झुंझुनूं. चिड़ावा के व्यापारी को गोली मारने की धमकी देकर 30 लाख की रंगदारी मांगने के मामले में एसपी मृदुल कच्छावा की टीम को बड़ी सफलता मिली है. मुखा गैंग द्वारा दिए गए अल्टीमेटम से पूर्व ही पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा कर दिया.
दरअसल 31 मई को चिड़ावा के व्यापारी कमल वर्मा ने चिड़ावा थाने में रिपोर्ट दी की व्हाट्सएप कॉल के जरिए मुखा गुर्जर गैंग के लोग उससे 30 लाख की रंगदारी मांग रहे हैं. रंगदारी नहीं देने पर 4 जून को अंजाम भुगतने की धमकी का मैसेज दिया था. उसके बाद एसपी मृदुल कच्छावा ने एडिशनल एसपी तेजपाल सिंह के नेतृत्व में चिड़ावा थाना पुलिस व जिला स्पेशल टीम को प्रकरण का खुलासा करने की जिम्मेदारी दी. टीम ने शुक्रवार को तत्परता से कार्रवाई करते हुए बदमाश अजित पुत्र रोशनलाल गुर्जर, प्रदीप पुत्र लक्ष्मीनारायण गुर्जर, प्रवीण चंदेला उर्फ प्रवीण गुर्जर पुत्र मुकेश कुमार उर्फ मुखा गुर्जर, विष्णु पंडित पुत्र दिनेश शर्मा, नागेश मीणा पुत्र दलिप कुमार मीणा को गिरफ्तार किया.
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बदमाश विष्णु पंडित के कब्जे से एक लोडेड देशी कट्टा बरामद किया गया है. बदमाशों से प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि मुखा गैंग का मुख्य सरगना प्रवीण गुर्जर अपने पिता मुखा गुर्जर की हत्या और प्रदीप कुमार अपने पिता की हत्या का बदला लेना चाहते थे. इसके लिए उन्हें पैसों और हथियारों की आवश्यकता थी. पैसे जुटाने के लिए उनके साथ अजित शामिल हुआ. अजित की रिश्तेदारी चिड़ावा थाना इलाका के गांव अडका के पास गुर्जरो की ढाणी में है. जो कुछ दिन पूर्व चिड़ावा आया था.
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वह परिवादी कमल वर्मा की दुकान से सामान लेकर गया था. अजित ने मुखा गुर्जर गैंग को परिवादी के मोबाइल नम्बर उपलब्ध करवाए. इसके बाद मुखा गुर्जर गैंग ने परिवादी से 30 लाख की फिरौती मांगी. प्लानिंग के तहत अगर परिवादी कमल वर्मा इनकी डिमांड नहीं मानता, तो ये लोग शूटर विष्णु पंडित व नागेश मीणा को बुलाकर परिवादी की दुकान पर फायरिंग करवाते तथा परिवादी को डरा धमकाकर रुपए ऐंठ कर हथियार खरीदकर वारदात करते.