झालावाड़. मनोहर थाना के खाता खेड़ी गांव में एक बेटे ने अपने बाप को जायदाद के लिए बेड़ियों में जकड़ कर खूंटे से बांध रखा था. इसके बाद बुजुर्ग ने 15 दिन बाद बेड़ियों को पत्थर से काटकर भाग आया और जिला कलेक्टर को गुहार लगाई. इसके बाद जिला कलेक्टर ने बुजुर्ग की बेड़ियां तुड़वा कर आरोपी के खिलाफ उचित कार्रवाई के निर्देश दिए.
खाताखेड़ी गांव के निवासी मांगीलाल गुर्जर के इकलौते बेटे बलराम ने उसे जमीन जायदाद नाम करवाने के लिए जंजीरों में बांधकर ताला लगा दिया. उसके बाद उसे एक खूंटे से बांध दिया. बुजुर्ग ऐसे ही 15 दिनों तक जंजीरों में जकड़ा हुआ खूंटे से बंधा रहा. लेकिन 5 दिन पहले बुजुर्ग जंजीरों को खूंटे से तोड़कर वहां से भागा और दो-तीन दिन तक तो अपने मक्के के खेत में भूखा प्यासा छुपा रहा.
पढ़ें- बारां जिले में एबीवीपी कार्यकर्ताओं की जीप पर हुआ हमला...चुनाव के बाद लौट रहे थे घर
भीख मांग किराया इकट्ठा कर बुजुर्ग पहुंचा कलेक्टर ऑफिस
बुजुर्ग ने वहां से निकलकर लोगों से भीख मांगी और किराया एकत्र करके झालावाड़ कलेक्टर के पास आकर अपनी आपबीती सुनाई. इसके बाद झालावाड़ जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने बुजुर्ग की बेड़ियां तोड़ते हुए उसे आजाद करवाया. साथ ही मनोहर थाना एसडीएम और डिप्टी एसपी को आरोपी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए. इसके अलावा पीड़ित को आर्थिक सहायता देने का भी आदेश दिया है.
पढे़ं- झुंझुनू की बेटी को मिला नेशनल एक्सीलेंस अवार्ड, दोनों हाथों से लिखी थी तीन अंको की टेबल
बेटा 1 साल से कर रहा है प्रताड़ित
मांगीलाल गुर्जर का कहना है कि उसका बेटा उसे 1 साल से परेशान कर रहा था. ऐसे में वह बीच में अपनी बेटी के पास चला गया था. वहां से भी उसके बेटे बलराम और पौत्र भगवान ने जबरदस्ती लाकर उसे जंजीरों में बांध दिया. अपनी 25 बीघा जमीन के कागज उसके नाम करवाने के लिए प्रताड़ित कर रहा था. ऐसे में वहां से भागकर वो जिला कलेक्टर के पास आया है और अपने बेटे को सजा दिलवाना चाहता है.