झुंझुनू. कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित गांधी चौक में विधायक बृजेन्द्र ओला द्वारा कांग्रेस पार्टी से बगावत कर लोकतांत्रिक व्यवस्था को खत्म करने और विधायक ओला पार्टी में दोबारा आएं इसके लिए सदबुद्धि यज्ञ किया गया.
यज्ञ के दौरान डीसीसी उपाध्यक्ष एमडी चोपदार ने कहा कि झुंझुनू की जनता ने विधायक बृजेन्द्र ओला को कांग्रेस के हाथ का साथ देते हुए भारी मतों से विजय बनाकर भेजा. लेकिन उन्होंने कांग्रेस पार्टी को छोड़कर अलग गुट बनाकर जनता के साथ एक बड़ा खिलवाड़ किया है.
पार्टी के सिंबल पर हुई है जीत
यज्ञ के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता मुरारी सैनी ने कहा कि विधायक ओला को कांग्रेस पार्टी ने मजबूत किया और वे हमेशा से ही पार्टी के सिंबल के साथ रहे. परंतु जब भाजपा द्वारा लोकतंत्रा की हत्या और सरकार गिराने की कोशिश की जा रही है.
इस समय विधायक ओला को पार्टी से बगावत नहीं करनी चाहिए थी. इसके साथ ही विधायक ओला और उनके पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री शिशराम ओला को भी कांग्रेस पार्टी ने मान सम्मान दिया था. पार्टी और राज्य की कांग्रेस सरकार को जब जरूरत पड़ी तो वे बगावत कर बैठे ये गलत है.
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उम्मीदों पर खरा नहीं उतरे हैं ओला
पार्टी पदाधिकारियों ने कहा कि जनता की भी विधायक ओला से उम्मीद थी कि क्षेत्र में काम किए जाएंगे. इसके साथ ही आमजन की परेशानियों को दूर किया जाएगा. लेकिन ऐसे बनी हुई सरकार का साथ छोड़ने और जनता का विश्वास तोड़ने से झुंझुनू के लोगों में निराशा साफ दिखाई दे रही है. इसके लिए ईश्वर उन्हें सदबुद्धि दे.