झुंझुनू. जिले में गुरुवार को जिला कलेक्ट्री पर एक परिवार अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ इच्छामृत्यु मांगने के लिए धरने पर बैठ गया. इसके बाद जब उनसे पूछा गया कि वे इच्छामृत्यु की मांग क्यों कर रहे हैं तो उन्होंने इसका कारण अपने पड़ोसियों को बताया. जिस पर परिवार की ओर से आरोप लगाया गया है कि उसके पड़ोसियों ने अवैध बोरिंग कर रखी है. जिसकी शिकायत अधिकारियों से कई बार की गई, लेकिन अधिकारियों और पड़ोसियों की मिलीभगत के कारण इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
जानकारी अनुसार पीड़ित परिवार सूरजगढ़ उपखंड के कुलोठ खुर्द गांव का रहने वाला है. धरने पर बैठने वालों में आठ से दस बच्चे हैं और परिवार की महिलाएं भी शामिल हैं. जिनको प्रशासन की ओर से उनको जिला कलेक्टर से मिलवाने का प्रयास किया गया, लेकिन परिवादियों ने उन्हें मना कर दिया.
इसके बाद परिवार का कहना है कि वे तकरीबन करीब 1 साल से धक्के खा कर रहे हैं, बावजूद इसके प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. साथ ही उनका कहना है कि उनकी ओर से संपर्क पर की गई शिकायतों का आज तक गौर नहीं किया गया है.
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साथ ही उन्होंने कहा कि पटवारी की ओर से भी लगातार गलत रिपोर्ट देकर अवैध बोरिंग को शह दी जा रही है. इस बारे में प्रार्थी सत्यपाल ने बताया कि प्रशासन को दी गई रिपोर्ट में यह साफ है कि अवैध बोरिंग किया गया है, लेकिन इसके बावजूद उसको सीज की कार्रवाई नहीं की जा रही है. ऐसे में अवैध बोरिंग सीज करने पर ही उठेंगे या फिर यदि प्रशासन इच्छामृत्यु देगा तब ही यहां से उठेंगे, नहीं तो वे अनिश्चितकालीन धरने पर चले जाएंगे.