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झालावाड़: कामखेड़ा पंचायत के सरपंच का 'रिपोर्ट कार्ड', ग्रामीणों ने लगाया विकास के नाम पर भ्रष्टाचार का आरोप - सरपंच साब रो 'रिपोर्ट कार्ड'

राजस्थान में पंचायती राज चुनाव की घोषणा हो चुकी है. ऐसे में क्षेत्र चुनाव के लिए आचार संहिता भी लागू हो चुकी है. वहीं ग्राम पंचायत में विकास कार्य कैसे रहे. इसके लिए ईटीवी भारत की टीम 'सरपंच साब रो रिपोर्ट कार्ड' के तहत झालावाड़ की कामखेड़ा ग्राम पंचायत पहुंची. जहां पर पिछले 5 वर्षों में हुए विकास कार्यों पर ग्रामीणों से बात की. देखिए झालावाड़ से स्पेशल रिपोर्ट...

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कामखेड़ा पंचायत के सरपंच का 'रिपोर्ट कार्ड'
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Published : Jan 11, 2020, 6:17 PM IST

झालावाड़. प्रसिद्ध धार्मिक स्थल होने के कारण जिले के कामखेड़ा ग्राम पंचायत में प्रतिदिन हजारों लाखों की तादाद में श्रद्धालु आते रहते हैं. लेकिन आज भी यहां पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. वर्तमान में बढ़ती कड़ाके की ठंड सर्दी ने जीना मुहाल कर दिया. इसी को लेकर आसपास के ग्रामीणों एवं ग्राम पंचायत के लोगों की मांग रही कि यहां पर रैन बसेरा बनना अनिवार्य है औक आरओ प्लांट लगाकर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए. यहां के पानी में फ्लोराइड होने के कारण लोगों को कहीं बीमारियों से ग्रसित होना पड़ रहा है.

कामखेड़ा पंचायत के सरपंच का 'रिपोर्ट कार्ड'

पढ़ें- जोधपुर: भोपालगढ़ पंचायत के सरपंच का 'रिपोर्ट कार्ड'...नहीं हुए विकास के कोई भी कार्य

प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कामखेड़ा बालाजी मंदिर
कामखेड़ा ग्राम पंचायत मध्यप्रदेश की सीमा से लगी हुई है और मध्य प्रदेश से राजस्थान में प्रवेश द्वार भी मानी जाती है. इसके अलावा यहां पर प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कामखेड़ा बालाजी मंदिर भी है, जो हाड़ौती के साथ-साथ मध्यप्रदेश की जनता का भी आस्था का केंद्र है. कामखेड़ा ग्राम पंचायत में कुल 4026 मतदाता हैं. जिनमें से 1947 वोट पुरुषों और 2079 महिलाओं के हैं. इस ग्राम पंचायत में यह बड़े गांव आते हैं. जिनमें कामखेड़ा, बंदा जागीर, खजूरी जागीर व देवरी मुख्य है.

पढ़ें- राजसमंद: एमडी पंचायत के सरपंच का 'रिपोर्ट कार्ड'...देखिए स्पेशल रिपोर्ट

सरपंच मुरलीधर मीणा का दावा
झालावाड़ की कामखेड़ा पंचायत के विकास कार्यों को लेकर सरपंच मुरलीधर मीणा का दावा है कि उनके कार्यकाल में कामखेड़ा ग्राम पंचायत के स्वास्थ्य केंद्र, खजूरी जागीर व बंदा जागीर गांव में इंटरलॉकिंग करवाई गई है. साथ ही सभी गांवों में कुएं, ट्यूबवेल खुदवाए गए हैं. यहीं नहीं गांव में नालियों का निर्माण भी करवाया गया है. सरपंच का कहना है कि कामखेड़ा, खजूरी जागीर व राम जानकी मंदिर मोहल्ला में सामुदायिक भवन बनाये गए हैं और ग्राम पंचायत में श्मशान घाट भी बनाये गए. सरपंच मुरलीधर मीणा ने बताया कि उनकी ग्राम पंचायत कामखेड़ा में करीब करीब सभी विकास कार्य करवाए हैं.

पढ़ें- झालावाड़: घाटोली पंचायत के सरपंच का 'रिपोर्ट कार्ड'...विकास कार्यों से असंतुष्ट ग्रामीण

विपक्षी उम्मीदवार ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
वहीं सरपंच के विपक्षी उम्मीदवार का कहना है कि पंचायत में जो भी विकास कार्य हुए हैं. उनमें भारी भ्रष्टाचार हुआ है, क्योंकि कुछ दिनों पहले ही बनाई शमशान घाट की दीवार, गांव की नालियां टूट गई है. वहीं जो भी सीसी सड़कें व इंटरलॉकिंग करवाई गई है, वो बीजेपी विधायक के द्वारा बनवाई गई है.

पढ़ें- भीलवाड़ा: गागेडा पंचायत के सरपंच का 'रिपोर्ट कार्ड'...मॉडल तालाब से लेकर पार्क तक सब चकाचक

कामखेड़ा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने क्या कहा, जानिए
वहीं कामखेड़ा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों की बात करे तो उन्होंने सरपंच पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा जो भी विकास कार्य करवाए तो सब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए. कई सड़कें नालियां क्षतिग्रस्त हो चुकी है. ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत में सड़क व नालियां तो बनी लेकिन कुछ दिनों बाद ही टूट गई. जिसके चलते सड़कों पर पानी भरा रहता है और नालियों में सफाई के अभाव में कीचड़ जमा हो गया है. गांव के बाहर एकदम बीच में से निकलने वाले नाले की सफाई नहीं होने की वजह से उसमें कीचड़ भर गया. जिसमें मच्छर पनप जाते हैं और बीमारियों होती रहती है.

पढ़ें- अजमेर: सोमलपुर पंचायत के सरपंच का 'रिपोर्ट कार्ड'...पानी, चिकित्सा और बिजली से ग्रामीण परेशान

पेयजल समस्या, चिकित्सा और बिजली से ग्रामीण परेशान
ग्रामीणों का कहना है कि कामखेड़ा बंदा जागीर सड़क मार्ग पर नाले के ऊपर पुल का निर्माण ग्राम पंचायत की सबसे बड़ी आवश्यकता है. पुल का निर्माण नहीं होने के कारण बारिश के दिनों में कई महीनों तक लोग कहीं नहीं आ-जा पाते हैं और पढ़ने वाले बच्चे भी स्कूल नहीं जा पाते हैं. पुल के अभाव में कई श्रद्धालु जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कामखेड़ा बालाजी मंदिर में भी नहीं जा पाते हैं. ग्रामीणों ने नाले को पंचायत की सबसे बड़ी आवश्यकता बताया.

पढ़ें: बांसवाड़ाः घाटोल सरपंच के 5 साल का रिपोर्ट कार्ड...

बता दें कि झालावाड़ जिले के प्रसिद्ध ऐतिहासिक जानी-मानी ग्राम पंचायत कामखेड़ा में पंच-सरपंच के चुनाव 17 जनवरी को होना है. ऐसे में क्षेत्र के सभी सरपंच पंच प्रत्याशी जोर आजमाइश कर रहे हैं और भीषण कड़ाके की सर्दी में कहीं जगह जन चौपाल आयोजित लोगों के बीच जाकर प्रत्याशी रामा श्यामा करते समर्थन ले रहे है. कुलमिलाकर कामखेड़ा सरपंच के कार्य से यहां की जनता संतुष्ट नहीं दिखी.

झालावाड़. प्रसिद्ध धार्मिक स्थल होने के कारण जिले के कामखेड़ा ग्राम पंचायत में प्रतिदिन हजारों लाखों की तादाद में श्रद्धालु आते रहते हैं. लेकिन आज भी यहां पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. वर्तमान में बढ़ती कड़ाके की ठंड सर्दी ने जीना मुहाल कर दिया. इसी को लेकर आसपास के ग्रामीणों एवं ग्राम पंचायत के लोगों की मांग रही कि यहां पर रैन बसेरा बनना अनिवार्य है औक आरओ प्लांट लगाकर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए. यहां के पानी में फ्लोराइड होने के कारण लोगों को कहीं बीमारियों से ग्रसित होना पड़ रहा है.

कामखेड़ा पंचायत के सरपंच का 'रिपोर्ट कार्ड'

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प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कामखेड़ा बालाजी मंदिर
कामखेड़ा ग्राम पंचायत मध्यप्रदेश की सीमा से लगी हुई है और मध्य प्रदेश से राजस्थान में प्रवेश द्वार भी मानी जाती है. इसके अलावा यहां पर प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कामखेड़ा बालाजी मंदिर भी है, जो हाड़ौती के साथ-साथ मध्यप्रदेश की जनता का भी आस्था का केंद्र है. कामखेड़ा ग्राम पंचायत में कुल 4026 मतदाता हैं. जिनमें से 1947 वोट पुरुषों और 2079 महिलाओं के हैं. इस ग्राम पंचायत में यह बड़े गांव आते हैं. जिनमें कामखेड़ा, बंदा जागीर, खजूरी जागीर व देवरी मुख्य है.

पढ़ें- राजसमंद: एमडी पंचायत के सरपंच का 'रिपोर्ट कार्ड'...देखिए स्पेशल रिपोर्ट

सरपंच मुरलीधर मीणा का दावा
झालावाड़ की कामखेड़ा पंचायत के विकास कार्यों को लेकर सरपंच मुरलीधर मीणा का दावा है कि उनके कार्यकाल में कामखेड़ा ग्राम पंचायत के स्वास्थ्य केंद्र, खजूरी जागीर व बंदा जागीर गांव में इंटरलॉकिंग करवाई गई है. साथ ही सभी गांवों में कुएं, ट्यूबवेल खुदवाए गए हैं. यहीं नहीं गांव में नालियों का निर्माण भी करवाया गया है. सरपंच का कहना है कि कामखेड़ा, खजूरी जागीर व राम जानकी मंदिर मोहल्ला में सामुदायिक भवन बनाये गए हैं और ग्राम पंचायत में श्मशान घाट भी बनाये गए. सरपंच मुरलीधर मीणा ने बताया कि उनकी ग्राम पंचायत कामखेड़ा में करीब करीब सभी विकास कार्य करवाए हैं.

पढ़ें- झालावाड़: घाटोली पंचायत के सरपंच का 'रिपोर्ट कार्ड'...विकास कार्यों से असंतुष्ट ग्रामीण

विपक्षी उम्मीदवार ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
वहीं सरपंच के विपक्षी उम्मीदवार का कहना है कि पंचायत में जो भी विकास कार्य हुए हैं. उनमें भारी भ्रष्टाचार हुआ है, क्योंकि कुछ दिनों पहले ही बनाई शमशान घाट की दीवार, गांव की नालियां टूट गई है. वहीं जो भी सीसी सड़कें व इंटरलॉकिंग करवाई गई है, वो बीजेपी विधायक के द्वारा बनवाई गई है.

पढ़ें- भीलवाड़ा: गागेडा पंचायत के सरपंच का 'रिपोर्ट कार्ड'...मॉडल तालाब से लेकर पार्क तक सब चकाचक

कामखेड़ा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने क्या कहा, जानिए
वहीं कामखेड़ा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों की बात करे तो उन्होंने सरपंच पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा जो भी विकास कार्य करवाए तो सब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए. कई सड़कें नालियां क्षतिग्रस्त हो चुकी है. ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत में सड़क व नालियां तो बनी लेकिन कुछ दिनों बाद ही टूट गई. जिसके चलते सड़कों पर पानी भरा रहता है और नालियों में सफाई के अभाव में कीचड़ जमा हो गया है. गांव के बाहर एकदम बीच में से निकलने वाले नाले की सफाई नहीं होने की वजह से उसमें कीचड़ भर गया. जिसमें मच्छर पनप जाते हैं और बीमारियों होती रहती है.

पढ़ें- अजमेर: सोमलपुर पंचायत के सरपंच का 'रिपोर्ट कार्ड'...पानी, चिकित्सा और बिजली से ग्रामीण परेशान

पेयजल समस्या, चिकित्सा और बिजली से ग्रामीण परेशान
ग्रामीणों का कहना है कि कामखेड़ा बंदा जागीर सड़क मार्ग पर नाले के ऊपर पुल का निर्माण ग्राम पंचायत की सबसे बड़ी आवश्यकता है. पुल का निर्माण नहीं होने के कारण बारिश के दिनों में कई महीनों तक लोग कहीं नहीं आ-जा पाते हैं और पढ़ने वाले बच्चे भी स्कूल नहीं जा पाते हैं. पुल के अभाव में कई श्रद्धालु जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कामखेड़ा बालाजी मंदिर में भी नहीं जा पाते हैं. ग्रामीणों ने नाले को पंचायत की सबसे बड़ी आवश्यकता बताया.

पढ़ें: बांसवाड़ाः घाटोल सरपंच के 5 साल का रिपोर्ट कार्ड...

बता दें कि झालावाड़ जिले के प्रसिद्ध ऐतिहासिक जानी-मानी ग्राम पंचायत कामखेड़ा में पंच-सरपंच के चुनाव 17 जनवरी को होना है. ऐसे में क्षेत्र के सभी सरपंच पंच प्रत्याशी जोर आजमाइश कर रहे हैं और भीषण कड़ाके की सर्दी में कहीं जगह जन चौपाल आयोजित लोगों के बीच जाकर प्रत्याशी रामा श्यामा करते समर्थन ले रहे है. कुलमिलाकर कामखेड़ा सरपंच के कार्य से यहां की जनता संतुष्ट नहीं दिखी.

Intro:झालावाड़ जिले के कामखेड़ा ग्राम पंचायत में प्रतिदिन हजारों लाखों की तादाद में श्रद्धालु आते रहते हैं । प्रसिद्ध धार्मिक स्थल होने के कारण।
परंतु आज भी यहां पर मूलभूत सुविधाओं के अभाव है वर्तमान में बढ़ती कड़ाके की ठंड सर्दीने जीना मुहाल कर दिया इसी को लेकर आसपास के ग्रामीणों एवं ग्राम पंचायत के लोगों की मांग रही कि यहां पर रेन बसेरा बनना अनिवार्य है तथा आरो प्लांट लगाकर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए। यहां के पानी में फ्लोराइड होने के कारण लोगों को कहीं बीमारियों से ग्रसित होना पड़ रहा है। सरपंच मुरलीधर मीणा का कहना है मैंने मेरी ग्राम पंचायत कामखेड़ा में करीब करीब सभी विकास कार्य करवाए हैं। वहीं ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा जो भी विकास कार्य करवाए तो सब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए कई सड़कें नालियां क्षतिग्रस्त हो चुकी है।Body:मनोहरथाना/झालावाड़/हेमराज शर्मा 9950555135



राजस्थान में पंचायती राज चुनाव की घोषणा हो चुकी है. ऐसे में क्षेत्र चुनाव के लिए आचार संहिता भी लागू हो चुकी है. वहीं ग्राम पंचायत में विकास कार्य कैसे रहे. इसके लिए ईटीवी भारत की टीम 'सरपंच साब रो रिपोर्ट कार्ड' के तहत झालावाड़ की कामखेड़ा ग्राम पंचायत में पहुंची. जहां पर पिछले 5 वर्षों में हुए विकास कार्यों पर ग्रामीणों से बात की. देखिए झालावाड़ से स्पेशल रिपोर्ट...



झालावाड़. इन बीते 5 वर्षों में पंचायतों में क्या-क्या विकास कार्य हुए हैं इनको लेखा जोखा करने के लिए ईटीवी भारत की टीम अपने खास कार्यक्रम 'सरपंच साहब रो रिपोर्ट कार्ड' के तहत झालावाड़ जिले की कामखेड़ा ग्राम पंचायत में पहुंची. कामखेड़ा ग्राम पंचायत मध्य प्रदेश की सीमा पर लगी हुई है और मध्य प्रदेश से राजस्थान में प्रवेश द्वार भी मानी जाती है. इसके अलावा यहां पर क जिले का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कामखेड़ा बालाजी मंदिर भी है जो हाड़ौती के साथ-साथ मध्यप्रदेश में प्रसिद्ध है. कामखेड़ा ग्राम पंचायत में कुल 4026 मतदाता हैं. जिनमें से 1947 वोट पुरुषों के और 2079 महिलाओं के हैं. इस ग्राम पंचायत में यह बड़े गांव आते हैं. जिनमें कामखेड़ा, बंदा जागीर, खजूरी जागीर व देवरी मुख्य है.झालावाड़ की कामखेड़ा पंचायत के सरपंच का रिपोर्ट कार्ड विकास कार्यों को लेकर सरपंच का दावा
पिछले 5 सालों में इस ग्राम पंचायत में हुए विकास कार्यो पर नजर डालें तो वर्तमान सरपंच का दावा है कि उनके कार्यकाल में कामखेड़ा ग्राम पंचायत के स्वास्थ्य केंद्र, खजूरी जागीर व बंदा जागीर गांव में इंटरलॉकिंग करवाई गई है. साथ ही सभी गांवों में कुएं, ट्यूबवेल खुदवाए गए हैं. यहीं नहीं गांव में नालियों का निर्माण भी करवाया गया है. सरपंच का कहना है कि कामखेड़ा, खजूरी जागीर व राम जानकी मंदिर मोहल्ला में सामुदायिक भवन बनाये गए हैं और ग्राम पंचायत में श्मशान घाट भी बनाये गए
हैं.


कामखेड़ा ग्राम पंचायत के विपक्षी उम्मीदवार ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
वहीं सरपंच के विपक्षी उम्मीदवार का कहना है कि पंचायत में जो भी विकास कार्य हुए हैं, उनमें भारी भ्रष्टाचार हुआ है, क्योंकि कुछ दिनों पहले ही बनाई शमशान घाट की दीवार, गांव की नालियां टूट गई है. वहीं जो भी सीसी सड़कें व इंटरलॉकिंग करवाई गई है, वो बीजेपी विधायक के द्वारा बनवाई गई है.

कामखेड़ा ग्राम पंचायत का बाजार ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने क्या कहा, जानिए
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत में सड़क व नालियां तो बनी लेकिन कुछ दिनों बाद ही टूट गई. जिसके चलते सड़कों पर पानी भरा रहता है और नालियों में सफाई के अभाव में कीचड़ जमा हो गया है. गांव के बाहर एकदम बीच में से निकलने वाले नाले की सफाई नहीं होने की वजह से उसमें कीचड़ भर गया. जिसमें मच्छर पनप जाते हैं और बीमारियों होती रहती है.


. पेयजल समस्या, चिकित्सा और बिजली से ग्रामीण परेशान
नाले से परेशान ग्राम पंचायत के ग्रामीण पंचायत की सबसे बड़ी आवश्यकता
ग्रामीणों का कहना है कि कामखेड़ा बंदा जागीर सड़क मार्ग पर नाले के ऊपर पुल का निर्माण ग्राम पंचायत की सबसे बड़ी आवश्यकता है. पुल का निर्माण नहीं होने के कारण बारिश के दिनों में कई महीनों तक लोग कहीं आ जा नहीं- पाते हैं और पढ़ने वाले बच्चे भी स्कूल नहीं जा पाते हैं. पुल के अभाव में कई श्रद्धालु जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कामखेड़ा
बालाजी मंदिर में भी नहीं जा पाते हैं. ।Conclusion:झालावाड़ जिले के प्रसिद्ध ऐतिहासिक जानी-मानी ग्राम पंचायत कामखेड़ा में पंच सरपंच के चुनाव होना है 17 जनवरी को ऐसे में क्षेत्र के सभी सरपंच पंच प्रत्याशी जोर आजमाइश कर रहे हैं तथा भीषण कड़ाके की सर्दी में कहीं जगह जन चौपाल आयोजित लोगों के बीच जाकर प्रत्याशी रामास्वामी करते हुए बोल रहे हैं । काकी जी भाभी जी माने दे दो आशीर्वाद सरपंच बनवा को आपका गांव में बहेगी विकास की गंगा। वह ऐसे में भीषण सर्दी होने के कारण जगह-जगह चौक चौराहे गली मोहल्लों को घर के अंदर ही अलाव का सहारा लेते हुए लोगों के पास प्रत्याशी जा रहे हैं और कहीं प्रकार के जतन कर रहे हैं काकी जी भाभी जी दादा जी मामा जी नानाजी आपकी बार माने बना दो सरपंच राख जो मारो ध्यान मैं भी खड़ा हूं सरपंच मैं।। वही कामखेड़ा ग्राम पंचायत के दिनेश गाडियां लुहार ने बताया कि कई साल हो चुके हैं अभी तक मेरे को घर का पट्टा जारी हो चुका है परंतु जगह नहीं दी गई
आवास योजना का फायदा भी नहीं मिला ,सड़क किनारे रात गुजारना और परिवार को चलाना भारी पड़ रहा है।
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