झुंझनूं. जिले के चिराना में एक नवाचार की शुरूआत हुई है. 'अपना विद्यालय, अपनी कोचिंग' नामक इस नवाचार के तहत सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को मेडिकल, इंजीनियरिंग, प्रतियोगी परीक्षाओं की निशुल्क तैयारी करवाई जाएगी. जिसमें फीस के अभाव में नहीं पढ़ पाने वाले छात्रों के लिए यह व्यवस्था की गई है. इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्या सुरभि गुप्ता ने की. इसकी शुरुआत कोंचिग घोड़ीवारा, कुमावास और चिराना में की गई है.
इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि एसीबीईओ महेंद्र सैनी, प्रधानाचार्य संजू नेहरा, उपसरपंच राजेंद्रसिंह शेखावत थे. विद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वंदना और स्वागत गायन पेश किया. संचालन व्याख्याता सुवालाल कांटीवाल ने किया. इस मौके पर विकास देवठिया, एडवोकेट रामावतार गुप्ता, जगदीश खोवाला, सीताराम मीणा, शंभूदयाल अग्रवाल, दामोदर शर्मा, मो. इकबाल, विशाल गुप्ता समेत काफी लोग मौजूद रहे.
असमर्थ विद्यार्थियों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा देना ही उद्देश्य
एसडीएम मुरारीलाल शर्मा का कहना है कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य है कि मोटी फीस देने में असमर्थ विद्यार्थी मेडिकल, इंजीनियरिंग, सीए और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं से वंचित नहीं रहे. सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को संसाधनों के अभाव में मंच नहीं मिल पाता है. इन बच्चों के लिए ये कक्षाएं शुरू की गई हैं. साथ ही कहा कि विशेष कक्षाओं के केंद्रों पर पाठ्य सामग्री भी निशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी.
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फिलहाल, "अपना विद्यालय, अपने कोचिंग" की शुरुआत नवलगढ़ उपखंड क्षेत्र के 3 विद्यालयों में की गई है. इसके तहत राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय घोड़ीवारा खुर्द में इंजीनियरिंग राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कुमावास और राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय चिराना में नीट(मेडिकल) की परीक्षाओं की तैयारी शुरु की गई है.