चिड़ावा (झुंझुनूं). श्री गणेश चतुर्थी पर जिले के चिड़ावा कस्बे में विशेष धार्मिक कार्यक्रमों की शुरुआत हुई. शिव नगरी चिड़ावा भगवान श्री गणेश की भक्ति में डूबा हुआ नजर आ रहा है. चिड़ावा के श्री गणेश मंदिरों में महाआरती और प्रसाद वितरण के कार्यक्रम आयोजित हो रहे है. वहीं, गणपति की प्रतिमा भी विधिवत रूप से पूजा-अर्चना के साथ स्थापित की गई है. इसके साथ ही सात दिवसीय गणेश महोत्सव की भी शुरुआत सोमवार से हो गई है.
चिड़ावा के कबूतरखाना पुराना बस स्टैंड स्थित प्राचीन श्रीगणेश मंदिर में गणेश चतुर्थी पर सुबह पांच बजे महाआरती का आयोजन हुआ. सवा ग्याहर बजे शुभ मुर्हुत पर भगवान गणेश का पंचा अमृत से स्नाह करवाया गया. बाद में लडडूओं का भोग लगाकर भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया. प्राचीन मंदिर को श्री गणेश चतुर्थी के अवसर पर आकर्षक तरीके से सजाया गया है. वहीं, सोमवार को तीन बार विशेष महाआरती का आयोजन हुआ. सुबह से ही मंदिर श्रद्धालुओं का आना शुरु हो गया है.
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वहीं, चिड़ावा के विवेकानंद चौक पर गांधी चौक के राजा के नाम प्रसिद्ध बाबा गणपति की प्रतिमा को विधिवत पूजा अर्चना के बाद स्थापित किया गया. पं.महेंद्र भिवानीवाला के सानिध्य में विधिपूर्वक गणपति की पूजा अर्चना की। पूजा के बाद प्रथम आरती हुई. राधेश्याम योगी ने सुंदर भजनों से गजानन को रिझाया. इस दौरान आरती में पार्षद मधु व पूर्व पार्षद रवि शर्मा, महेश धन्ना, जयराम स्वामी, रमेश स्वामी, रमेश मराठा, विष्णु निर्मल, रमेश मराठा, सुरेश डालमिया, महेश महमिया, प्रमोद अरड़ावतिया, प्रकाश निर्मल, बैजनाथ मोदी आदि कई बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. ये 18 वां सात दिवसीय गणेश महोत्सव का आयोजन गणेश मित्र मंडल एवं मराठा मित्र मंडल की ओर से किया जा रहा है।
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चिड़ावा के वार्ड 2 गुगोजी की ढ़ाणी में लगातार तीसरी बार गणपति की मूर्ति की स्थापना हुई. इस दौरान श्रीगणेश निशान यात्रा एवं कलश यात्रा भी निकाली गई तथा विधिवत पूजा अर्चना के बाद मूर्ति स्थापना हुई. निशान यात्रा श्रद्धालु संतोष सैनी एवं सुनील सैनी की देखरेख में निकाली गई. इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहें.
गणेश चतुर्थी के अवसर पर सनातन आश्रम पोद्दार पार्क स्थित सिद्धि विनायक मंदिर में जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया. पं. प्रभुशरण तिवाड़ी के सानिध्य में सनातन आश्रम विकास समिति के अध्यक्ष पवन शर्मा ढाणी वाला ने सपत्नी सुबह सवा 9 बजे विशेष अभिषेक और महापूजा की. इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहें.
चूरू में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया गणेश चतुर्थी का पर्व
चूरू में गणेश चतुर्थी का पर्व सोमवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. शहर के मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की कतारें लगी रही. खासकर गणेश भगवान के मंदिरों में बड़ी संख्या में दर्शनार्थी नजर आए.
जिला मुख्यालय से करीब सात किलोमीटर दूर देपालसर गांव के तरागढ़ी के गणेश मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने शीश नवाकर आशीष मांगी. यहां सुबह चार बजे से ही भक्तों की कतार लगी रही. देर शाम तक यह क्रम जारी रहा. इस दौरान गणेश चतुर्थी के मेले पर आस पास के लोगों ने शिरकत की.
चढ़ाया 1101 किलो का एक मोदक
देपालसर के गणेश मंदिर में 1101 किलो का एक मोदक चढ़ाया गया. इस के साथ ही रतननगर-ठेलासर के लोगों ने भी 9 सवामणी का भोग लगाकर प्रसाद भक्तों में वितरित किया. वहीं, मंदिर के प्रांगण में श्रद्धालुओं ने नारियल बांधकर मन्नत मांगी. मान्यता है कि इस मंदिर में नारियल बांधने से मनोकामना पूर्ण होती है. वहीं, मंदिर में दर्शनार्थियों की सुबह से ही कतार लगी रही. करीब एक किलोमीटर तक भक्त ही भक्त नजर आए. आम दिनों में सुनसान नजर आने वाली सड़क पर आज पूरे दिन वाहन दौड़ते हुए नजर आए.
देपालसर के गणेश मंदिर में कई श्रद्धालु पैदल ही गणेश भगवान के शीश नवाने पंहुचे. चूरू के सब्जी मंडी के मंदिर में भी गणेश चतुर्थी हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. लोगों ने अपने घरों में भी गणपति की पूजा की. वहीं कुछ लोगों ने गणेश चतुर्थी का व्रत भी किया.