झुंझुनू. पुलिस उपाधीक्षक शहर ममता सारस्वत को एपीओ कर दिया गया है. अब उनका मुख्यालय जयपुर रहेगा. सारस्वत के रिलीविंग आदेश में उनको एपीओ करने का कारण प्रशासनिक बताया गया है. लेकिन बजरी के अवैध ट्रकों को पार करवाने में उनकी भूमिका की जांच रिपोर्ट तीन दिन पहले ही राज्य मुख्यालय भेजी गई थी. इसलिए यह स्पष्ट है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर उनको एपीओ किया गया है.
गौरतलब है कि लगभग एक माह पहले डिप्टी की गाड़ी के सीसीटीवी के फुटेज सामने आए थे, जिसमें उनके ड्राइवर और गार्ड बजरी के अवैध ट्रकों को पार करवा रहे थे. इसके बाद ड्राइवर और गार्ड को निलंबित कर दिया था और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को इसकी जांच दी गई थी.
नाईट गश्त पर थी सीओ सिटी
जांच में सामने आया कि उस दिन रोजना की तरह से उनकी नाईट गश्त थी. इसलिए यह क्लियर हो गया की सीओ सिटी भी मौजूद थी. सीसीटीवी फुटेज में गाड़ी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही थी. इसके अलावा जांच में ट्रक ड्राइवरों के भी बयान लिए गए थे. सूत्रों के अनुसार सीओ सिटी ने यह मान लिया की वह स्वयं गाड़ी में मौजूद थी. लेकिन उनको नींद आ गई थी और उन्हें इस घटनाक्रम के बारे में कुछ मालूम नहीं है.
सीसीटीवी फुटेज में यह भी सामने आ रहा है कि पहले दो ट्रकों को रोका गया. लेकिन जब तीसरा ट्रक दूसरे रास्ते से जाने लगा तो सीओ सिटी की गाड़ी ने उस ट्रक का पीछा किया. जहां पर दो ट्रक खड़े थे, वहीं पर उसे भी लाया गया. काफी देर के बाद तीनों ट्रकों को रवाना किया गया.