झुंझुनू. कोरोना काल के दौरान बिजली के बिल माफ कराने को लेकर किसान सभा एक बार फिर आंदोलन की रणनीति बनाने में जुटी है. जिला मुख्यालय पर शिक्षक भवन में आयोजित किसान सभा की जिला कार्यकारिणी की बैठक विद्याधर सिंह गिल की अध्यक्षता में संपन्न हुई. इस दौरान अधिक बिजली का बिल आने पर किसान संगठन ने विरोध करने का निर्णय लिया है.
किसानों के हितों की रखी मांग
सभा में किसान सभा के प्रांतीय अध्यक्ष और पूर्व विधायक पेमाराम भी उपस्थित रहे. इस दौरान 6 माह के घरेलू और कृषि बिलों को माफ करने, पेट्रोल और डीजल के बढ़े दाम वापस लेने, झूठी वीसीआर भरने के खिलाफ आवाज उठाने का निर्णय लिया गया. आवारा पशुओं और टिड्डियों से फसल को बचाने की समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए. पर्यवेक्षक पेमाराम ने इन बातों को लेकर गांव-गांव में कमेटियां बनाकर आंदोलन करने की रणनीति बनाई. राज्यस्तर पर संघर्ष करने का आह्वान किया गया.
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किसान की मौत पर एफआईआर की मांग
संगासी गांव में आर्यन पुत्र संदीप मेघवाल, जो ट्रांसफार्मर की चपेट में आने के बाद एसएमएस जयपुर में एडमिट है, मुआवजे की मांग के साथ एफआईआर दर्ज कराने की भी मांग की गई.