने का मामला सामने आया था, जो देश भर में सुर्खियों में रहा था.तब से ही इन भट्टियों को ध्वस्त करने के निर्देश सरकार ने दिए थे, लेकिन अभी कुछ जगह भट्टियां चल रही थी. वर्तमान जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू ने आते ही इन भट्टियों को ध्वस्त करने के निर्देश दिए थे, उसी के तहत दांथल गांव में यह कारवाई की गई है.