झुंझुनू. शेखावाटी का क्षेत्र भी कृषि बाहुल्य है और निश्चित ही कृषि विधेयकों का यहां भी एक बड़ा असर आएगा. वहीं शेखावाटी कांग्रेस का गढ़ रहा है और पूरे देश की तरह यहां भी कांग्रेस के नेता लगातार कृषि विधायकों का विरोध कर रहे हैं. लेकिन दूसरी ओर भाजपा नेता इसके समर्थन में उतर गए हैं. कृषि संबंधी विधेयकों को लेकर चल रहे विरोध और प्रदर्शनों के बीच भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर किसानों को बरगलाने का आरोप लगाया और इन विधेयकों को किसानों के लिए फायदेमंद बताया.
सूरजगढ़ विधायक सुभाष पूनिया ने कहा कि, विधेयक आने के बाद भी मंडियों को समाप्त नहीं किया गया है और न ही न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद बंद की जाएगी. उन्होंने कहा कि, इस विधेयक के आने से मंडियों के अतिरिक्त व्यापार क्षेत्र में फार्म गेट, कोल्ड स्टोरेज, वेयरहाउस, प्रसंस्करण यूनिटों पर भी व्यापार की स्वतंत्रता होगी. इस विधेयक का उद्देश्य 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की है. इस विधेयक के बाद किसानों की भूमि के स्वामित्व को भी संरक्षण किया गया है.
विधेयक का कार्य ऐतिहासिक
वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष पवन मावण्डिया ने कहा कि, किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने, किसानों की आय बढ़ाने और उनके जीवन स्तर में बदलाव लाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि विधेयक लाने का ऐतिहासिक कार्य किया है. यह किसानों के लिए आने वाले समय में वरदान साबित होगा. लेकिन कांग्रेस किसानों को बरगला रही है. इस अवसर पर भाजपा राष्ट्रपति परिषद सदस्य विशंभर पूनिया, जिला उपाध्यक्ष प्यारेलाल ढूकिया, जिला मंत्री संजय मोरवाल, शहर मंडल अध्यक्ष कमल कांत शर्मा मौजूद रहे.