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झुंझुनू में उपचार के दौरान युवक की मौत, निजी अस्पताल पर लापरवाही का आरोप

खेतड़ीनगर के एक निजी अस्पताल में एक युवक की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल पर उपचार के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. परिजनों ने मामला खेतड़ी नगर थाने में दर्ज करवाया है.

hospital accused of negligence, अस्पताल पर लापरवाही का आरोप
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Published : Sep 19, 2019, 10:50 AM IST

खेतड़ी (झुंझुनू). खेतड़ीनगर थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में युवक की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल पर उपचार के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. परिजनों ने थाने में मामला दर्ज करवाया है. युवक का खेतड़ी के राजकीय अजीत अस्पताल में मेडिकल बोर्ड की ओर से पोस्टमार्टम करवाया गया.

झुंझुनू में उपचार के दौरान युवक की मौत

वहीं थानाधिकारी किरणसिंह यादव ने बताया कि सिंघाना के सुरेश कुमार ने रिपोर्ट दी है कि मंगलवार देर रात करीब 12:30 बजे मेरे भाई राजेश कुमार के पेट में दर्द हुआ. जिसको लेकर पहले सिंघाना के सरकारी अस्पताल गए, लेकिन वहां पर चिकित्सकों ने निजी अस्पताल ले जाने को कहा. जिसके बाद उसे सिंघाना के निजी अस्पताल में लेकर गए. वहां पर मौजूद नर्सिंग स्टाफ ने बिना डॉक्टर की सलाह के ही भर्ती करके इलाज शुरू कर दिया. उसकी हालत ज्यादा बिगड़ने लगी तो डॉक्टर को बुलाने के लिए कहा, लेकिन स्टॉफ ने डॉक्टर को नहीं बुलाया. नर्स ने ही एक इंजेक्शन और लगा दिया. कुछ देर बाद राजेश की उपचार के दौरान मौत हो गई.

मृतक के भाई ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए थाने में मामला दर्ज करवाया है. पुलिस ने शव अपने कब्जे में लेकर खेतड़ी के राजकीय अजीत अस्पताल में मेडिकल बोर्ड द्वारा शव का पोस्टमार्टम करवाया. शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया. मृतक के भाई सुरेश कुमार की रिपोर्ट पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.

पढ़ें: बारां में देवर ने शराब के नशे में काटी भाभी की गर्दन

वहीं निजी अस्पताल के निदेशक डा. रणवीर सिंह ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि, दो अस्पतालों में दिखाने के बाद पेट दर्द की शिकायत लेकर रमेश कुमार को उसके परिजन हमारे पास आए थे. यहां उसका त़ुरंत उसका इलाज शुरू कर दिया गया था. लेकिन उसके लीवर में गड़बड़ थी, जिसका पहले से इलाज भी चल रहा था. उसकी जांच करके उसको बड़े अस्पताल ले जाने के लिए कहा था लेकिन उसके परिजन उसे यहां से लेकर नहीं गए.

खेतड़ी (झुंझुनू). खेतड़ीनगर थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में युवक की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल पर उपचार के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. परिजनों ने थाने में मामला दर्ज करवाया है. युवक का खेतड़ी के राजकीय अजीत अस्पताल में मेडिकल बोर्ड की ओर से पोस्टमार्टम करवाया गया.

झुंझुनू में उपचार के दौरान युवक की मौत

वहीं थानाधिकारी किरणसिंह यादव ने बताया कि सिंघाना के सुरेश कुमार ने रिपोर्ट दी है कि मंगलवार देर रात करीब 12:30 बजे मेरे भाई राजेश कुमार के पेट में दर्द हुआ. जिसको लेकर पहले सिंघाना के सरकारी अस्पताल गए, लेकिन वहां पर चिकित्सकों ने निजी अस्पताल ले जाने को कहा. जिसके बाद उसे सिंघाना के निजी अस्पताल में लेकर गए. वहां पर मौजूद नर्सिंग स्टाफ ने बिना डॉक्टर की सलाह के ही भर्ती करके इलाज शुरू कर दिया. उसकी हालत ज्यादा बिगड़ने लगी तो डॉक्टर को बुलाने के लिए कहा, लेकिन स्टॉफ ने डॉक्टर को नहीं बुलाया. नर्स ने ही एक इंजेक्शन और लगा दिया. कुछ देर बाद राजेश की उपचार के दौरान मौत हो गई.

मृतक के भाई ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए थाने में मामला दर्ज करवाया है. पुलिस ने शव अपने कब्जे में लेकर खेतड़ी के राजकीय अजीत अस्पताल में मेडिकल बोर्ड द्वारा शव का पोस्टमार्टम करवाया. शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया. मृतक के भाई सुरेश कुमार की रिपोर्ट पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.

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वहीं निजी अस्पताल के निदेशक डा. रणवीर सिंह ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि, दो अस्पतालों में दिखाने के बाद पेट दर्द की शिकायत लेकर रमेश कुमार को उसके परिजन हमारे पास आए थे. यहां उसका त़ुरंत उसका इलाज शुरू कर दिया गया था. लेकिन उसके लीवर में गड़बड़ थी, जिसका पहले से इलाज भी चल रहा था. उसकी जांच करके उसको बड़े अस्पताल ले जाने के लिए कहा था लेकिन उसके परिजन उसे यहां से लेकर नहीं गए.

Intro:Body:सिंघाना के निजी अस्पताल में हुई युवक की मौत, परिजनों ने लगाया अस्पताल कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप

खेतड़ी/झुंझुनूं - खेतड़ीनगर थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में एक युवक की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल पर उपचार के दौरान लापरवाही वरतने का आरोप लगाते हुए खेतड़ी नगर थाने में मामला दर्ज करवाया। युवक का खेतड़ी के राजकीय अजीत अस्पताल में मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवाया। थानाधिकारी किरणसिंह यादव ने बताया कि सिंघाना के वार्ड नंबर 14 निवासी सुरेश कुमार ने रिपोर्ट दी है कि मंगलवार देर रात करीब साढे बारह बजे मेरे भाई राजेश कुमार (38 )पुत्र मोहनलाल नाई के पेट में दर्द हुआ जिसको लेकर पहले सिंघाना के सरकारी अस्पताल ले गए लेकिन वहां पर चिकित्सकों ने निजी अस्पताल ले जाने की बात कही जिस पर सिंघाना के निजी अस्पताल में लेकर गए। वहा पर मौजूद नर्सिंग स्टाफ ने बिना डॉक्टर की सलाह के ही भर्ती करके ईलाज शुरू कर दिया। उसकी हालत ज्यादा बिगड़ने लगी तो डॉक्टर को बुलाने के लिए कहा लेकिन स्टॉफ ने डॉक्टर को नहीं बुलाया, नर्स ने ही एक इंजेक्शन और लगा दिया। कुछ देर बाद राजेश की उपचार के दौरान मौत हो गई। मृतक के भाई ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए थाने में मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने श्व अपने कब्जे में लेकर खेतड़ी के राजकीय अजीत अस्पताल में मेडिकल बोर्ड द्वारा शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। मृतक के भाई सुरेश कुमार की रिपोर्ट पर मृग दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

क्या कहते है
दो अस्पतालों में दिखाने के बाद पेट दर्द की शिकायत लेकर रमेश कुमार को हमारे पास लेकर आए थे। त़ुरंत उसका इलाज शुरू कर दिया, लेकिन उसके लीवर में गड़बड़ थी जिसका पहले इलाज भी चल रहा था, उसकी जांच करके उसको बड़े अस्पताल ले जाने के लिए कहा था लेकिन उसके परिजन उसे यहा से लेकर नहीं गए।
डा. रणवीर सिंह, निदेशक निजी अस्पताल
 

सिंघाना के वार्ड नंबर 14 के सुरेश कुमार ने निजी अस्पताल पर लापरवाही से इलाज करने पर अपने भाई राजेश की मौत होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई है। शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है। मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही मामले का सही पता चल पाएंगा।
 किरण सिंह यादव, थानाधिकारी

बाइट - सुरेश, मृतक का भाई
बाइट  किरण सिंह यादव, थानाधिकारी

Conclusion:
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