झुंझुनू. नगर परिषद में बहुमत से 4 पार्षद ज्यादा जीत जाने के बाद भी आशंकाओं के चलते कांग्रेस बाड़ेबंदी कर रही है. तो दूसरी ओर भाजपा बहुमत से दूर होने के बाद भी निर्दलीयों के साथ संभावनाओं पर विचार कर रही है और इसलिए अपने पार्षदों को एक जगह एकत्रित कर लिया है. दोनों ही पार्टियों में इसके लिए जबरदस्त मंथन और रणनीति चल रही है. वहीं, सभापति के नामांकन के पहले दिन बुधवार को एक भी आवेदन नहीं आया.
बता दें कि झुंझुनू नगर परिषद में बोर्ड बनाने के लिए कांग्रेस के पास पर्याप्त रूप से बहुमत है लेकिन इसके बाद भी भाजपा की ओर से प्रत्याशी खड़ा करने की सूचना के बाद कांग्रेस सतर्क हो गई है. यहां कुल 60 वार्ड में से 34 प्रत्याशी तो टिकट पर ही जीत कर आए हैं तो दूसरी और कुछ पार्टी के समर्थक भी हैं. इसके बाद भी भाजपा ने प्रत्याशी खड़ा करने की बात कही तो पार्टी सतर्क हो गई और सभी विजयी प्रत्याशी को जयपुर में एक होटल में भेज दिया है.
सांसद बना रहे रणनीति
दूसरी ओर 10 सदस्यों वाली भारतीय जनता पार्टी और 16 में से करीब 10 निर्दलीय विजयी प्रत्याशी को भाजपा ने जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर बगड़ के एक होटल में बाड़ेबंदी की है. जानकारी के अनुसार बगड़ में ही झुंझुनू के सांसद नरेंद्र खीचड़ मौजूद हैं. माना जा रहा है कि बगड़ में ही रणनीति भी बनाई जा रही है. बता दें कि सांसद खीचड़ की पुत्री नीलम जाखड़ ने भी पार्षद का चुनाव जीता है चुनाव से पहले उनको सभापति का बड़ा दावेदार माना जा रहा था.