खेतड़ी (झुंझुनू). खेतड़ीनगर थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में युवक की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल पर उपचार के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. परिजनों ने थाने में मामला दर्ज करवाया है. युवक का खेतड़ी के राजकीय अजीत अस्पताल में मेडिकल बोर्ड की ओर से पोस्टमार्टम करवाया गया.
वहीं थानाधिकारी किरणसिंह यादव ने बताया कि सिंघाना के सुरेश कुमार ने रिपोर्ट दी है कि मंगलवार देर रात करीब 12:30 बजे मेरे भाई राजेश कुमार के पेट में दर्द हुआ. जिसको लेकर पहले सिंघाना के सरकारी अस्पताल गए, लेकिन वहां पर चिकित्सकों ने निजी अस्पताल ले जाने को कहा. जिसके बाद उसे सिंघाना के निजी अस्पताल में लेकर गए. वहां पर मौजूद नर्सिंग स्टाफ ने बिना डॉक्टर की सलाह के ही भर्ती करके इलाज शुरू कर दिया. उसकी हालत ज्यादा बिगड़ने लगी तो डॉक्टर को बुलाने के लिए कहा, लेकिन स्टॉफ ने डॉक्टर को नहीं बुलाया. नर्स ने ही एक इंजेक्शन और लगा दिया. कुछ देर बाद राजेश की उपचार के दौरान मौत हो गई.
मृतक के भाई ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए थाने में मामला दर्ज करवाया है. पुलिस ने शव अपने कब्जे में लेकर खेतड़ी के राजकीय अजीत अस्पताल में मेडिकल बोर्ड द्वारा शव का पोस्टमार्टम करवाया. शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया. मृतक के भाई सुरेश कुमार की रिपोर्ट पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.
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वहीं निजी अस्पताल के निदेशक डा. रणवीर सिंह ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि, दो अस्पतालों में दिखाने के बाद पेट दर्द की शिकायत लेकर रमेश कुमार को उसके परिजन हमारे पास आए थे. यहां उसका त़ुरंत उसका इलाज शुरू कर दिया गया था. लेकिन उसके लीवर में गड़बड़ थी, जिसका पहले से इलाज भी चल रहा था. उसकी जांच करके उसको बड़े अस्पताल ले जाने के लिए कहा था लेकिन उसके परिजन उसे यहां से लेकर नहीं गए.