झुंझुनू. अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के चिड़ावा डिवीजन विजिलेंस के एईएन रामप्रताप को निलंबित कर दिया गया है. गलत वीसीआर भरने का आरोप लगाकर सूरजगढ़ विधायक सुभाष पूनिया ने इनके खिलाफ मोर्चा खोल रखा था और इसका एक वीडियो भी जारी किया था कि किस तरह से खुद ही अपने कर्मचारियों से बिजली के तार डलवा कर लोगों की गलत वीसीआर भर रहे हैं.
जिला कलेक्टर से भी की गई थी शिकायत
अजमेर डिस्कॉम के सचिव एन. एल. राठी ने उनका निलंबन का आदेश जारी कर दिया है और निलंबन काल में उनका मुख्यालय सीकर रहेगा. बताया जा रहा है कि गलत वीसीआर भरने समेत अन्य शिकायतों को लेकर ये निलंबन किया गया है. कोरोना काल में अनलॉक होने के बाद से जिलेभर में डिस्कॉम का अभियान चल रहा है और बिजली चोरी के मामले पकड़े जा रहे हैं. इस दौरान कई लोगों की ये भी शिकायत आ रही थी कि गलत तरीके से वीसीआर जा रही है. पिछले दिनों कुछ लोगों ने कलेक्टर को ऊर्जा मंत्री के नाम ज्ञापन देकर एईएन रामप्रताप बड़बड़ की शिकायत की थी.
वीसीआर की राशि कम करने का भी आरोप
शिकायत में बताया गया था कि इनका मुख्यालय चिड़ावा में होने के बावजूद ये झुंझुनू से काम करते हैं. इसके अलावा कई मामलों में पहले बड़ी राशि की वीसीआर भरी गई और इसके बाद उस मामले में संशोधित नोटिस जारी कर राशि कम कर दी गई. इसके साथ ही बेरी गांव में एक व्यक्ति के खेत की गलत तरीके से वीसीआर भरने समेत कई आरोप लगाए गए थे. इसके बाद विधायक सुभाष पूनिया लगातार राज्य सरकार पर आरोप जड़ रहे थे कि उनकी मिलीभगत से केवल कुछ चुनिंदा लोगों की ही वीसीआर भरी जा रही है और विरोधी पार्टी के कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है.
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वीसीआर की राशि कम करने का भी आरोप
शिकायत में बताया गया था कि इनका मुख्यालय चिड़ावा में होने के बावजूद यह झुंझुनू से काम करते हैं. इसके अलावा कई मामलों में पहले बड़ी राशि की वीसीआर भरी गई और इसके बाद उस मामले में संशोधित नोटिस जारी कर राशि कम कर दी गई इसके साथ ही बेरी गांव में एक व्यक्ति के खेत की गलत तरीके से वीसीआर भरने समेत कई आरोप लगाए गए थे. इसके बाद विधायक सुभाष पूनिया लगातार राज्य सरकार पर आरोप जड़ रहे थे कि उनकी मिलीभगत से केवल कुछ चुनिंदा लोगों की ही वीसीआर भरी जा रही है और विरोधी पार्टी के कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है.