झुंझुनू. मंडावा नगर पालिका ईओ मनीष पारीक ने परिवादी प्रभात कुलहरी से 9 टीए की कार्रवाई निरस्त करने की एवज में 1 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी. इस पर परिवादी की ओर से चूरू एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई गई थी. चूरू एसीबी के एडिशनल एसपी आनंद प्रकाश स्वामी के नेतृत्व में टीम गठित कर 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए सूचना केंद्र के सभागार से रंगे हाथों गिरफ्तार किया.
एडिशनल एसपी आनंद प्रकाश ने बताया परिवादी की ओर से परिवाद दिया गया था. परिवाद में बताया कि झुंझुनू के कुलहड्डियों की ढाणी निवासी प्रभात कुलहरी ने पेट्रोल पंप के लिए रूपांतरित भूमि को वापस कृषि भूमि में रूपांतरण के लिए आवेदन किया था. मंडावा नगर पालिका ईओ के पास बिसाऊ नगर पालिका के ईओ का भी अतिरिक्त कार्यभार है.
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ऐसे में उससे बाबू विकास सैनी और ईओ की ओर से 1 लाख की मांग की गई. पहली किस्त आज दी जानी थी, जिसका भौतिक सत्यापन कराने के बाद परिवादी को ईओ और बाबू के पास भेजा जो कि झुंझुनू के सूचना केंद्र सभागार में मीटिंग में आए हुए थे. यहीं पर परिवादी ने उन्हें 40 हजार रुपए दिए और एसीबी को इशारा किया, जिस पर इशारा पाते ही टीम ने दोनों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया.
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दो साल में दूसरा मामला...
इससे पहले मार्च 2018 में नगर पालिका मंडावा में ईओ भरत हरितवाल रिश्वत लेते पकड़े गए थे. 2 साल बाद मार्च 2020 में फिर नगर पालिका मंडावा का ईओ घूस लेते हुए गिरफ्तार हो गए हैं. इसका सीधा सा मतलब है कि बॉलीवुड की खास पसंद और पर्यटकों का हॉट डेस्टिनेशन मंडावा की नगर पालिका भ्रष्टाचार की जद में है.